राष्ट्रीय राजधानी और उसके आसपास के शहरों में टमाटर, आलू और प्याज की खुदरा कीमतें आसमान छू रही हैं. इससे आम आदमी का बजट बिगड़ गया है. कहा जा रहा है कि गर्मी और भारी बारिश के कारण मंडियों में सप्लाई प्रभावित होने से सब्जियों की कीमतें बढ़ी हैं. शनिवार को दिल्ली में टमाटर की कीमतें 77 रुपये प्रति किलोग्राम पर रहीं, जोकि एक साल पहले 168 रुपये प्रति किलोग्राम थीं. उपभोक्ता मामलों के विभाग के मूल्य निगरानी प्रभाग के आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र में कीमतें 72.47 रुपये प्रति किलोग्राम थीं, जबकि पश्चिम बंगाल में खुदरा मूल्य 13 जुलाई को 71.35 रुपये प्रति किलोग्राम था.
फाइनेंशियल एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, 13 जुलाई को टमाटर का अखिल भारतीय औसत खुदरा मूल्य 69.31 रुपये प्रति किलोग्राम था, जो पिछले साल 114.72 रुपये प्रति किलोग्राम से काफी कम है. टमाटर की मॉडल कीमतें 80 रुपये प्रति किलोग्राम थीं, और अधिकतम और न्यूनतम कीमतें 24 रुपये प्रति किलोग्राम से 130 रुपये प्रति किलोग्राम तक हैं.
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उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के एक अधिकारी ने पीटीआई से कहा कि आने वाले हफ्तों में टमाटर की कीमतों में कमी आएगी, क्योंकि दक्षिणी राज्यों से आपूर्ति में सुधार होगा. उन्हें आलू और प्याज की कीमतों में भी स्थिरता की उम्मीद है, जो आपूर्ति में व्यवधान के कारण इसी तरह बढ़े हैं. दिल्ली को वर्तमान में टमाटर की आपूर्ति हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से होती है. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से हाइब्रिड टमाटर की आपूर्ति से कीमतों में और कमी आएगी. हालांकि पिछले साल जब कीमतें 110 रुपये प्रति किलोग्राम से अधिक हो गई थीं, तब सब्सिडी वाले टमाटर की बिक्री लागू की गई थी, लेकिन सरकार ने इस उपाय को फिर से लागू करने की कोई योजना नहीं बनाई है.
अधिकारी ने भरोसा जताया किया कि आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से आपूर्ति में सुधार के साथ 1-2 सप्ताह के भीतर कीमतें सामान्य हो जाएंगी. भारी बारिश ने प्रमुख उपभोक्ता क्षेत्रों में टमाटर, आलू, प्याज और हरी सब्जियों की आपूर्ति बाधित कर दी है, जिससे शहरी केंद्रों में कीमतों में बढ़ोतरी हुई है. दिल्ली में, खुदरा आलू की कीमत 13 जुलाई को 40 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जो पिछले साल 26 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जबकि प्याज की कीमत 33 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर 55 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई. ऐसे देशभर में आलू की औसत कीमत वर्तमान में 36.25 रुपये प्रति किलोग्राम है, और प्याज की कीमत 44.43 रुपये प्रति किलोग्राम है.
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शुक्रवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, खाद्य पदार्थों, विशेष रूप से सब्जियों की कीमतों में वृद्धि के कारण जून में खुदरा महंगाई बढ़कर 5.08 फीसदी पर पहुंच गई. खुदरा महंगाई को मापने वाला उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI), जून में बढ़ोतरी का अनुभव करने से पहले जनवरी से ही घट रहा था. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के आंकड़ों के अनुसार, खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति जून में बढ़कर 9.36 फीसदी हो गई, जो मई में 8.69 फीसदी थी. जून में, वार्षिक आधार पर सबसे अधिक महंगाई दर सब्जियों में 29.32 फीसदी दर्ज की गई, उसके बाद ‘दालों और उत्पादों’ में 16.07 प्रतिशत दर्ज की गई.