किसानों और वैज्ञानिकों की मेहनत की बदौलत भारत न सिर्फ फसलों का बंपर उत्पादन कर रहा है बल्कि एक्सपोर्ट में भी रिकॉर्ड बना रहा है. पूरी दुनिया में भारतीय कृषि उत्पादों को लेकर दिलचस्पी बढ़ रही है. निर्यात के आंकड़े इसकी तस्दीक कर रहे हैं. केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने बताया है कि वर्ष 2019-20 में कृषि और संबद्ध उत्पादों का निर्यात 252400 करोड़ रुपये था जो वर्ष 2020-21 में बढ़कर 310130 करोड़ रुपये हो गया. जबकि 2021-22 के दौरान यह और बढ़कर 374611 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया. इसमें सबसे बड़ा योगदान चावल का है.
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के मुताबिक, पश्चिमी क्षेत्र के राज्य गुजरात व महाराष्ट्र कृषि और संबद्ध उत्पादों के निर्यात में अव्वल हैं. इसके बाद पूर्वी क्षेत्र में आंध्र प्रदेश व पश्चिम बंगाल, मध्य-उत्तरी क्षेत्र में उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दक्षिणी क्षेत्र में कर्नाटक व केरल का स्थान है. बाकी राज्य कृषि उत्पादों के निर्यात में पीछे हैं. एक्सपोर्ट में सबसे ज्यादा योगदान चावल का है. बासमती और गैर बासमती चावल के एक्सपोर्ट से 72 हजार करोड़ रुपये से अधिक हासिल हुए हैं.
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भारत से कृषि उत्पादों का एक्सपोर्ट और बढ़ सकता है. लेकिन, अपने यहां ज्यादा खपत की वजह से ऐसा नहीं हो पाता. वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के मुताबिक, विश्व में कृषि निर्यात के मामले में भारत की अपेक्षाकृत कम हिस्सेदारी का प्राथमिक कारण हमारा बड़ा जनसंख्या आधार है. इसके बावजूद विश्व निर्यात में भारत की हिस्सेदारी पिछले 21 साल से लगातार बढ़ रही है. जो कि वर्ष 2000 में 1.1 फीसदी से बढ़कर वर्ष 2021 में 2.4 परसेंट हो गई है.
वस्तु | 2020-21 | 2021-22 | वृद्धि |
समुद्री उत्पाद | 44175.75 | 57910.36 | 13734.61 |
चीनी | 20668.57 | 34344.69 | 13676.12 |
गेहूं | 4173.08 | 15845.45 | 11672.37 |
चावल | 35557.03 | 45725.42 | 10168.39 |
बासमती चावल | 29849.8 | 26416.5 | -3433.3 |
कच्चा कपास | 13968.38 | 21007.04 | 7038.66 |
पोषक अनाज | 5198.42 | 8109.45 | 2911.04 |
दुग्ध उत्पाद | 2391.20 | 4744.13 | 2352.93 |
प्रोसेस्ड सामान | 6402.84 | 8714.70 | 2311.86 |
कॉफी | 5339.65 | 7613.62 | 2273.97 |
अरंडी का तेल | 6801.99 | 8754.35 | 1952.36 |
भैंस का मांस | 23459.89 | 24612.74 | 1152.85 |
Source: Ministry of Agriculture/APEDA
वाणिज्य और उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने बताया कि विश्व व्यापार संगठन की 'अंतर्राष्ट्रीय व्यापार सांख्यिकीय समीक्षा-2022' के अनुसार, भारत विश्व में कृषि उत्पादों का 8वां सबसे बड़ा निर्यातक है. कृषि निर्यात नीति का एक मकसद वर्ष 2022 तक एग्रीकल्चर एक्सपोर्ट को लगभग 60 बिलियन अमरीकी डालर तक बढ़ाना था. हालांकि, कोविड-19 महामारी के कारण सप्लाई चेन में व्यवधान ने भारत के कृषि निर्यात सहित पूरी अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया है. फिर भी वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान, भारत का कृषि निर्यात 50.21 बिलियन अमरीकी डालर के उच्चतम स्तर तक पहुंच गया.
चालू वित्त वर्ष (अप्रैल-नवंबर 2022) के दौरान कृषि निर्यात 34.24 बिलियन अमेरिकी डॉलर का रहा है, जो पिछले वित्त वर्ष अर्थात अप्रैल-नवंबर 2021 की इसी अवधि के दौरान 31.08 बिलियन अमेरिकी डॉलर के निर्यात से 10.16 फीसदी से अधिक है.सरकार को उम्मीद है कि इस बार कृषि उत्पादों के एक्सपोर्ट का पिछला रिकॉर्ड टूट जाएगा.
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