यूपी की योगी सरकार ने पीएम मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम की 100वीं कड़ी को खास बनाने के लिए गांव और किसानों पर फोकस किया है. इस कवायद के तहत उन किसानों को खास तौर पर सूबे की राजधानी लखनऊ बुलाया गया है, जिनके अच्छे कामों का जिक्र पीएम मोदी 'मन की बात' में कर चुके हैं. इसके अलावा गांव के लोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में आगामी रविवार को पीएम मोदी के 'मन की बात' को सुनें, इसके लिए यूपी सरकार के ग्राम्य विकास विभाग ने भी पंचायत भवन से लेकर खेत खलियान तक इस कार्यक्रम का प्रसारण करने के इंतजाम किए हैं. इसमें योगी सरकार का फोकस स्वयं सहायता समूह की महिलाओं और मनरेगा मजदूरों को इस कार्यक्रम से जोड़ने पर है.
यूपी में दो स्तरों पर इस आयोजन को भव्य बनाने की तैयारी है. पहला, प्रसार भारती की मदद से योगी सरकार इस कार्यक्रम के 100वें एपिसोड को जन जन तक पहुंचाएगी. इसके अलावा यूपी के राजभवन में भी एक कार्यक्रम आयोजित किया गया है. इसमें यूपी से ताल्लुक रखने वाले उन सभी लोगों को बुलाया गया है, जिनके अनुकरणीय कामों का उल्लेख पीएम मोदी इस कार्यक्रम के पिछले 99 एपिसोड में कर चुके हैं. पीआईबी द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मुख्य अतिथि होंगी.
गौरतलब है कि 'मन की बात' कार्यक्रम में शामिल होने वाले यूपी के लोगों को राज्यपाल द्वारा प्रशस्ति पत्र भी भेजा जाता है. राजभवन में रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम पर आधारित एक चित्र प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया है. दूरदर्शन के लखनऊ केंद्र द्वारा आयोजित इस प्रदर्शनी में 'मन की बात' कार्यक्रम में शामिल हो चुके लोगों के कामों को छाया चित्रों के माध्यम से पेश किया जाएगा.
राजभवन में 30 अप्रैल को आयोजित कार्यक्रम में आमंत्रित इन खास मेहमानों के साथ राज्यपाल 'मन की बात' कार्यक्रम सुनेंगी. इस दौरान ग्रामीण इलाकों में अंधेरे घरों को रोशन करने वाली कानपुर देहात की नूरजहां और खुद दिव्यांग होकर दूसरों के नंगे पैरों को चप्पल मुहैया कराने वाले मुरादाबाद के सलमान सहित अन्य लोगों की कहानी को पूरे प्रदेश में प्रसारित कराया जाएगा.
कानपुर देहात के गांवों में अंधेरे घरों को सोलर लांटेन से उजाला देने वाली नूरजहां के जज्बे का जिक्र, पीएम मोदी पहले 'मन की बात' में कर चुके हैं. इसी प्रकार मुरादाबाद के एक गांव में रहने वाले सलमान खुद दिव्यांग होने के बावजूद गरीबों के नंगे पैरों को सस्ते चप्पल मुहैया कराने के लिए चर्चा में आए. पीएम मोदी सलमान का भी जिक्र मन की बात में कर चुके हैं.
इनमें बांदा के किसान उमाशंकर पांडे भी शामिल हैं. पीएम मोदी ने बांदा के जखिनी गांव में पुरखों के बताए तरीकों से जल संरक्षण का अनूठा मॉडल दुनिया के सामने पेश करने वाले किसान पांडे की कहानी को 'मन की बात' कार्यक्रम में पेश किया था. बुंदेलखंड के 'जल योद्धा' के रूप में ख्याति प्राप्त पांडे को हाल ही में नागरिक सम्मान पद्मश्री से भी नवाजा गया है.
'मन की बात' कार्यक्रम के बारे में प्रदेशवासियों की लगभग सभी जिलों से प्रतिक्रिया भी एकत्र की गई हैं. इस कार्यक्रम के 100वें एपिसोड के मौके पर इन प्रतिक्रियाओं का प्रसारण दूरदर्शन द्वारा किया जाएगा.
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यूपी सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि 'मन की बात' कार्यक्रम के अब तक प्रसारित हो चुके लगभग सभी एपिसोड में, पीएम मोदी ने यूपी में लोगों के सकारात्मक कामों का जिक्र किया है. इससे पता चलता है कि सकारात्मक सोच से काम करने वालों की संख्या यूपी में तेजी से बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम इस बात की बानगी बना है कि समाज में बेहतर काम करने वालों की स्वीकार्यता सरकार के स्तर पर हो रही है.
विभाग ने ऐसे लोगों की सूची तैयार करके, इनकी प्रेरणादायक सफलता की कहानी से प्रदेशवासियों को रूबरू कराने की तैयारी की है. जिससे इन लोगों का समाज में स्थान ऊंचा हो और लोग भी इनके कामों का अनुसरण करें.
गौरतलब है कि यूपी के ग्राम्य विकास विभाग ने भी पीएम मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम के 100वें एपीसोड को ऐतिहासिक बनाने के लिए राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़े ग्रामीणों को जोड़ने की पहल की है. इस मिशन के तहत हर गांव में गठित महिलाओं के स्वयं सहायता समूह की लगभग 70 लाख सदस्य और मनरेगा के मजदूर, पीएम के मन की बात कार्यक्रम का 100वां एपिसोड सुनेंगे.
इसके अलावा यूपी में सत्तारूढ़ भाजपा ने भी इन दिनों चल रहे स्थानीय निकाय चुनाव को देखते हुए 55 हजार मतदान केन्द्रों पर 'मन की बात' कार्यक्रम का प्रसारण करने की व्यवस्था की है. बता दें कि पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद 03 अक्टूबर 2014 को विजयादशमी के दिन आकाशवाणी पर मन की बात कार्यक्रम का आगाज किया था. तब से लेकर यह कार्यक्रम अनवरत रूप से जारी है.
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