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Success Story: 60 हजार रुपये से ऋचा ने शुरू किया गोबर का कारोबार, सालाना 50 लाख का है टर्नओवर

Success Story: 60 हजार रुपये से ऋचा ने शुरू किया गोबर का कारोबार, सालाना 50 लाख का है टर्नओवर

शाहजहांपुर के एक छोटे से गांव रोजा की रहने वाली ऋचा दीक्षित ने बताया उनके वर्मी कंपोस्ट की ऑनलाइन खूब डिमांड आ रही है. उनके पास मौजूदा समय में रोजाना 500 से 600 आर्डर आ रहे हैं.

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शाहजहांपुर के रोजा क्षेत्र की रहने वाली ऋचा दीक्षित (Photo-Kisan Tak) शाहजहांपुर के रोजा क्षेत्र की रहने वाली ऋचा दीक्षित (Photo-Kisan Tak)

Success Story: दृढ़ संकल्प के साथ कुछ करने का निर्णय लिया जाए तो समृद्धि के मार्ग खुल ही जाते हैं. आपने कई किसानों की सक्सेस स्टोरी जरूर सुनी होंगी. लेकिन आज हम आपको एक होनहार किसान बेटी की स्टोरी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के रोजा क्षेत्र की रहने वाली हैं. शाहजहांपुर के एक किसान परिवार में जन्मी एक बेटी वर्मी कंपोस्ट तैयार कर अब ऑनलाइन मार्केटिंग में तहलका मचा रही है. इतना ही नहीं वह अपने इस कारोबार से सालाना लाखों रुपए का टर्नओवर कर रही है.

एग्रीकल्चर से किया BSC और फिर MBA

इंडिया टुडे के डिजिटल प्लेटफॉर्म किसान तक से खास बातचीत में ऋचा दीक्षित ने बताया कि 2011-2015 तक जलंधर से एग्रीकल्चर से बीएससी और फिर नोएडा से एमबीए पूरा करने के बाद पूना में एक एग्रीकल्चर सेक्टर की एक नामी कंपनी में नौकरी करना शुरू कर दिया. नौकरी के दौरान उसके मन में एक आइडिया आया कि क्यों ना अपना कारोबार किया जाए. क्योंकि निजी कंपनी की जॉब में तो एक तय सैलरी मिल रही थी. जो बहुत कम थी. उन्होंने बताया कि 2021 में नौकरी से रिजाइन करने के बाद वो गांव आ गई. 

सबसे पहले 15 ट्रॉली गोबर और केंचुआ मंगाया  

ऋचा बताती हैं कि सबसे पहले 60 हजार रुपये की पूंजी लगाकर हमने वर्मी कंपोस्ट खाद बनाने का काम शुरू किया. 15 ट्राली गोबर और केंचुआ मंगाया था. लेकिन थोड़े दिनों में पता चला तापमान की वजह से कुछ बदलाव करना होगा, जैसे टिन शेड. दरअसल, गर्मी के कारण केंचुआ मर जाते थे. अब टिन शेड लगने से गोबर और केंचुआ सुरक्षित रखने में आसानी हो गई. उन्होंने कहा कि 2022 में वर्मी कंपोस्ट बनाना शुरू किया.

वर्मी कंपोस्ट पैकेट
वर्मी कंपोस्ट पैकेट

तैयार हुआ वर्मी कंपोस्ट किसानों और नर्सरी वालों को बेचना शुरू कर दिया. लेकिन फिर उन्होंने इसको ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बेचने का मन बनाया और अपना ब्रांड भी रजिस्टर्ड करा दिया. ऋचा अपने इसी ब्रांड पर वर्मी कंपोस्ट, कोकोपीट और मस्टर्ड केक बेच रही हैं. उन्होंने अपने घर से कुछ ही दूरी पर वर्मी कंपोस्ट यूनिट लगाई है. यहां से वह माल की पैकेजिंग और डिजाइन खुद करके शिपिंग के लिए भेजती हैं.

रोजाना मिल रहे 500-600 ऑर्डर

शाहजहांपुर के एक छोटे से गांव रोजा की रहने वाली ऋचा दीक्षित ने बताया उनके वर्मी कंपोस्ट की ऑनलाइन खूब डिमांड आ रही है. उनके पास मौजूदा समय में रोजाना 500 से 600 आर्डर आ रहे हैं. लेकिन कभी-कभी ऑर्डर की संख्या एक हजार तक रोजाना भी पहुंच जाती हैं. कुछ लोग उनके स्टोर पर आकर भी सीधे खरीदारी करते हैं. लेकिन सबसे ज्यादा ऑनलाइन बिक्री होती है.

इस साल 3 करोड़ रुपए के कारोबार का दावा

ऋचा ने आगे बताया कि वर्मी कंपोस्ट के कारोबार में करीब आधा दर्जन लोगों को रोजगार भी दिया है. उनके साथ काम करने वाले लोग रोजाना 500 से 700 रुपए कमा रहे हैं. उन्होंने दावा है कि वह आने वाले वक्त में और लोगों को भी रोजगार से जोड़ेंगी. ऋचा ने बताया कि उनका यह कारोबार तेजी के साथ ग्रो कर रहा है. उन्होंने पिछली साल 50 लाख रुपए सालाना टर्नओवर किया था जबकि इस बार उनको उम्मीद है कि साल के अंत तक वह 2.5 से 3 करोड रुपए का कारोबार करेगी.

जानिए वर्मी कंपोस्ट पैकेट की कीमत

1 kg वर्मी कंपोस्ट- 70 Rs 
2 kg वर्मी कंपोस्ट- 120 Rs 
5 kg वर्मी कंपोस्ट- 199 Rs 
10 kg वर्मी कंपोस्ट- 299 Rs.

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