Goat Farming: 42 किलो वजनी है बकरी की ये नस्ल, दूध और मांस दोनों की है डिमांड

Goat Farming: 42 किलो वजनी है बकरी की ये नस्ल, दूध और मांस दोनों की है डिमांड

भारत में संगमनेरी बकरी को महाराष्ट्र के पुणे, नासिक, सोलापुर और धुले जिलों के क्षेत्रों में पाला जाता है. लेकिन ये बकरियां पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश में भी पाई जाती हैं. संगमनेरी नस्ल की बकरी पालन से लोगों को अच्छा मुनाफा होता है क्योंकि यह नस्ल अधिक दूध और मांस उत्पादन के लिए जानी जाती है.

इस नस्ल की बकरी का करें पालनइस नस्ल की बकरी का करें पालन
क‍िसान तक
  • Noida,
  • May 24, 2024,
  • Updated May 24, 2024, 4:29 PM IST

आज भी देश के ग्रामीण इलाकों में बकरी पालन बहुत लोकप्रिय है. यहां के लोग अपनी आजीविका के लिए बड़े पैमाने पर कृषि या पशुपालन पर निर्भर हैं. जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में यह रोजगार तेजी से बढ़ता नजर आ रहा है. बकरियों का प्रयोग कई प्रकार से किया जाता है. कुछ लोग इसका उपयोग दूध के लिए करते हैं तो कुछ लोग बकरी के मांस के लिए. आपको बता दें कि बाजारों में बकरी के दूध और मांस की मांग काफी ज्यादा है. खाने के शौकीन लोग बकरे का मांस बड़े चाव से खाना पसंद करते हैं. बकरी के दूध का उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है. ऐसे में अगर आप भी बकरी पालन कर मुनाफा कमाना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको यह तय करना होगा कि आप बकरी पालन क्यों करना चाहते हैं. फिर उसके अनुसार बकरियों की नस्ल का चयन करें. इसी कड़ी में आज हम बकरी की एक ऐसी नस्ल के बारे में बात करेंगे जिसका वजन 42 किलो तक है और इसके दूध और मांस दोनों की मांग है.

संगमनेरी बकरी का पालन

भारत में संगमनेरी बकरी को महाराष्ट्र के पुणे, नासिक, सोलापुर और धुले जिलों के क्षेत्रों में पाला जाता है. लेकिन ये बकरियां पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश में भी पाई जाती हैं. संगमनेरी नस्ल की बकरी पालन से लोगों को अच्छा मुनाफा होता है क्योंकि यह नस्ल अधिक दूध और मांस उत्पादन के लिए जानी जाती है.

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संगमनेरी नस्ल की पहचान

  • संगमनेरी नस्ल की बकरी मध्यम आकार की होती है.
  • संगमनेरी नस्ल की बकरी का रंग सफेद होता है.
  • संगमनेरी नस्ल की बकरियों में भूरे, काले और अन्य रंग के धब्बे होते हैं.
  • इस नस्ल की बकरियों के बाल छोटे और सीधे तथा घने होते हैं.
  • संगमनेरी 9 बकरी के कान मध्यम आकार के और झुके हुए होते हैं.
  • संगमनेरी बकरियों (नर और मादा दोनों) के सींग पीछे की ओर मुड़े होते हैं.
  • संगमनेरी बकरियों की पुंछ छोटी और पतली होती है, जो ऊपर की ओर उठी रहती है.
  • इन बकरियों के थन छोटे और गोल शंक्वाकार आकार के होते हैं.
  • संगमनेरी बकरियां 13 से 14 महीने में बच्चे देना शुरू कर देती हैं.
  • संगमनेरी बकरियों को मांस और दूध के लिए पाला जाता है.
  • संगमनेरी नर बकरी का वजन 35 से 60 किलोग्राम और मादा बकरी का वजन 25 से 40 किलोग्राम होता है.
  • संगमनेरी नस्ल की बकरियां 40% मामलों में जुड़वां बच्चों को जन्म देती हैं.
  • इस नस्ल की बकरियों की स्तनपान अवधि 150 से 160 दिन होती है.

संगमनेरी बकरियों की कीमत

संगमनेरी बकरियों की कीमत नस्ल, उम्र, वजन और क्षेत्र जैसे कई कारकों पर निर्भर करती है. इस नस्ल के बकरों की मांग बाजारों में अधिक रहती है. संगमनेरी नर बकरों की कीमत 300 रुपये से 350 रुपये प्रति किलोग्राम (जीवित बकरे) है. और संगमनेरी बकरी की कीमत 275 से 300 रुपये प्रति किलोग्राम है.

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