Wheat Variety: छू भी नहीं पाएगा कोई रोग, ये रही गेहूं की शानदार किस्म, बढ़ेगा मुनाफा

Wheat Variety: छू भी नहीं पाएगा कोई रोग, ये रही गेहूं की शानदार किस्म, बढ़ेगा मुनाफा

अब गेहूं की खेती में आंधी-तूफान और रोगों की चिंता छोड़ें! अपनाएं ‘श्रीराम सुपर 303’ गेहूं की उन्नत किस्म, जो देती है ज्यादा पैदावार, मजबूत पौधे और शानदार मुनाफा. जानिए इसकी पूरी जानकारी यहां.

गेहूं की उन्नत किस्म और उसकी खासियतगेहूं की उन्नत किस्म और उसकी खासियत
क‍िसान तक
  • Noida ,
  • Oct 30, 2025,
  • Updated Oct 30, 2025, 4:23 PM IST

भारत में गेहूं किसानों की प्रमुख फसल है, और हर किसान चाहता है कि उसकी फसल अच्छी उपज दे, रोगों से सुरक्षित रहे और बाजार में अच्छा दाम मिले. ऐसे में किसानों के लिए ‘श्रीराम सुपर 303’ गेहूं की किस्म एक बेहतरीन विकल्प साबित हो रही है. आइए जानते हैं इसकी खासियतें और फायदे-

उच्च उत्पादन क्षमता वाली किस्म

‘श्रीराम सुपर 303’ एक रिसर्च आधारित आधुनिक किस्म है, जो अपनी अधिक पैदावार के लिए जानी जाती है. यह किस्म प्रति हेक्टेयर 75 से 80 क्विंटल तक उपज देने में सक्षम है. अगर किसान सही देखभाल करें तो प्रति एकड़ 25 से 30 क्विंटल तक गेहूं आसानी से उत्पादन कर सकते हैं. यही वजह है कि यह किस्म किसानों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही है.

रोगों के प्रति मजबूत प्रतिरोधक क्षमता

  • इस किस्म की सबसे बड़ी खासियत है कि यह कई प्रमुख रोगों से फसल की रक्षा करती है.
  • यह ब्राउन रस्ट और पत्तियों पर धब्बे जैसे रोगों के प्रति अत्यधिक सहनशील है.
  • साथ ही, झुलसा रोग के प्रति भी इसमें मध्यम प्रतिरोध पाया जाता है.
  • इससे किसानों को बार-बार दवाइयों का छिड़काव नहीं करना पड़ता और लागत में बचत होती है.

हर तरह की बुवाई के लिए उपयुक्त

‘श्रीराम सुपर 303’ गेहूं की किस्म अगेती और पछेती दोनों तरह की बुवाई के लिए उपयुक्त है. यह मध्यम अवधि की किस्म है जो बुवाई के 125 से 130 दिनों में पककर कटाई के लिए तैयार हो जाती है. इसकी बालियां लगभग 99 दिनों में निकल आती हैं, जिससे फसल का विकास संतुलित रहता है.

आकर्षक और गुणवत्तापूर्ण दाने

इस किस्म के दाने सुनहरे, चमकदार और ठोस होते हैं. दानों का वजन अच्छा होने के कारण बाजार में इसका दाम भी बेहतर मिलता है. यह गेहूं आटा बनाने और मुलायम रोटी तैयार करने के लिए बहुत उपयुक्त माना जाता है. इसी वजह से इसकी उपभोक्ता मांग हमेशा बनी रहती है.

तेज हवा और आंधी से सुरक्षित फसल

‘श्रीराम सुपर 303’ के पौधे की ऊंचाई लगभग 90 से 100 सेंटीमीटर होती है. इसके तने और कल्ले मजबूत होते हैं, जिससे आंधी या तेज हवा चलने पर फसल के गिरने की संभावना कम रहती है. एक पौधे में 15 से 20 मजबूत कल्ले आते हैं, जो उपज बढ़ाने में मदद करते हैं.

देश के कई राज्यों के लिए उपयुक्त

यह किस्म भारत के कई प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों- उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, गुजरात और मध्य प्रदेश- में सफलतापूर्वक विकसित की गई है. इसकी मजबूत संरचना और विभिन्न जलवायु परिस्थितियों के प्रति सहनशीलता इसे देश के अलग-अलग इलाकों में खेती के लिए उपयुक्त बनाती है.

किसानों के लिए लाभदायक निवेश

अगर आप भी ऐसी गेहूं की किस्म चाहते हैं जो उच्च उत्पादन, कम रोग, बेहतर गुणवत्ता और आंधी-तूफान से सुरक्षा दे सके, तो ‘श्रीराम सुपर 303’ आपके लिए एक शानदार विकल्प है. सही समय पर बुवाई और उचित देखभाल के साथ यह किस्म आपको शानदार मुनाफा दिला सकती है.

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