देश के किसानों के लिए पूरी तरह से समर्पित डिजिटल चैनल किसान तक मंगलवार, 14 मार्च को लॉन्च हो गया. नई दिल्ली में आयोजित किसान तक समिट में केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्री परषोत्तमभाई रूपाला ने इस ऑनलाइन चैनल का उद्घाटन किया. 'किसान तक' हिंदी मीडिया जगत का ऐसा ऑनलाइन चैनल है जो किसानों के लिए पूर्ण रूप से समर्पित है. इसकी हर एक सामग्री (content) खेती-किसानी और किसानों के कल्याण से जुड़ी है. 'किसान तक' टेक्स्ट के साथ-साथ यू-ट्यूब पर भी उपलब्ध है.
खेती-बाड़ी से जुड़ी खबरें पढ़ने के लिए पाठक यहां क्लिक (https://www.kisantak.in/) कर सकते हैं, जबकि इससे जुड़े वीडियो के लिए यहां (https://www.youtube.com/@kisantakofficial) विजिट कर सकते हैं.
'किसान तक समिट' का प्रेजेंटिंग स्पॉन्सर एसएमएल है जबकि ग्रोपिटल, धानुका, राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (NCDC) और जीआईसी आरई (GIC Re) को-स्पॉन्सर यानी कि एसोसिएट स्पॉन्सर हैं.
किसान तक समिट में केंद्रीय मंत्री रूपाला ने कहा, इंडिया ग्रुप किसानी क्षेत्र में उतर गया है, इसके लिए पूरे ग्रुप को धन्यवाद देता हूं. डेयरी सेक्टर के बारे में रूपाला ने कहा कि दुनिया में अगर पहली बार कोई व्यवसाय शुरू हुआ तो वह पशुपालन है. पशुपालन ऐसा व्यवसाय है जहां आज भी जहां तकनीक नहीं पहुंची है, जहां लाइट नहीं पहुंची, देश के रिमोट इलाके जहां सुख-सुविधाएं नहीं पहुंची, वहां भी हमारा पशुपालन पहुंचा हुआ है.
बातचीत के दौरान रूपाला ने कहा कि प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री ने अमूल डेयरी के माध्यम से डेयरी क्षेत्र की खास बातें गुजरात में समझी थीं और वहीं से एनडीडीबी के विचार ने जन्म लिया. यह विचार आज पशुपालन से जुड़ा हुआ है.
केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला ने चारे की समस्या से जुड़े एक सवाल पर कहा, चारे की आजकल किल्लत हो रही है, साथ ही दाम बढ़ने की भी शिकायतें मिल रही हैं. पहले जंगल और गौचर की जमीनें खाली थीं. जैसे-जैसे आबादी बढ़ी इन स्थानों पर कब्जा होता गया. इधर पशुपालन में तेजी आई जिससे पशुपालकों को चारे की कमी हो गई. जमीन-जंगल के इश्यू के चलते भी चारे की की हो गई. क्रॉप पैटर्न के चलते भी चारे की कमी हो गई. किसान कमर्शियल क्रॉप की तरफ बढ़ गए. इससे हमारे पशुओं के लिए कमी हो गई.
खेती-किसानी और किसानों की आय बढ़ाने में कौन-कौन से फैक्टर अहम भूमिका निभा सकते हैं, इसकी डिटेल जानकारी टेक्स्ट और वीडियो फॉर्मेट में आसानी से पाई जा सकती है. पाठकों की सुविधाओं का खयाल रखते हुए 'किसान' तक बेब स्टोरी भी प्रकाशित करता है. वेब स्टोरी के माध्यम से कम शब्दों में और तस्वीरों के जरिये खेती-किसानी की संपूर्ण जानकारी ली जा सकती है.
खेती-बाड़ी में सफलता की अपार संभावनाएं हैं जिसे देखते हुए 'किसान तक' एक से बढ़कर एक सक्सेस स्टोरी प्रकाशित करता है. सक्सेस स्टोरी के माध्यम से यह जाना जा सकता है कि हमारे किसान मेहनत से लेकर खेती से मुनाफा कमाने तक में कतई पीछे नहीं हैं. सक्सेस स्टोरी में इस बात पर फोकस रहता है कि कम संसाधन में कोई किसान अधिक से अधिक कमाई कैसे करे. सक्सेस स्टोरी का सेक्शन आधुनिक खेती पर भी फोकस करता है जिसकी मदद से हाल के वर्षों में कामयाबी के कई द्वार खुले हैं.
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'किसान तक' का अगला महत्वपूर्ण सेक्शन 'टिप्स और ट्रिक्स' है. आप इसे आम भाषा में नवाचार या इनोवेशन भी बोल सकते हैं. 'टिप्स और ट्रिक्स' सेक्शन में ऐसी खबरें प्रकाशित की जाती हैं जिसमें कोई किसान 'जुगाड़ टेक्नोलॉजी' से चुटकी में बड़ा काम निपटा सकता है. अति आधुनिक तकनीक के माध्यम से ही खेती की जाए, ऐसा जरूरी नहीं. भारत के कोने-कोने में असंख्य किसान ऐसे हैं, जो लोहे-लक्कड़ को जोड़कर कारगर कृषि मशीन उपकरण बना लेते हैं और खेती में चार-चांद लगाते हैं. 'टिप्स और ट्रिक्स' सेक्शन इस तरह के किसानों को समर्पित है.
इसी तरह का एक सेक्शन 'खाद-बीज' है जहां किसान हर तरह के खाद और बीज की उपलब्धता, नए-नए खोज, कम खर्च में अधिक खेती आदि की जानकारी ले सकते हैं. यह सेक्शन ऑर्गेनिक खाद पर अधिक फोकस करता है ताकि किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए जागरूक किया जाए.
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आज देश में पशुपालन किसानों की कमाई का सबसे बड़ा जरिया बन कर उभरा है. यही वजह है कि सरकार भी इस क्षेत्र को सबसे अधिक तवज्जो दे रही है. पशुपालन सेक्शन में हम ऐसे पशुधन पर फोकस करते हैं जिसपर आम किसानों का ध्यान जल्दी नहीं जाता. इसी सेक्शन में डेयरी सेक्टर को भी रखा गया है ताकि दूध से जुड़े हर व्यापार और डेयरी फार्मिंग की ए-टू-जेड जानकारी किसानों को हासिल हो सके.
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किसानों को खेती-बाड़ी के बारे में नई-नई और अपडेट जानकारी मिलती रहे, इसके लिए 'किसान तक' नॉलेज सेक्शन चलाता है. इसमें खेती से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से जानकारी दी जाती है. इसके अलावा किसानों को तकनीक और फसलों के बारे में जानकारी देने के लिए अलग से सेक्शन बनाए गए हैं. सबसे खास बात ये कि इन सभी मुद्दों पर 'किसान तक' आपको वीडियो भी उपलब्ध कराता है जिसे यहां क्लिक (https://www.youtube.com/@kisantakofficial) कर देख सकते हैं.
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