झारखंड में हो रही अनियमित बारिश से किसानों की चिंता बढ़ गई है. किसानों को इस बात का डर सता रहा है कि एक बार फिर से उन्हें गंभीर सूखे के संकट का सामना करना पड़ सकता है. इस बीच राज्य में रुक-रुक हो रही बारिश से कृषि प्रभावित हो रही है. बारिश से खेती किसानी को लाभ नहीं हो पा रहा है. मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अब तक राज्य में 236 मिमी बारिश दर्ज की गई है जो कृषि के लिहाज से बेहद कम है. हलांकि राजधानी रांची और आस-पास के जिलों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है. पर इस बूंदा बांदी से किसानों को लाभ होता नहीं दिख रहा है. यह सिर्फ सब्जी की खेती के लिए हो रहा है.
वहीं मौसम विभाग की तरफ से जारी किए गए ताजा पूर्वानुमान के मुताबिक 28 जुलाई तक राजधानी रांची समेत आस-पास के जिलों में बादल छाए रहेंगे. जबकि खूंटी, गुमला, और लातेहार जिले में हल्के और मघ्यम दर्ज के बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है. मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आंनंद ने बताया कि 27 जुलाई को राज्य के अधिकांश हिस्सों में हल्के और मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है. इस दौरान बोकारो, रामगढ़ लोहरदगा और पूर्वी सिंहभूम में कुछ स्थानों पर तेज बारिश भी हो सकती है. जबकि 28 जुलाई को भी अच्छी बारिश होने का अनुमान लगाया गया है.
अभिषेक आनंद ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में एक सिस्टम बन रहा है,उम्मीद जतायी जा रही है कि इससे झारखंड में अच्छी बारिश होगी और बारिश की जो कमी अब तक राज्य में हुई है वो पूरी हो जाएगी. पिछले 24 घंटे के बारिश की बात करें तो राज्य के अधिकांश हिस्से सूखे ही रहे हैं. पाकुड़ में 2.5 एमएम बारिश दर्ज की गई. जबकि सिमडेगा में दो एमएम बारिश दर्ज की गई है, इसके अलावा बाकी जिले सूखे ही रहे.
वहीं तापमान की बात करें तो सबसे अधिक तापमान गोड्डा में 36.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. जबकि सबसे कम तापमान 28.6 डिग्री रांची में रिकॉर्ड किया गया. राज्य में सबसे कम वर्षा पलामू प्रमंडल में हो रही है इसके कारण यहां के किसानों की चांत काफी बढ़ गई है. राज्य के 17 ऐसे जिले हैं जहां पर सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है. जबकि चार जिलों की स्थिति बेहद की गंभीर है. यहां पर 60 से 80 फीसदी तक कम बारिश दर्ज की गई है. राज्य के सिर्फ तीन जिले ऐसे हैं जहां पर सामान्य बारिश हुई है.
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