गरीब की गाय आज देशभर की पसंद बन चुकी है. जिसे पालने में पहले लोग शर्म करते थे अब बड़े ही शान से उसके बड़े-बड़े फार्म बना रहे हैं. लेकिन, आज उसी गरीब की गाय बकरी को पालने वालों की भीड़ सबसे ज्यादा है. इस बात की गवाही नेशनल लाइव स्टॉक मिशन (NLM) के आंकड़ों से भी हो जाती है. एनएलएम केन्द्र सरकार की एक योजना है. इस योजना के तहल पशुपालन के लिए लोन और उस पर सब्सिएडी दी जाती है. आंकड़े बताते हैं कि सबसे ज्यादा लोन बकरी पालन के लिए मांगा जा रहा है.
खासतौर पर देश के पांच राज्य तो ऐसे हैं जहां से बकरी पालन के रिकॉर्ड आवेदन आए हैं. इतना ही नहीं केन्द्र सरकार के संस्थान में बकरी पालन की ट्रेनिंग के लिए आवेदकों को दो से तीन महीने की वेटिंग मिल रही है. गोट एक्सपर्ट का कहना है कि बकरी पालन में ये बदलाव किसी एक वजह से नहीं आया है. इसके पीछे पालन से लेकर मार्केट तक है.
हर राज्य से एनएलएम में आवेदन आते हैं. पशुपालन और उससे जुड़े काम करने के लिए आवेदन आते हैं. अगर हर राज्य से आने वाले कुल आवेदनों की संख्या देखें तो उसमे सबसे ज्यादा आवेदन बकरी पालन से जुड़े हैं. ऐसे ही कुछ राज्यों की जानकारी हम इस खबर में दे रहे हैं.
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