Dairy: ऐसे करें डेयरी फार्म की सफाई, FSSAI के नियम भी पूरे होंगे और बीमारियां भी नहीं फैलेंगी

Dairy: ऐसे करें डेयरी फार्म की सफाई, FSSAI के नियम भी पूरे होंगे और बीमारियां भी नहीं फैलेंगी

डेयरी और एनिमल एक्सपर्ट का कहना है कि डेयरी फार्म और पशु शेड में रोजाना कचरे को साफ करना पशुपालन की अच्छी आदतों में माना जाता है. इस तरह की सफाई लिए एक्सपर्ट ने कुछ सुझाव तैयार किए हैं. इन्हें अपनाकर डेयरी फार्म और पशु शेड में हर वक्त साफ-सफाई रखी जा सकती है.

नासि‍र हुसैन
  • NEW DELHI,
  • Nov 03, 2024,
  • Updated Nov 03, 2024, 3:03 PM IST

डेयरी फार्म में रोजाना की सफाई का बहुत महत्व है. सफाई रहने से जहां पशुओं को बीमारी का खतरा नहीं रहता है, वहीं सफाई रखने से भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) के नियम भी पूरे हो जाते हैं और जुर्माने आदि का डर नहीं रहता है. इतना ही नहीं डेयरी फार्म साफ रहने के चलते दूध भी दूषि‍त नहीं होता है. अब तो बायो सिक्योरिटी के तहत सफाई के मानक अपनाने पर हर तरह की इंसानों और पशुओं को होने वालीं छोट-बड़ी बीमारियां भी नहीं होती हैं. 

वहीं पशुओं की सेहत के लिए गौशाला में कचरे का निपटारा करना बेहद जरूरी है. जिससे की कूड़ा-करकट किसी भी तरह की बीमारी की वजह ना बने. फार्म से निकलने वाले गोबर को एक अच्छी खाद के रूप में चारे और दूसरे फसलों के लिए स्टोर किया जा सकता है. वहीं गोबर की खाद से किसान बायो गैस के रूप में एक्सट्रा कमाई भी कर सकते हैं.  

ये भी पढ़ें: Glanders: घोड़े, गधे और खच्चरों के आने-जाने पर लगाया बैन, जाने किस राज्य ने लिया फैसला

डेयरी फार्म में सफाई के लिए करें ये काम 

  • डेयरी फार्म में सफाई के लिए हौज पाइप का इस्तेमाल करें. 
  • हौज पाइप की मदद से गोबर और दूसरे कचरे को एक साथ पानी से बहा देना चाहिए. 
  • ठोस वेस्ट को फावड़ों से इकट्ठा करके ठेला गाड़ी में उठाकर पशुशाला से ले जाएं. 
  • बड़ी पशुशालाओं में इसके लिए बैलगाड़ी या ट्रैक्टर ट्रॉली इस्तेमाल की जा सकता है.
  • तरल खाद और पशुशाला की धोवन को नाली द्वारा खुले और बंद इलाकों के जंक्शन तक ले जाना चाहिए. वहां इसका निपटारा करना चाहिए.
  • नाली को “यू” आकार का बनवाना चाहिए, उसकी गहराई 6-8 सेमी, चौड़ाई 30-40 सेमी तक होनी चाहिए.
  • डेयरी फार्म और पशुपालन शेड की नालियों में उपयुक्त ढलान रखा जाना चाहिए.
  • बड़े पशु शेड में सभी नालियों को एक में जोड़कर रखना चाहिए.
  • पशुशाला के बाहर हर शेड से निकलने वाली तरल खाद को नालियों खासकर बंद या सतही नाली को मुख्य फार्म वाली नाली से जोड़ देना चाहिए.
  • नाली इस तरल खाद को एक इंस्पेक्शन कक्ष तथा सैटिंग चेम्बर के जरिए से एक तरल खाद स्टोरेज टैंक में ले जाती है.
  • पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध हो तो प्रेशर द्वारा फर्श को धोकर तरल और ठोस खाद को एक खुली जगह में ले जाना चाहिए.
  • पशुशाला में पर्याप्त चौड़ाई वाली नालियों के नेटवर्क का निर्माण एक अनिवार्य जरूरत है.
  • इस मिश्रित धोवन पानी को चारा घास के खेतों में सीधे ले जाया जा सकता है या इसे बॉयोगैस संयंत्रों में स्लरी के तौर पर उपयोग किया जा सकता है.
  • ठोस खाद को अलग से इकट्ठा कर खाद के गड्ढे में अच्छे तरीके से स्टोर किया जाना चाहिए. 
  • इस तरह से खाद सही तरह डीकंपोज हो जाएगी और किसी मक्खियों का संक्रमण भी नहीं होगा. 

ये भी पढ़ें: मदर डेयरी और उत्तराखंड ने लांच किया गिर-बद्री गाय के दूध से बना घी और ट्रेसेबिलिटी सिस्टम

 

MORE NEWS

Read more!