Tomato Farming: उत्तर प्रदेश के कई किसान आज टमाटर की खेती कर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं. इसी कड़ी में रायबरेली के शिवगढ़ थाना क्षेत्र के चितवानिया गांव के प्रगतिशील किसान बबलू कुमार बीते कई वर्षों से टमाटर की खेती कर रहे हैं. जिसमें वह कम लागत में अधिक मुनाफा कमा रहे हैं. इंडिया टुडे के डिजिटल प्लेटफॉर्म किसान तक से खास बातचीत में प्रगतिशील किसान बबलू कुमार ने बताया कि टमाटर की खेती में परंपरागत खेती से ज्यादा मुनाफा है और अन्य फसलों की अपेक्षा इसमें लागत भी कम आती है. वह बताते हैं कि बाजारों में टमाटर की मांग हमेशा रहती है, जिससे अच्छे दामों में यह आसानी से बिक भी जाता है. बबलू कुमार बताते हैं कि टमाटर की खेती से वो सालाना लागत निकालकर 3 से 4 लाख रुपये की आय हो जाती है.
किसान बबलू कुमार ने बताया कि वह लगभग 5 साल से 1 बीघा जमीन पर टमाटर की खेती कर रहे हैं क्योंकि अन्य फसलों की तुलना में यह खेती अधिक मुनाफे वाली है. उन्होंने बताया कि एक बीघा टमाटर की खेती में लगभग 80 से 90 हजार रुपए की लागत आती है. वहीं खेतों में तैयार टमाटर को वह बाराबंकी व रायबरेली की बाजारों में बिक्री के लिए भेजते हैं.
रायबरेली के शिवगढ़ थाना क्षेत्र के चितवानिया गांव के निवासी बबलू कुमार ने आगे बताया कि टमाटर की खेती में सबसे पहले बीजों से नर्सरी तैयार की जाती है, करीब महीने भर में नर्सरी के पौधे खेतों में लगाने लायक हो जाते हैं. खेतों में पौधे लगाने के करीब 2-3 महीने बाद इनमें फल आना शुरू हो जाता है. किसान बबलू कुमार बताते हैं कि टमाटर की बिक्री प्रति कैरेट की दर से होती है. वर्तमान समय में 600 से 700 रुपए प्रति कैरेट कि दर से बिक्री हो जाती है. 1 कैरेट में 25 से 30 किलो टमाटर आता है.
बबलू बताते हैं कि टमाटर की खेती अलग-अलग तरह की मिट्टी पर की जा सकती है. इसके लिए रेतीली दोमट से लेकर चिकनी मिट्टी, लाल और काली मिट्टी तक पर खेती की जा सकती है. बस एक चीज का ध्यान रखें, जो भी मिट्टी आपके खेत में हो, उसमें पानी की उचित निकासी होनी चाहिए.
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