पीएम मोदी की पीलीभीत रैली से क्‍यों गायब रहे मेनका और वरुण गांधी, बीजेपी से नाराजगी या कुछ और, जानें

पीएम मोदी की पीलीभीत रैली से क्‍यों गायब रहे मेनका और वरुण गांधी, बीजेपी से नाराजगी या कुछ और, जानें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उत्‍तर प्रदेश के अहम संसदीय क्षेत्र पीलीभीत में एक रैली को संबोधित किया. यह रैली आगामी लोकसभा चुनावों के लिहाज से काफी अहम रैली थी. पीलीभीत में पीएम मोदी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्‍मीदवार जितिन प्रसाद को जिताने के लिए जनता से अपील की. पीएम मोदी के साथ स्‍टेज पर न तो वरुण मौजूद थे और न ही उनकी मां मेनका गांधी वहां पर थीं.

पीलीभीत रैली से नदारद रहे वरुण और उनकी मां मेनका गांधी पीलीभीत रैली से नदारद रहे वरुण और उनकी मां मेनका गांधी
क‍िसान तक
  • New Delhi ,
  • Apr 10, 2024,
  • Updated Apr 10, 2024, 10:15 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उत्‍तर प्रदेश के अहम संसदीय क्षेत्र पीलीभीत में एक रैली को संबोधित किया. यह रैली आगामी लोकसभा चुनावों के लिहाज से काफी अहम रैली थी. पीलीभीत में पीएम मोदी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्‍मीदवार जितिन प्रसाद को जिताने के लिए जनता से अपील की. यहां से वर्तमान में वरुण गांधी सांसद हैं लेकिन उन्‍हें इस बार टिकट नहीं मिला है. पीएम मोदी के साथ स्‍टेज पर न तो वरुण मौजूद थे और न ही उनकी मां मेनका गांधी वहां पर थीं. मेनका को बीजेपी ने सुल्‍तानपुर से टिकट दिया है. दोनों के मंच पर न आने के कई कयास लगाए जा रहे हैं और अब यह वजह भी सामने आ गई है कि आखिर वरुण और उनकी मां रैली से क्‍यों गायब रहे. 

स्‍टार प्रचारकों की लिस्‍ट में नहीं है नाम 

हिन्‍दुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट में बीजेपी की पीलीभीत इकाई के नेताओं के हवाले से लिखा है कि सुल्तानपुर से पार्टी की सांसद मेनका गांधी और पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी दोनों को पार्टी की तरफ से आगामी लोकसभा चुनावों के लिए जारी स्टार कैंपेनर्स की लिस्‍ट में शामिल नहीं किया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों को 19 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव को के पहले चरण में होने वाले मतदान में किस्‍मत आजमाने वाले पार्टी उम्‍मीदवारों के तय कार्यक्रमों या अभियानों में शामिल नहीं किया गया है. पीलीभीत समेत यूपी की आठ सीटों पर पहले चरण के तहत वोटिंग होनी है. 

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पीलीभीत से तीन बार के सांसद वरुण 

वरुण, पीलीभीत से तीन बार सांसद रहे हैं और जब उन्‍हें पार्टी की तरफ से टिकट नहीं दिया गया तो उनकी मां मेनका का बयान सामने आया था. मेनका गांधी ने भरोसा जताया था कि वरुण भविष्य में देश के लिए सकारात्मक योगदान देना जारी रखेंगे. उनका कहना था कि यह आखिर में पार्टी का फैसला है और उनके बेटे ने सांसद के तौर पर सराहनीय काम किया है. वह जीवन में जो भी रास्ता चुनेंगे उसमें देश की अच्छी सेवा करते रहेंगे. 

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इस बार जितिन बने पसंद 

इस बार बीजेपी ने वरुण गांधी की जगह जितिन प्रसाद को पीलीभीत से चुनाव मैदान में उतारा है. पीलीभीत में पहले चरण के लिए 19 अप्रैल को मतदान होना है. जितिन प्रसाद इससे पहले  साल 2004 में शाहजहांपुर सीट से कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव जीते थे. साल  2009 में उन्होंने धौरहरा निर्वाचन क्षेत्र में जीत हासिल की और कांग्रेस सरकार में केंद्रीय मंत्री के रूप में काम किया. लेकिन इसके बाद साल 2021 में वह बीजेपी में शामिल हो गए. 

पीलीभीत सीट पर भी 'गांधी फैमिली'

साल 1996 के बाद से, पीलीभीत सीट पर लगातार मेनका गांधी या उनके बेटे वरुण का कब्जा रहा है. बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने 2009 और 2019 के चुनावों में जीत हासिल की.  2009 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के वीएम सिंह को हराकर पीलीभीत से भारी जीत हासिल की.  2019 में उन्होंने सपा उम्मीदवार हेमराज वर्मा को हराकर यह सीट जीती. साल 2009 में बीजेपी ने मेनका की जगह बेटे वरुण गांधी को पीलीभीत से टिकट देने का फैसला किया था. 
 

 

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