अंडे की क्वालिटी किस पैमाने पर मापी जाए इसके लिए आम ग्राहकों के पास कोई तरीका नहीं है. लेकिन पोल्ट्री बाजार में अंडे के दाम उसके साइज और वजन के हिसाब से तय होते हैं. हाल ही में भारत से अंडा खरीदने वाले कतर ने नई शर्तों के हिसाब से अंडा खरीदने की बात कही है. कतर की नई शर्तों में अंडा का वजन प्रमुख है. लेकिन एक अंडा ऐसा भी है जो वजन में कम होने के बावजूद महंगा बिकता है. और ये अंडा है कड़कनाथ मुर्गी का.
कड़कनाथ मुर्गी का अंडा ही नहीं चिकन भी महंगा बिकता है. हालांकि पोल्ट्री एक्सपर्ट के मुताबिक अंडा और चिकन महंगा बिकने के पीछे कई वजह है. बिहार एनीमल साइंस यूनिवर्सिटी, पटना ने भी कड़कनाथ के चिकन और अंडे को लेकर कई दावे किए हैं. रेट और खासियत के चलते ही अब देशभर में कड़कनाथ का पालन किया जा रहा है.
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पोल्ट्री एक्सपर्ट का कहना है कि कड़कनाथ मुर्गी 6 महीने की उम्र पर पहला अंडा देती है. कड़कनाथ के अंडे का वजन 45 ग्राम होता है. जबकि 55 ग्राम और उससे ज्यादा वजन का अंडा ज्यादा अच्छा माना जाता है. जबकि बाजार में सात से आठ रुपये का बिकने वाला सफेद अंडा 50 से 55 ग्राम तक का होता है. सामान्य सफेद मुर्गी जहां एक साल में 190 से लेकर 210 तक अंडे देती है, वहीं कड़कनाथ मुर्गी एक साल में 120 अंडे ही देती है. कड़कनाथ मुर्गी का अंडा बाजार में 20 से 25 रुपये का बिकता है.
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