टमाटर की कीमतें धड़ाम होने से नाराज किसान ने खेत में छोड़ा भेड़ों का झुंड, सरकार से की ये मांग

टमाटर की कीमतें धड़ाम होने से नाराज किसान ने खेत में छोड़ा भेड़ों का झुंड, सरकार से की ये मांग

इन दिनों थोक मंड‍ियों में टमाटर की गिरती कीमतों से किसान परेशान चल रहे हैं. ऐसे ही महाराष्‍ट्र के जालना जिले के एक गांव के किसान ने परेशान होकर अपनी खड़ी टमाटर की फसल को भेड़ों का निवाला बना दिया, क्‍योंकि मंडी में फसल बेचने में उनकी लागत भी नहीं निकल रही थी.

Farmer Left Sheeps In Tomato Field. Farmer Left Sheeps In Tomato Field.
क‍िसान तक
  • Jalna,
  • Jan 25, 2025,
  • Updated Jan 25, 2025, 6:19 PM IST

अच्‍छा मुनाफा और जल्‍दी उपज मि‍लने के कारण किसान सब्‍जी की खेती की ओर रुख कर रहे हैं. टमाटर भी एक ऐसी ही सब्‍जी है, जो बाजार में सही भाव मिलने पर तगड़ा मुनाफा देती है. इसी सोच के साथ महाराष्‍ट्र के जालना जिले के किसान ने भी अपने खेत में टमाटर की खेती की, लेकिन जब उपज लेने का समय आया तो भाव इतने गिर गए कि किसान को यह नागवार गुजरा और उन्‍होंने खड़ी फसल को बर्बाद करने के लिए उसमें भेड़ों का झुंड छोड़ दिया. 

खेत में लगाए थे 4 हजार टमाटर के पौधे

किसान नंदकिशोर देशमुख जालना के जिले की भोकरदान तहसील के धावड़ा गांव के रहने वाले है. उन्‍होंने 2024 में टमाटर की कीमतें महंगी होने के चलते आधा एकड़ खेत में टमाटर के 4 हजार पौधे लगाए थे. उस समय टमाटर करीब 60 से 80 रुपये किलो बिक रहे थे. लेकिन अब जब उनकी फसल तैयार हो गई तो टमाटर के दाम काफी गिर गए, जिससे लागत निकालना भी मुश्किल हो गया है और नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. 

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70-80 हजार रुपये किए थे खर्च

नंदकिशोर ने बताया कि उन्‍हाेंने फसल पर करीब 70 से 80 हजार रुपये खर्च किए थे. लागत न निकलने से हताश नंदकिशोर ने भेड़ों को अपने खेत टमाटर की फसल का नुकसान करने के लिए छोड़ दिया. किसान नंदकिशोर देशमुख ने मांग की है कि सरकार किसानों के माल का उचित बाजार मूल्य दिलाए.

मंडियों में बेहद कम चल रहे भाव

महाराष्‍ट्र की मंडियों में इन दिनों टमाटर के दाम इस कदर गिर गए हैं कि किसानों को वहां तक टमाटर ट्रांसपोर्ट करने में कमाई से ज्‍यादा पैसे खर्च करने पड़ रहें है. महाराष्‍ट्र की कई मंडियों में किसानों को टमाटर के लिए प्रति क्विंटल मात्र 70 रुपये, 100 रुपये, 200 रुपये ऐसी कीमतें मिल रही हैं. ये आंकड़े एग्रीमार्कनेट की वेबसाइट के अनुसार 20 जनवरी 2025 से 24 जनवरी 2025 के बीच के हैं.

शीर्ष 10 राज्‍यों में शामिल है महाराष्‍ट्र

बता दें कि महाराष्‍ट्र टमाटर उत्‍पादन में शीर्ष 10 राज्‍यों में शमिल है. सीजन 2023-24 में महाराष्‍ट्र देश के कुल टमाटर उत्‍पादन के मामले में 9वें नंबर पर था. यहां नासिक, पुणे, सतारा, अहमदनगर, नागपुर और सांगली में बड़े पैमाने पर टमाटर की खेती होती है. सतारा जिले में ताड़वाले नाम का एक गांव है, जहां करीब 90 प्रतिशत किसान टमाटर की खेती करते हैं. इसलिए इस गांव का नाम Tomato Village पड़ गया है. (गौरव विजय की रिपोर्ट)

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