रीवा जिले के सिरमौर जनपद के उमरी स्थित खाद वितरण केंद्र पर उस समय अफरा-तफरी मच गई जब खाद और टोकन लेने के लिए भारी भीड़ जमा हो गई. जैसे ही टोकन वितरण के लिए गेट खोला गया, किसानों के बीच भगदड़ मच गई. इस भगदड़ में कई महिला और पुरुष किसान गिरकर घायल हो गए.
घटना के तुरंत बाद प्रशासन हरकत में आया. घायल हुए किसानों को तत्काल सिरमौर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. कुछ महिलाओं को चक्कर आने की शिकायत भी हुई, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया. अपर कलेक्टर सपना त्रिपाठी ने स्वयं अपनी गाड़ी से घायल महिलाओं को अस्पताल भिजवाया.
अपर कलेक्टर सपना त्रिपाठी ने बताया कि उमरी में स्थित एक निजी महाविद्यालय परिसर में खाद लेने के लिए बड़ी संख्या में किसान एकत्रित हुए थे. जब अचानक टोकन वितरण के लिए गेट खोला गया, तो वहां मौजूद भीड़ में भ्रम की स्थिति बन गई और भगदड़ की नौबत आ गई.
प्रशासन और पुलिस की टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में लिया. इसके बाद किसानों को लाइन में लगवाकर शांतिपूर्ण तरीके से टोकन का वितरण किया गया. प्रशासन का कहना है कि जिले में खाद की कोई कमी नहीं है और सभी किसानों को समय पर खाद उपलब्ध कराई जाएगी.
इसी तरह की भीड़ रीवा की करहिया मंडी में भी देखने को मिली. वहां टोकन और खाद के लिए किसानों की लंबी कतारें लगी रहीं. किसानों को टोकन प्राप्त करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी. प्रशासन ने यहां 6 काउंटर पर टोकन वितरण और 2 काउंटर पर खाद पर्ची वितरण की व्यवस्था की थी.
यह घटना दर्शाती है कि खाद वितरण की व्यवस्था में अभी भी सुधार की ज़रूरत है. प्रशासन को चाहिए कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए पहले से ही भीड़ प्रबंधन और टोकन वितरण की पुख्ता योजना बनाई जाए. किसानों की सुरक्षा और सुविधा के लिए यह जरूरी कदम होगा. (विजय विश्वकर्मा का इनपुट)
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