बीते एक-दो दिनों में कई राज्यों में भयानक आंधी-तूफान और तेज बारिश, ओलावृष्टि की गई. मौसम की ऐसी स्थिति अभी भी कई राज्यों में बनी हुई है. इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग ने आज पूर्वी राजस्थान से लेकर पश्चिमी मध्य प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, बिहार और गंगा के तटीय पश्चिम बंगाल की ओर आने वाले सिस्टम तक भयंकर तूफान के साथ-साथ आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है. पूरे बेल्ट में ओलावृष्टि की भी आशंका है. ऐसे में आईएमडी ने जरूरी सावधानियां और एक्शन सुझाए हैं.
आईएमडी ने कहा है कि इन इलाकों में पेड़ों की शाखाएं टूटने, बड़े एवेन्यू पेड़ों के उखड़ने, पेड़ों से बड़ी-बड़ी सूखी शाखाएं उड़ने, खड़ी फसलों को नुकसान होने की आशंका जताई है. इसलिए सभी लोगों और किसानाें को खास सतर्कता बरतने की जरूरत है. आईएमडी ने कहा कि केले और पपीते के पेड़ों को मामूली से लेकर बड़ा नुकसान हो सकता है. शाखाओं के टूटने के कारण बिजली और संचार लाइनों को मामूली से लेकर बड़े नुकसान की आशंका है.
मौसम विभाग ने कहा कि तेज़ हवा या ओलावृष्टि से बागान, बागवानी और खड़ी फसलों को नुकसान हो सकता है. ओलावृष्टि से खुले स्थानों पर लोगों और मवेशियों को चोट लग सकती है और तेज हवाओं के कारण कमज़ोर ढ़ांचों को आंशिक नुकसान होने कच्चे मकानों/दीवारों और झोपड़ियों को मामूली नुकसान होने की आशंका है. साथ ही ढीली वस्तुएं उड़ सकती हैं.
आईएमडी ने सुझाव देते हुए कहा है कि वे खराब होती परिस्थितियों के लिए मौसम पर नज़र रखें और उसके अनुसार सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए तैयार रहें. बाहर कोई जरूरी काम न हो तो घर के अंदर ही रहें और खिड़कियां और दरवाज़े बंद रखें और अगर संभव हो तो यात्रा करने से बचें.
मौसम विभाग ने कहा कि सुरक्षित जगह पर ही आश्रय लें और पेड़ों के नीचे न जाएं. कंक्रीट के फर्श पर न लेटें और कंक्रीट की दीवारों से न टिकें. मौसम खराब होने पर बिजली/इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को अनप्लग करें. तुरंत जल निकायों से बाहर निकलें.
वहीं, बिजली का संचालन करने वाली सभी वस्तुओं से दूर रहें.
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