आज के समय में पशुपालन और पोल्ट्री फार्मिंग लोगों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही है. खासकर अंडे और चिकन की बढ़ती मांग के कारण पोल्ट्री फार्मिंग एक फायदे का सौदा बन गई है. लेकिन ज्यादातर किसान मुर्गी पालन तक ही सीमित रहते हैं. अगर आप कुछ नया और ज्यादा लाभदायक करना चाहते हैं, तो जापानी बटेर का पालन आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकता है.
जापानी बटेर एक छोटा सा पक्षी है जो दिखने में सुंदर होता है और इसका पालन मुर्गियों के मुकाबले कहीं ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है. ये परिंदा कम समय में तैयार होता है, अंडे भी ज़्यादा देता है और इसका मांस भी बाज़ार में महंगे दामों पर बिकता है. तो आइए जानते हैं क्या है बटेर पालन के फायदे.
जापानी बटेर का बच्चा सिर्फ 35 दिनों में 180 से 200 ग्राम तक का हो जाता है. इसका मतलब है कि बहुत जल्दी ये बिक्री के लिए तैयार हो जाता है. वहीं 5 से 6 हफ्तों में अंडे देना भी शुरू कर देता है.
एक मादा बटेर साल भर में लगभग 300 अंडे देती है. बटेर के अंडे छोटे होते हैं लेकिन इनमें पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा होती है. यही कारण है कि इनकी बाज़ार में अच्छी कीमत मिलती है. इसके अलावा बटेर का मांस भी काफी स्वादिष्ट और मुलायम होता है, जिसकी कीमत 500 से 600 रुपए किलो तक जाती है.
बटेर को पालने के लिए ज्यादा जगह की जरूरत नहीं होती. इन्हें छोटी-सी जगह में आसानी से पाला जा सकता है. इसलिए जिनके पास ज़मीन कम है, वो भी इस व्यवसाय को शुरू कर सकते हैं.
बटेर को पालने में खर्च कम आता है, क्योंकि इनके चूजे सस्ते होते हैं और इनका खाना भी ज्यादा नहीं लगता. इसके अलावा, बटेर को बीमारियां कम होती हैं, जिससे दवाइयों और इलाज का खर्च भी कम आता है.
रायबरेली जिले के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. इंद्रजीत वर्मा का मानना है कि जो किसान अब तक सिर्फ मुर्गी पालन कर रहे हैं, उन्हें अब जापानी बटेर पालन की ओर भी ध्यान देना चाहिए. इससे उनकी आमदनी बढ़ेगी और बाजार की मांग भी पूरी होगी.
अगर आप कम जगह, कम लागत और कम समय में ज्यादा मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो जापानी बटेर का पालन आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है. इसकी बढ़ती मांग और पोषक अंडे-मांस के कारण यह जल्दी ही मुर्गी पालन की जगह ले सकता है. अब समय आ गया है कि आप भी इस छोटे से परिंदे से बड़ा फायदा कमाएं.