Sheep Farming for Meat भेड़ पालन के बारे में यही सोचा जाता है कि भेड़ से सिर्फ ऊन का ही उत्पादन होता है. लेकिन भेड़ के मीट की भी बहुत डिमांड है. पहाड़ी और ठंडे इलाकों में दूध की भी डिमांड है. जबकि कश्मीर में तो भेड़ के मीट की 50 फीसद डिमांड पूरी करने के लिए दूसरे राज्यों से भेड़ खरीदी जाती हैं. केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान (CIRG), मथुरा के प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. गोपाल दास ने किसान तक को बताया कि अगर ऊन की बात भी छोड़ दें तो साल के 12 महीने के अलावा बकरीद के मौके पर भी कुर्बानी के लिए भेड़ की बहुत डिमांड रहती है. और इस मामले में मुजफ्फरनगरी नस्ल की भेड़ बहुत अच्छी मानी जाती है.
नोट- मीट के आंकड़े टन में हैं.
साल 2023-24 में 8 करोड़ भेड़ मीट के लिए इस्तेमाल की गईं.
2023-24 में देश में भेड़ के मीट का कुल उत्पादन 11.41 लाख टन था.
आमतौर पर मैदानी इलाकों में बकरियों के साथ भेड़ पालन भी किया जाता है. हालांकि अब भेड़ के ऊन की डिमांड नहीं रही है, लेकिन मीट के लिए खूब पाली जा रही है. खासतौर से ऐसी भेड़ जिनकी ग्रोथ तेजी से होती है और उनका वजन 50-60 किलो से ऊपर चला जाता है.
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