UP: हर जिले में टास्क फोर्स और स्पेशल मोबाइल नंबर...छुट्टा पशुओं से ऐसे मिलेगी निजात

UP: हर जिले में टास्क फोर्स और स्पेशल मोबाइल नंबर...छुट्टा पशुओं से ऐसे मिलेगी निजात

यूपी सरकार छुट्टा पशुओं से निजात दिलाने के लिए बड़ा अभियान चलाने जा रही है. यह अभियान 5 से 20 जनवरी तक चलेगा जिसमें हर जिले में एक टास्क फोर्स बनेगा. हर जिले में एक मोबाइल नंबर दिया जाएगा जिस पर किसान छुट्टा पशुओं की समस्या की जानकारी देंगे. मोबाइल नंबर पर सूचना दिए जाने के बाद गोवंश को गौशाला में भेजा जाएगा.

यूपी में भारी समस्या बने छुट्टा गोवंशयूपी में भारी समस्या बने छुट्टा गोवंश
क‍िसान तक
  • लखनऊ,
  • Jan 02, 2023,
  • Updated Jan 02, 2023, 5:34 PM IST

उत्तर प्रदेश में छुट्टा पशुओं की समस्या बहुत गंभीर हो गई है. किसान फसलों की रखवाली में दिन-रात एक हुए हैं. दिन भर खेतों में काम करने के बाद भी रात में टॉर्च और लाठी लेकर गायों को भगाना पड़ रहा है. ऊपर से कोहरा और भीषण ठंड की मार अलग से. यह मुद्दा राजनीतिक रंग भी लेता रहा है. हाल में बीते विधानसभा चुनाव में विपक्ष ने छुट्टा पशुओं का मुद्दा बनाया था. बाद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इससे निजात दिलाने के लिए एक पूरी कार्ययोजना बताई. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस समस्या को रेखांकित कर चुके हैं. ऐसे में यूपी सरकार एक और बड़ी तैयारी में लग गई है.

यूपी के पशुपालन मंत्री धरमपाल सिंह ने कहा है कि सरकार छुट्टा पशुओं से निजात दिलाने के लिए बड़ा अभियान चलाने जा रही है. यह अभियान 5 जनवरी से 20 जनवरी तक चलेगा जिसमें हर जिले में एक टास्क फोर्स बनेगा. हर जिले में एक मोबाइल नंबर दिया जाएगा जिस पर किसान छुट्टा पशुओं की समस्या की जानकारी देंगे. मोबाइल नंबर पर सूचना दिए जाने के बाद गोवंश को प्रशासन की तरफ से आश्रय स्थल या गौशाला में भेजा जाएगा.

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इस नई योजना के बारे में पशुपालन मंत्री धरमपाल सिंह कहते हैं, निराश्रित गोवंश उत्तर प्रदेश में किसानों की समस्या है. इसको हम बेहतर जानते हैं, लेकिन जो निराश्रित गोवंश है वह कहीं बाहर से नहीं आया है. पशुपालक जब तक गाय दूध देती है तब तक उसे पालते हैं और जब दूध देना बंद कर देती है तो उसे छोड़ देते हैं. ऐसे लोगों को सावधान भी किया गया है कि वे ऐसा नहीं करें. 

पशुपालन मंत्री ने कहा, पशुपालन विभाग की ओर से हम 5 जनवरी से 20 जनवरी तक एक बड़ा अभियान चला रहे हैं. हर जिले में एक टास्क फोर्स बनाया जाएगा, एक मोबाइल नंबर दिया जाएगा जिससे उस नंबर पर सूचना दिया जा सके. सूचना के आधार पर गोवंश को आश्रय स्थल तक पहुंचाने का काम किया जाएगा.

धरमपाल सिंह ने कहा, ठंड का महीना है और भयंकर ठंड पड़ रही है. किसान और पशु दोनों के साथ समस्या है. गाय के साथ समस्या है कि वह खेत में न खाए तो कहां खाए. किसान के सामने समस्या है कि खेत न बचाए तो बच्चों को क्या खिलाएगा. दोनों ही समस्याओं का समाधान करेंगे. निराश्रित गोवंश को गौशाला में पहुंचाएंगे. पशुपालन मंत्री कहते हैं, लंपी स्किन रोग आया था तो कोरोना की तरह इस पर सरकार ने नियंत्रण पाया. बाहर के लोग यह अध्ययन भी करने आ रहे हैं कि यूपी सरकार ने इस वायरस पर कैसे नियंत्रण पाया. पशुपालन मंत्री ने कहा कि गौशाला में गाय के लिए सारे इंतजाम होंगे जिसमें खाने-पीने की सुविधा पूरी होगी. 

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दूसरी ओर, उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में प्रदेश की सबसे बड़ी सरकारी गौशाला बनने जा रही है. ये गौशाला पुरकाजी खादर क्षेत्र में स्थित चंदन गांव में 70 हेक्टेयर जमीन में बनाई जाएगी. इसमें तकरीबन 5000 आवारा गौवंशों को रखा जाएगा. इस गौशाला के लिए केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के साथ-साथ जिला प्रशासनिक अधिकारियों ने कुछ दिन पूर्व जमीन का निरीक्षण कर प्लॉट तय कर लिया है. बताया जा रहा है कि जल्द ही इस जमीन पर गौशाला का निर्माण भी शुरू किया जाएगा जिसके बाद जनपद वासियों को आवारा गौवंशों से निजात दिलाई जाएगी.(इनपुट-समर्थ)

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