हमारे देश में अनाजों के साथ ही बागवानी फसलों की खेती भी खूब की जाती है. अगर आप भी किसान हैं और खेती से अच्छी कमाई करना चाहते हैं तो मौसम के अनुकूल खेती करनी होगी. इस खबर में आपको बताने जा रहे हैं कि अगस्त के महीने में कौन सी सब्जी उगाई जाती है. इसके अलावा खेती करने का सही तरीका भी बताएंगे ताकि किसानों को कोई समस्या ना हो और अधिक से अधिक पैदावार ले सकें.
अगस्त के महीने में कई राज्यों में जोरदार बारिश होती है इसलिए ऐसी फसलें उगाएं जो बारिश के लिए अनुकूल हो. इसके लिए हम आपको चार खास सब्जियों के नाम बता देते हैं जो किसान आसानी से लगा सकते हैं.
अगस्त के महीने में टमाटर की खेती की जा सकती है. इसे तैयार होने में 60-90 दिन का समय लगता है. इसे लगाने के लिए बीज और पौध दो तरीके होते हैं. खेतों की जुताई के बाद क्यारियां बना लीजिए और 20-25 सेमी की दूरी पर पौधे रोपते जाइए. हफ्ते में 3 बार की सिंचाई पर्याप्त है. अगर बरसात होती है तो हफ्ते में 1-2 बार से ज्यादा पानी ना दें. खाद की बात करें तो एक बार बुवाई से पहले मिट्टी में खाद मिला लें. दूसरी बार बुवाई के एक महीने बाद वर्मी कंपोस्ट का छिड़काव करें.
अक्टूबर-नवंबर के महीने में बाजार में बिकने वाली लौकी की बुवाई के लिए अगस्त का महीना अच्छा होता है. खेत की जुताई के बाद क्यारियां बनाएं. अब बांस और रस्सी के सहारे मचाननुमा स्ट्रक्चर बनाएं क्योंकि लौकी के पौधे बेलदार होते हैं जिनको बढ़ने के लिए पर्याप्त जगह चाहिए होती है. मचाननुमा स्ट्रक्चर बनाने से ये पौधे उसी में लिपट जाते हैं जिसके कारण फलों की तुड़ाई भी आसान हो जाती है.
बैंगन से बहुत सारे फूड आयटम बनाए जाते हैं इसलिए इसकी बाजार मांग खूब रहती है जो किसानों के लिए फायदेमंद है. बैंगन की खेती और देखभाल बिल्कुल टमाटर की तरह ही है. इसे भी तैयार होने में लगभग 3 महीने का समय लगता है. इसे बीज की बजाय नर्सरी से लाए अच्छी क्वालिटी के पौधों का चयन करना चाहिए.
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काफी फायदेमंद और उपयोगी गाजर की खेती भी अगस्त के महीने में की जा सकती है. आपको बता देते हैं कि गाजर एक कंद प्रजाति वाली सब्जी है जिसका फल मिट्टी के नीचे मिलता है. गाजर की बुवाई के लिए खेत की जुताई करें और कतारबद्ध तरीके से छोटी-छोटी मेड़ बना लें. अब दो मेड़ों के बीच की खाली जगह में 20-20 सेमी की दूरी पर बीज रोपें. मिट्टी सूखने से पहले सिंचाई कर दें. 01 महीने के बाद पौधे बड़े हो जाएंगे तब मिट्टी की गुड़ाई करें. 90-100 दिनों के बाद गाजर तैयार हो जाती है.
आपको बता दें कि किसी भी सब्जी की फसल को पूरी तरह से पकने से पहले ही तोड़ लेना चाहिए नहीं तो वे जल्दी खराब हो जाते हैं. आप उनकी पत्तियां देख के पता कर सकते हैं कि फसल तैयार हुई है नहीं. टमाटर, लौकी और बैंगन के फलों को देखकर और छू कर पता कर सकते हैं कि फसल तैयार हुई है नहीं लेकिन गाजर की बात करें तो इनके पत्तों को देखें अगर पत्ते पीले पड़ने लगे तो एक किनारे एक गाजर को खोदकर निकालें, अगर फल परिपक्व हो गए हैं तो खुदाई कर सकते हैं.