बासमती की इन 5 अगेती किस्मों की करें खेती, कम समय में बंपर मिलेगी पैदावार

बासमती की इन 5 अगेती किस्मों की करें खेती, कम समय में बंपर मिलेगी पैदावार

देश के हर राज्य में किसान अब धान की तैयारी में जुट गए हैं. ऐसे में अगर आप भी बासमती धान की खेती करना चाहते हैं तो आप इसकी अगेती किस्मों का चयन करें. आइए जानते हैं कौन सी हैं बासमती धान की अगेती किस्में और क्या हैं उनकी खासियत.

बासमती धान की खेतीबासमती धान की खेती
संदीप कुमार
  • Noida,
  • May 16, 2025,
  • Updated May 16, 2025, 6:02 PM IST

मई का आधा महीना बीत चुका है. ऐसे में देश के लगभग सभी राज्यों में किसान धान की खेती की तैयारी में लग गए हैं. धान खरीफ सीजन की मुख्य फसल है. वहीं, मई की शुरुआत में कई राज्यों के किसान धान का बिचड़ा डालने लगे हैं. ऐसे में किसान कई ऐसी किस्मों की खेती करते हैं, जो अपनी सुगंधों और स्वाद के लिए फेमस होती हैं. वहीं, बात अगर स्वाद और सुगंध की हो तो उसमें बासमती धान काफी लोकप्रिय है. ऐसे में अगर आप भी बासमती धान की अगेती किस्मों की खेती करना चाहते हैं तो हम आपको पांच ऐसे ही किस्मों के बारे में बताएंगे जिसकी खेती जून के महीने में कर सकते हैं. आइए जानते हैं कौन सी हैं वो पांच किस्में और क्या है उनकी खासियत.

इस पांच किस्मों की करें खेती

बासमती धान की कुछ अगेती किस्में हैं जो किसानों तक आसानी से पहुंचाई जा सकती हैं, उनमें पूसा बासमती 1121, पूसा बासमती 1847, पूसा बासमती 1885, पूसा बासमती 18864 और स्वर्ण शुष्क शामिल हैं. इन किस्मों को भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (पूसा) द्वारा विकसित किया गया है और ये जीवाणु झुलसा और झोंका रोग के प्रति प्रतिरोधी हैं. ऐसे में किसान जल्द ही इन किस्मों की नर्सरी तैयार कर लें.  

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धान की किस्मों की खासियत

पूसा बासमती 1121: यह बासमती धान की एक अगेती किस्म है, जो 140-145 दिनों में पककर तैयार हो जाती है. यह सिंचित क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है और इसका दाना लंबा और पतला होता है.

पूसा बासमती 1847: ये बासमती की एक खास किस्म है, जिसकी खेती अगेती किस्मों के तौर पर की जा सकती है. वहीं ये किस्म जीवाणु झुलसा और झोंका रोग के लिए प्रतिरोधी है. साथ ही ये किस्म 120 दिनों में पककर तैयार हो जाती है.  

पूसा बासमती 1885: ये किस्म अपनी सुगंध और स्वाद के लिए जानी जाती है. यह भी एक अगेती किस्म है जो जीवाणु झुलसा और झोंका रोग के लिए प्रतिरोधी है. इस किस्म की खेती कम सिंचाई वाली जगहों पर भी कर सकते हैं.  

पूसा बासमती 18864: ये बासमती धान की एक संकर किस्म है. इस किस्म को पूसा बासमती 6 को अपग्रेड करके बनाया गया है. साथ ही ये किस्म जीवाणु झुलसा और झोंका रोग के लिए प्रतिरोधी है.

स्वर्ण शुष्क: ये बासमती धान की एक खास किस्म है. इस किस्म को कम पानी वाले क्षेत्रों के लिए बेस्ट माना जाता है. साथ ही ये कम अवधि में तैयार होने वाली किस्म है जो 110-115 दिनों में पककर तैयार हो जाती है.

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