महाराष्ट्र में इन दिनों कई इलाकों में भारी बारिश तो कहीं बादल फटने जैसी घटनाएं सामने आई है, जिससे नदी-नालों और तालाबों में बाढ़ जेसी स्थिति बनी हुई है. कई जगहों पर डैम भी लबालब भर गए हैं. बारिश से ठीक ऐसा ही हाल पुणे, सोलापूर और अहिल्यानगर जिले के किसानों के लिए संजीवनी माने जाने वाले उजनी बांध का भी है, जिससे भीमा नदी बेसिन में पानी का बहाव बढ़ गया है. वहीं सांगली में कृष्णा नदी भी उफान पर है, जिससे कई इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है और नदी किनारे के खेत जलमग्न होने से फसलें डूब गई हैं.
प्रसाशन ने जानकारी दी है कि बढ़े हुए जलस्तर के चलते उजानी बांध के 16 गेट खोले गए हैं और भीमा नदी के बेसिन में 76 हजार 600 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे भीमा नदी में बाढ जैसी स्थिती आ गई है. प्रसाशन की ओर से भीमा नदी के किनारे बसे गांवों के लिए अलर्ट जारी किया गया है. कुछ गांवों मे नदी किनारे रह रहे लोगों को घर खाली करने के आदेश भी जारी किए गए हैं.
दौंड तालुका से उजानी में 27456 क्यूसेक पानी आ रहा है. पुणे और आसपास की इलाकों में लगातार हो रही बारिश के कारण उजानी बांध मे भी जलस्तर बढ़ रहा है. प्रशासन की ओर से बताया गया है कि जरूरत पड़ी तो और मात्रा में पानी उजनी बांध से छोडा जाएगा.
वहीं, सांगली जिले की पलुस तालुका और कृष्णाकाठ इलाके में पिछले दो दिनों से बारिश ज़ोरों पर है. कोयना बांध के जलग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश जारी है. इसके चलते कोयना बांध से पानी छोड़ा जा रहा है.
कोयना बांध से पानी छोड़े जाने की वजह से कृष्णा नदी का जलस्तर बढ गया हैं. आज सुबह पलुस तालुका के नागठाणे में कृष्णा नदी पर बना बांध पानी में डूब गया है, जबकि कई जगहों पर नदी का पानी नदी तल से ऊपर बह गया है, जिससे बाढ़ की स्थिति पैदा होने की आशंका है.
मंगलवार शाम से ही जलस्तर तेज़ी से बढ़ने के कारण नागठाणे पुल पानी में डूब गया है. पुल पर लगभग एक फुट पानी होने के कारण यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है. सुरक्षा कारणों से तत्काल पूल पर यातायात रोक दिया है. इसके कारण नागठाणे गांव का शिरगांव से संपर्क टूट गया है, जिससे स्थानीय लोगों को असुविधा हो रही है.
नदी का पानी अब नदी के किनारे के खेतों में घुसने लगा है. बुरली, अमनापुर, धनगांव इलाकों में पानी घुस गया है. इस समय कृष्णा नदी में भीषण बाढ़ आने की चर्चा जोरों पर है, जिससे लोगों में चिंता का माहौल है. प्रशासन स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है और लोगों से सतर्क रहने की अपील कर रहा है.
पलुस तालुका में हमेशा चर्चा का विषय रहे अमनापुर अंकलखोप पुल पर कल आधी रात को पानी भर गया. जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर मंगलवार रात से ही इस पुल को बंद कर रखा है. इस बीच, आधी रात को पुल के पानी में डूब जाने से इस मार्ग पर यातायात ठप हो गया है. पिछले 24 घंटों में नदी का जलस्तर लगभग 12 फीट बढ़ गया है. बुरली, अमनापुर, धनगांव इलाकों में नदी किनारे के खेतों में पानी घुस गया है. इससे किसानों द्वारा खेतों में लगाई गई फसलें भी पानी में डूब गई हैं.
नदी का पानी अमनापुर स्थित लिंगायत श्मशान घाट में घुस गया है. पिछले 24 घंटों में बांध के जलग्रहण क्षेत्र में बारिश की तीव्रता बढ़ गई है. नदी में बाढ़ आने के कारण नदी किनारे के गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. इससे आसपास के इलाके में सामान्य जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. पलुस पुलिस स्टेशन ने अमनापुर पुल पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है. (सांगली से प्रबोधिनी चिखलीकर की रिपोर्ट)
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