सती भैरवी फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड (Sathy Bhairavi Farmer Producer Company Limited) तमिलनाडु के इरोड जिले के सत्यनगम क्षेत्र में स्थित एक सफल एफपीओ (FPO) है. यह कंपनी भारत सरकार की 10,000 FPO योजना के अंतर्गत बनाई गई थी और 21 अप्रैल 2024 को आधिकारिक रूप से पंजीकृत हुई थी. कंपनी की शुरुआत 503 किसानों के साथ हुई, जिन्हें ₹9.41 लाख की इक्विटी ग्रांट मिली. शुरुआत के साल में ही कंपनी ने शानदार प्रगति की. वित्त वर्ष 2023-24 में इसका टर्नओवर ₹2.34 करोड़ रहा. इसके बाद वित्त वर्ष 2024-25 में यह बढ़कर ₹4.8 करोड़ तक पहुँच गया. वर्तमान वित्त वर्ष 2025-26 में अब तक ₹2 करोड़ का कारोबार हो चुका है.
सती भैरवी FPO मुख्य रूप से नारियल, केला, सब्जियों और कृषि इनपुट्स (बीज, उर्वरक आदि) के व्यापार का काम लंबे समय से करती आ रही है. इसके लिए कंपनी ने एक इनपुट शॉप और एक कलेक्शन सेंटर की स्थापना की है, जहां किसान अपनी उपज जमा कर सकते हैं और खेती से जुड़ी जरूरी चीजें खरीद सकते हैं. इससे किसानों को स्थानीय स्तर पर आसानी से सेवाएं मिलने लगी हैं.
FPO की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है- दो 'केला मंडियों' (Banana Mandis) का सफल संचालन. यह मंडियां सप्ताह में चार दिन खुलती हैं, जहां खुले नीलामी के माध्यम से किसानों को उनके उत्पाद का सही और पारदर्शी मूल्य मिलता है.
इन मंडियों से अब तक 3,000 से अधिक किसान लाभान्वित हो चुके हैं, जिनमें ज़्यादातर छोटे और सीमांत किसान शामिल हैं. पारंपरिक बाजारों की तुलना में, यहां उन्हें भरोसेमंद खरीदार मिलते हैं, जिससे उनकी आमदनी में भी सुधार हुआ है.
इस एफपीओ का मुख्य उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को संगठित करना, उनकी आमदनी बढ़ाना और उन्हें बेहतर बाजार से जोड़ना है. कंपनी किसानों को तकनीकी सलाह, बाजार जानकारी और समय पर कृषि इनपुट्स उपलब्ध करवा रही है. इससे उनकी खेती की लागत घट रही है और मुनाफा बढ़ रहा है.
सती भैरवी फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड एक प्रेरणादायक उदाहरण है कि अगर किसानों को सही मार्गदर्शन, संसाधन और बाजार से जोड़ा जाए, तो वे भी आर्थिक रूप से मजबूत बन सकते हैं. यह एफपीओ न केवल अपने शेयरधारकों बल्कि पूरे क्षेत्र के किसानों के लिए विकास की नई राहें खोल रहा है.
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