साउथ एशियन क्लाइमेट आउटलुक फोरम (सैस्कॉफ-31) और क्लाइमेट सर्विसेज यूजर फोरम का 31वें सीजन में पिछले दिनों भारत के मौसम विभाग (आईएमडी) की तरफ से दी गई जानकारी का समर्थन किया गया है. इस सीजन को हाइब्रिड मोड में आयोजित किया गया था. इस सत्र में भी आईएमडी की ही तरह इस साल के सामान्य से ज्यादा मॉनसून की पुष्टि की गई है. साथ ही कहा गया है कि दक्षिण एशिया के ज्यादातर हिस्सों में इस बार मॉनसून के सामान्य से ज्यादा रहने की संभावना है.
मंगलवार को पुणे में दक्षिण-पश्चिम मानसून सीजन (जून-सितंबर) में मौसम पूर्वानुमान पर एक बयान जारी किया गया है. इस बयान में कहा गया है कि तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर-लद्दाख-लेह के कुछ हिस्सों और भारत के उत्तर-पूर्व को छोड़कर दक्षिण एशिया के अधिकांश भागों में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना है. क्षेत्र के बाकी क्षेत्रों में मौसमी बारिश, जलवायु संबंधी संभावनाओं (सामान्य से कोई बड़ा विचलन नहीं) के अनुरूप होने की संभावना है.
सामान्य से ज्यादा मानसून पूर्वानुमान पूरे पाकिस्तान और नेपाल, अफगानिस्तान के दक्षिणी भागों और श्रीलंका के उत्तरी और पूर्वी भागों तक फैला हुआ है. सैस्कॉफ 31 की तरफ से मौसम के पूर्वानुमान में कहा गया है कि चूंकि इस मौसम में बारिश और तापमान में बहुत ज्यादा अंतर-जलवायु परिवर्तनशीलता देखने को मिलती है. ऐसे में सलाह दी जाती है कि पूर्वानुमानों की विस्तारित रेंज पर नजर रखें. सैस्कॉफ और आईएमडी ने तमिलनाडु, उत्तर भारत और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों को छोड़कर दक्षिण एशिया के कुछ हिस्सों में सामान्य से ज्यादा बारिश की भविष्यवाणी की है.
पिछले साल, दक्षिण एशिया के ज्यादातर हिस्सों में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई थी. जबकि हिमालय की तलहटी और पूर्वोत्तर हिस्सों में सामान्य से कम बारिश हुई थी. साल 2025 के मौसम के लिए क्षेत्रीय जलवायु पूर्वानुमान दक्षिण एशिया की नौ राष्ट्रीय मौसम विज्ञान और वॉटर साइंस सर्विसेज की तरफ से अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के समर्थन से विकसित किया गया है. जून-सितंबर के मानसून सीजन में औसत से ज्यादा बारिश होने का अनुमान है.
यह ENSO (अल नीनो-दक्षिणी) और तटस्थ हिंद महासागर द्वि-ध्रुव (IOD) स्थितियों जैसे अनुकूल जलवायु संकेतकों की तरफ से तय होता है. इन दोनों ही कारकों ने ऐतिहासिक तौर पर मजबूत मानसून गतिविधि का समर्थन किया है. ज्यादातर क्षेत्रों, खासकर मध्य और दक्षिणी दक्षिण एशिया में रात के समय न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर रहने की संभावना है. वहीं उत्तर, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में दिन के समय अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की उम्मीद है. जबकि मध्य और दक्षिणी भारत में दिन के समय अपेक्षाकृत हल्की गर्मी पड़ सकती है.
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