महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में बारिश ने मचाई तबाही, हिंगोली में दो लाख हेक्टेयर में फसल बर्बाद

महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में बारिश ने मचाई तबाही, हिंगोली में दो लाख हेक्टेयर में फसल बर्बाद

हिंगोली में भारी बारिश के बाद आई बाढ़ के कारण तबाही की तस्वीर नजर आ रही है. घर पानी में डूबे हुए हैं. यहां लोगों को बचाने के लिए लगातार बचाव कार्य जारी है. बाढ़ की कई तस्वीरें सामने आ रही हैं जिसमें लोग पेड़ों पर चढ़कर तो कहीं कहीं गले तक पानी में डूबकर बाढ़ से बचने का प्रयास कर रहे हैं.

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महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में बारिश ने मचाई तबाही, हिंगोली में दो लाख हेक्टेयर में फसल बर्बादमराठवाड़ा में भारी बारिश से फसलों को नुकसान (सांकेतिक तस्वीर)

महाराष्ट्र के कई जिलों में जबरदस्त बारिश हो रही है. भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं और जनजीवन प्रभावित हुआ है. इतना ही नहीं, कई क्षेत्रों से फसलों के नुकसान होने की भी खबर आ रही है. महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र के हिंगोली जिले की पूर्णा, पैनगंगा, कयादु नदी में आए बाढ़ में दर्जनों गांव डूब चुके हैं. पानी भर जाने के बाद 200 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है, जबकि 90 लोगों को रेस्क्यू किया गया है. पिछले 12 घंटे से यहां पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. इसके साथ ही फसलों के नुकसान की भी खबर है. 

भारी बारिश के बाद आई बाढ़ के कारण यहां तबाही की तस्वीर नजर आ रही है. घर पानी में डूबे हुए हैं. यहां पर लोगों को बचाने के लिए लगातार बचाव कार्य जारी है. बाढ़ की कई तस्वीरें सामने आ रही हैं जिसमें लोग पेड़ों में चढ़कर तो कहीं कहीं गले तक पानी में डूबकर बाढ़ से बचने का प्रयास कर रहे हैं. कलमनूरी के देवजाना गांव, डोंगरगांव के इलाकों में सबेरे सात बजे से हिंगोली नगर पालिका की दमकल विभाग कि टीम बचाव कार्य में जुटी हुई है.

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दो लाख हेक्टेयर में बर्बाद हुई फसल

इधर नांदेड़ जिले में भारी बारिश के कारण 2 लाख हेक्टेयर में लगी हुई फसलों को नुकसान हुआ है. अधिकारियों से मिल रही जानकारी के अनुसार नांदेड़ जिले के 45 राजस्व क्षेत्रों में हुई मूसलाधार बारिश के कारण दो लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें प्रभावित हुई हैं. इसके अलावा भारी बारिश के कारण 25 जानवरों की मौत हो गई है. अधिकारी ने कहा कि नांदेड़ शहर, अर्धापुर, हदगांव, देगलूर, मुदखेड़, कंधार, लोहा और नायगांव में फसलें बारिश के कारण बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई हैं. 

12 घंटे में हुई 170 एमएम बारिश

अधिकारियों के अनुसार, नांदेड़ जिले के 45 राजस्व क्षेत्र मूसलाधार बारिश से प्रभावित हुए हैं. एक अधिकारी ने बताया कि भारद, मालेगांव और दाभद राजस्व हलकों में सोमवार को महज 12 घंटों में 170 मिमी बारिश दर्ज की गई. लगातार बारिश के कारण नांदेड़ शहर के निचले इलाके पानी में डूब गए हैं. उन्होंने कहा कि वासर्णी के पंचवटी साईं बाबा कमान क्षेत्र में पानी एक इमारत की दूसरी मंजिल तक पहुंच गया. काफी मशक्कत के बाद दो लोगों को वहां से बचाया गया.

हिंगोली में हुई 141. 70 मिमी बारिश

भारी बारिश के कारण नांदेश के विभिन्न जलाशयों में पानी भर गया है. नांदेड़ जिले के कई बांधों से सोमवार को पानी छोड़ा गया. विष्णुपुरी बांध के चौदह द्वार, ऊपरी मनार परियोजना के 15 में से नौ द्वार खोल दिए गए और अतिरिक्त पानी गोदावरी और मनार नदियों में छोड़ा गया. अधिकारियों ने कहा कि नांदेड़ में विभिन्न बैराजों के द्वार खुले रखे गए हैं और जल स्तर बनाए रखने के लिए पानी छोड़ा जा रहा है. उन्होंने कहा कि हिंगोली के सोमवार को भारी बारिश हुई और जिले में औसत वर्षा 141.70 मिमी दर्ज की गई.

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11 जिलों में हुई भारी बारिश

मराठवाड़ा क्षेत्र में आठ जिले पड़ते हैं. इन जिलों में रविवार से भारी बारिश हो रही है. बारिश से जुड़ी घटनाओं में अब तक कम से कम चार लोगों की जान जा चुकी है. अधिकारियों ने बताया कि जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद आई बाढ़ के कारण 77 गौशालाओं को नुकसान हुआ है. जिला कलेक्टर अभिनव गोयल ने बताया कि फसल नुकसान का सर्वेक्षण इस सप्ताह किया जाएगा. हिंगोली के जिले के संरक्षक मंत्री अब्दुल सत्तार नुकसान का जायजा लेने के लिए मंगलवार सुबह सोडेगांव, डोंगरगांव पुल और सावरखेड़ा के बारिश प्रभावित गांवों में पहुंचे. राजस्व विभाग की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मराठवाड़ा क्षेत्र के चार जिलों के 11 राजस्व क्षेत्रों के गांवों में भारी बारिश हुई. 
 

 

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