इस विदेशी सब्जी की खेती से महिला की बदली किस्मत, 2 साल में कई गुना बढ़ गई कमाई

इस विदेशी सब्जी की खेती से महिला की बदली किस्मत, 2 साल में कई गुना बढ़ गई कमाई

महिला किसान का कहना है कि ऐसे तो वह बहुत पहले से ही जैविक विधि से खेती कर रही हैं, लेकिन ढ़ाई साल पहले पहली बार एक हेक्टेयर में विदेशी सब्जी की रोपाई की. इससे उन्हें 5 क्विंटल उपज मिली. मार्केट में बेचने पर उन्हें 1.74 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ.

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इस विदेशी सब्जी की खेती से महिला की बदली किस्मत, 2 साल में कई गुना बढ़ गई कमाईसब्जी की खेती में है बंपर कमाई. (सांकेतिक फोटो)

देश में ब्रोकली की खेती का चलन तेजी से बढ़ रहा है. बिहार, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में किसान बड़े स्तर पर ब्रोकली की खेती कर रहे हैं. इससे उन्हें अच्छी कमाई हो रही है. कई किसानों की तो ब्रोकली की खेती से किस्मत बदल गई है. लेकिन आज हम एक ऐसी महिला के बारे में बात करने जा रहे हैं, जो ब्रोकली खेती से मोटी कमाई कर रही हैं. आज यह महिला किसान दूसरी महिलओं के लिए आदर्श बन गई हैं. दूर-दूर से लोग इनसे ब्रोकली की खेती की बारीकी सीखने आते हैं.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस महिका किसान का नाम ओटोक नोपी तग्गू है. वे अरुणाचल प्रदेश के अपर सियांग जिले की रहने वाली हैं. वह ब्रोकली खेती से लाखों रुपये की कमाई कर रही हैं. उनका कहना है कि वे कम पढ़ी-लिखी हैं. छोटी उम्र में स्कूल की पढ़ाई छोड़ दी और तब से खेती कर रही हैं. पिछले 15 साल से वह खेती कर रही हैं, लेकिन उनका सबसे ज्यादा इंटरेस्ट बागवानी में है. वे जैविक विधि से हरी सब्जियों की खेती करती हैं. इससे वह अपने जिले में एक जानी-मानी प्रगतिशील किसान महिला बन गई हैं.

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खेती करने के लिए ली ट्रेनिंग

उनका कहना है कि वे पिछले ढ़ाई साल से ब्रोकोली की जैविक खेती कर रही हैं. इससे उनकी कमाई कई गुना बढ़ गई है. हालांकि, उन्होंने ब्रोकली की खेती शुरू करने से पहले इसकी ट्रेनिंग ली थी. ट्रेनिंग के दौरान उन्होंने ब्रोकली की खेती के बारे में बारीकी से जाना. इसके बाद उन्होंने ब्रोकली की नर्सरी बढ़ाने पर एक प्रदर्शन में भाग लिया. इससे प्रोत्साहित होकर उन्होंने इसकी खेती शुरू कर दी. इस दौरान वैज्ञानिक भी नियमित रूप से ओटोक के खेत का दौरा करते थे और सलाह भी दिया करते थे. वह वैज्ञानिकों की सलाह पर खेती में बदलाव करती थीं.

पत्तियां बेचकर कमाया मुनाफा

उनका कहना है कि ऐसे तो वह बहुत पहले से ही जैविक विधि से खेती कर रही हैं, लेकिन ढ़ाई साल पहले पहली बार एक हेक्टेयर में विदेशी सब्जी की रोपाई की. इससे उन्हें 5 क्विंटल उपज मिली. मार्केट में बेचने पर उन्हें 1.74 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ. खास बात यह है कि ओटोक ने ब्रोकली के साथ-साथ उसकी पत्तियां बेचकर भी कमाई की. उन्होंने 20 रुपये किलो की दर से पत्तियां बेचकर अच्छा मुनाफा कमाया. उनकी माने तो बेहतर उपज की वजह से उनकी कमाई बढ़ गई है. 

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100 दिन में तैयार हो जाते हैं पौधे

ब्रोकली का पौधा रोपाई करने के 70 दिन बाद कटाई के लिए तैयार हो जाता है. कभी-कभी इसमें 100 दिन भी लग जाते हैं. ऐसे कृष‍ि वैज्ञान‍िकों का कहना है क‍ि इसमें विटामिन (ए एवं सी) और खनिज (कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयरन एवं पोटेशियम) प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. यही वजह है कि मार्केट में इसकी मांग तेजी से बढ़ रही है. इसका नियमित सेवन करने से शरीर को पोषक तत्व मिलते हैं.

 

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