बिहार वेटरनरी यूनिवर्सिटी के छात्र स्टडी और रिसर्च के लिए जाएंगे अमेरिका, करार पर हुए दस्तखत

बिहार वेटरनरी यूनिवर्सिटी के छात्र स्टडी और रिसर्च के लिए जाएंगे अमेरिका, करार पर हुए दस्तखत

बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के विद्यार्थी पढ़ाई और शोध के लिए यूएस जा सकते हैं. इसको लेकर बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय और यूएस के ओकलाहोमा स्टेट यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ़ वेटरनरी मेडिसिन के साथ एमओयू किया गया है.

बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय और यूएस के ओकलाहोमा स्टेट यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ़ वेटरनरी मेडिसिन के साथ एम.ओ.यु बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय और यूएस के ओकलाहोमा स्टेट यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ़ वेटरनरी मेडिसिन के साथ एम.ओ.यु
अंक‍ित कुमार स‍िंह
  • PATNA,
  • Nov 09, 2023,
  • Updated Nov 09, 2023, 2:14 PM IST

राज्य के इकलौते वेटरनरी विश्वविद्यालय बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के विद्यार्थी अब अमेरिका जाकर स्टडी और रिसर्च कर सकते हैं. इसके लिए बुधवार को विश्वविद्यालय के द्वारा ओकलाहोमा स्टेट यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ़ वेटरनरी मेडिसिन के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया. वहीं इस एमओयू को लेकर बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रामेश्वर सिंह ने कहा कि एमओयू से विश्वविद्यालय के छात्रों को अंतराष्ट्रीय पटल पर काम और शोध करने का अवसर मिलेगा जिससे उनकी कार्यकुशलता और काम के गुणवत्ता में इज़ाफ़ा होगा. 

बता दें कि इस समझौते के बाद बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय से जुड़े सभी महाविद्यालय जिनमें बिहार पशु चिकित्सा महाविद्यालय पटना, पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, किशनगंज और मात्स्यिकी महाविद्यालय, किशनगंज के छात्र और शिक्षक स्टडी और शोध के लिए ओकलाहोमा स्टेट यूनिवर्सिटी जा सकते हैं. इस एमओयू के जरिये विश्वविद्यालय में पढ़ रहे छात्र और शिक्षकों को अंतराष्ट्रीय शोध और काम से जोड़ना है ताकि वे पशु चिकित्सा के क्षेत्र में उन्नत तकनीक को अपनाकर राज्य और देश को लाभ दे सकें. इस समझौते के तहत काम करने पर 120 देशों के विशेषज्ञ और वैज्ञानिकों के साथ संवाद स्थापित होगा. 

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विद्यार्थी आपस में साझा करेंगे अनुभव

बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रामेश्वर सिंह ने कहा कि ओकलाहोमा स्टेट यूनिवर्सिटी के द्वारा पेश किए गए इस प्रस्ताव को स्वीकार करना हमारे लिए गर्व की बात है. यह समझौता दोनों विश्वविद्यालयों के बीच मील का पत्थर साबित होगा. जहां एक ओर यहां के विद्यार्थियों को अंतरराष्ट्रीय पटल पर काम और शोध करने का अवसर प्राप्त होगा. वहीं ओकलाहोमा स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधार्थियों को बिहार की भौगोलिक परिस्थिति और समस्याओं को जानकर उनके समाधान पर काम करने का मौका मिलेगा जिससे राज्य में पशुपालन और पशुधन को लाभ पहुंचेगा. इस क्षेत्र का बेहतर विकास संभव हो पाएगा. 

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समस्याओं का होगा निराकरण 

कॉलेज ऑफ़ वेटरनरी मेडिसिन ओकलाहोमा स्टेट यूनिवर्सिटी के सीनियर एसोसिएट डीन डॉ. जेरी आर. मालाएर ने कहा कि इस एमओयू के तहत दोनों देशों के सामान समस्याओं पर दो संस्थाओं के विशेषज्ञों द्वारा एक साथ काम करने का अवसर मिलेगा. इससे बेहतर परिणाम सामने आएंगे. स्वच्छ जल, हवा और पर्यावरण एक वैश्विक समस्या है. इस दिशा में भी काम करना होगा. आगे उन्होंने कहा कि वन हेल्थ पर हम काम कर रहे हैं. यहां की टीम हमारे साथ मिलकर वन हेल्थ पर काम कर राज्य को लाभ पहुंचा सकती है. वहीं बिहार वेटनरी कॉलेज के डीन डॉ. जे.के.प्रसाद ने ओकलाहोमा स्टेट यूनिवर्सिटी के प्रतिनिधियों को बिहार राज्य और विश्वविद्यालय की गतिविधियों और विकास की जानकारी प्रदान की. साथ ही विश्वविद्यालय में पठन-पाठन में उपयोग की जाने वाली आधुनिक तकनीकों से उन्हें वाकिफ करवाया.

 

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