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Kisan Tak Summit: सोशल मीडिया की मदद से हो रही किसानों की मदद, इन दो दोस्तों ने बढ़ाया हाथ

Kisan Tak Summit: सोशल मीडिया की मदद से हो रही किसानों की मदद, इन दो दोस्तों ने बढ़ाया हाथ

किसान तक समिट के 'सोशल किसान, किसानों के स्क्रीन गुरु' सत्र में डॉक्टर बलराम, Youtuber, किसान पाठशाला, दर्शन सिंह, Youtuber, फ़ार्मिंग लीडर, आकाश जाधव और संतोष जाधव, Youtuber, इंडियन फार्मर, वैष्णवी सिन्हा, को- फाउंडर, शून्य डेयरी और मोहब्बत दीप सिंह चीमा, फाउंडर, The Pizza Factor ने शेयर किया अपना अनुभव.

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किसानों का आदर्श बन रहे दो युवा किसान किसानों का आदर्श बन रहे दो युवा किसान

आज से समय में सोशल मीडिया का इस्तेमाल जहां दूसरों के मनोरंजन के लिए किया जाता है, वहीं कुछ लोग इसका इस्तेमाल दूसरों के जीवन को संवारने के लिए कर रहे हैं. इन दिनों सोशल मीडिया की मदद से किसानों को शिक्षित करने का काम किया जा रहा है. आपको बता दें यूट्यूब के माध्यम से अब किसानों की समस्याओं का समाधान किया जाने लगा है. कई ऐसे प्रगतिशील किसान हैं जो दूसरे किसानों की समस्याओं को समझते हुए उस पर काम कर रहे हैं और यूट्यूब के माध्यम किसानों को जागरूक भी कर रहे हैं. 

इसी कड़ी में आकाश और संतोष जो महाराष्ट्र के सांगली जिले के रहने वाले हैं वह इन दिनों यूट्यूब के माध्यम से किसानों की मदद कर रहे हैं. आज ये दोनों न सिर्फ आधुनिक तकनीक को अपनाकर खेती करते हैं बल्कि अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से देश के लाखों किसानों से जुड़े हुए हैं. इंडियन फार्मर के नाम से यह यूट्यूब चैनल चलाते हैं. जो अब लाखों किसानों की समस्याओं का हल बन चुका है. क्या है इनकी पूरी कहानी आइए जानते हैं. इन दोनों किसानों ने इंडिया टुडे ग्रुप के डिजिटल चैनल किसान तक की उद्घाटन में हिस्सा लिया. इसके लिए मंगलवार, 14 मार्च को नई दिल्ली में किसान तक समिट आयोजित किया गया था. इस समिट में दोनों किसानों ने अपनी बात रखी.

किसान तक समिट के 'सोशल किसान, किसानों के स्क्रीन गुरु' सत्र में डॉक्टर बलराम, Youtuber, किसान पाठशाला, दर्शन सिंह, Youtuber, फ़ार्मिंग लीडर, आकाश जाधव और संतोष जाधव, Youtuber, इंडियन फार्मर, वैष्णवी सिन्हा, को- फाउंडर, शून्य डेयरी और मोहब्बत दीप सिंह चीमा, फाउंडर, The Pizza Factor ने शेयर किया अपना अनुभव.

किसानों की समयाओं का समाधान "इंडियन फार्मर"

आकाश और संतोष जाधव ने मिलकर 2018 में यूट्यूब चैनल "इंडियन फार्मर" की शुरुआत की थी. उनका यह चैनल किसानों को खेती-बाड़ी से जुड़ी जानकारियों के साथ ही उनका मनोरंजन भी करता है. आज उनके चैनल के तकरीबन 40 लाख सब्सक्राइबर हैं. संतोष और आकाश का मानना है कि भले ही उनकी शुरुआत एक यूट्यूब चैनल से हुई है, लेकिन वे सिर्फ वीडियो तक नहीं रुकना चाहते हैं. उनका मकसद दरअसल एक ऐसा इकोसिस्टम बनाना है, जो एग्रीकल्चर सेक्टर के लोगों की बेहतर मदद कर सके.आकाश कहते हैं कि वह चाहते हैं और भी लोग ऐसे वीडियो बनाएं, यूट्यूब चैनल बनाएं, खेती के इंजीनियर बनें. उनका मानना है कि सिर्फ "इंडियन फार्मर" की मदद से पूरे देश को खेती की जानकारी नहीं पहुंचाई जा सकती है. ऐसे में और भी लोगों को इस फील्ड में आने की जरूरत है.

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फैमिली बिजनेस छोड़ शुरू की खेती

जहां आज देश का युवा डॉक्टर, इंजीनियर और आईएएस बनना चाहता है. तो वहीं सांगली के इन दोनों युवाओं ने नौकरी और फैमली बिजनेस को छोड़कर खेती को चुना है. इंडियन फार्मर बनने से पहले 29 साल के युवा संतोष जाधव गोल्ड रिफाइनरी के अपने फैमली बिजनेस में हाथ बंटाते थे. वहीं उनके दोस्त आकाश भी इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद फिल्म मेकिंग या यूट्यूब में करियर बनाना चाहते थे. फिर दोनों ने यह लाइन छोड़कर खेती को चुना.

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युवाओं की मदद से बादल रहे हालात

देश के अकसर लोगों का यह मानना है कि किसान गरीब होते हैं. वो अच्छी जिंदगी नहीं जी पाते, आधुनिकता और तकनीक भरी दुनिया से दूर ही रह जाते हैं. लेकिन, संतोष और आकाश ने लोगों की इस गलत धारणा को अपनी लगन और मेहनत से काफी हद तक बदल दिया है. संतोष का मानना है कि अगर कम्युनिटी और जेनरेशन को मिलाकर खेती-बाड़ी की जाए तो इस कृषि क्षेत्र में क्रांति लाई जा सकती है. उनका मानना है कि किसानों के पास बहुत नॉलेज है. लेकिन उस नॉलेज को किसानों को गांव खेड़ा के किसानों तक शेयर करना चाहिए तभी गांव के किसानों का भी विकास हो पाएगा.वहीं इन दोनों का फ्यूचर प्लान यह है कि ये दोनों मित्र अब ऐसा इकोसिस्टम बनाए जिससे एग्रीकल्चर सेक्टर से जुड़े लोग और कृषि विशेषज्ञों से मदद लेकर बेहतर काम किया जा सके.