UP News: लखनऊ के 45 क्रय केंद्रों में सुस्त पड़ी MSP पर गेहूं की खरीद, सामने आई ये बड़ी वजह

UP News: लखनऊ के 45 क्रय केंद्रों में सुस्त पड़ी MSP पर गेहूं की खरीद, सामने आई ये बड़ी वजह

Lucknow News: अपर जिलाधिकारी (आपूर्ति) डॉ ज्योति गौतम ने किसानों से अपील की है कि वह अपनी सुविधानुसार समर्थन मूल्य पर अपनी उपज का गेहूं क्रय केंद्रों पर बेच सकते हैं. वहीं बिचौलियों पर नजर रखने के लिए लखनऊ के डीएम विशाख जी ने एसडीएम, तहसीलदार, मंडी परिषद समेत कई अधिकारियों की टीम गठित करने का निर्देश दिया हैं.

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लखनऊ के 45 क्रय केंद्रों में सुस्त पड़ी MSP पर गेहूं की खरीद, सामने आई ये बड़ी वजहगेहूं खरीद के लिए लखनऊ में सरकार ने खोले 45 क्रय शाखाएं

उत्तर प्रदेश (UP) में रबी विपणन सीजन 2025-26 के लिए 17 मार्च से एमएसपी पर गेहूं (Wheat MSP) की खरीद शुरू हो गई है. राजधानी लखनऊ में गेहूं की सरकारी खरीद की रफ्तार सुस्त पड़ी हुई है. दरअसल, मौसम के प्रभाव से फसल के तैयार न होने और कटाई शुरू न होने के चलते अभी गेहूं की खरीद कम हो रही है. लखनऊ की अपर जिलाधिकारी (आपूर्ति) और जिला खरीद अधिकारी डॉ ज्योति गौतम ने इंडिया टुडे के किसान तक से बातचीत में यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि गेहूं की कटाई भी अभी शुरू नहीं हुई है. बहुत कम किसान ही सेंटर पर आ रहे है. इसके लिए किसानों की सुविधा के लिए क्रय एजेंसि‍यों द्वारा लखनऊ जनपद के विभिन्न ब्लॉकों और तहसीलों में कुल 45 क्रय केंद्र खोले गए हैं. मंडियों में किसानों के लिए छाया-पानी आदि की व्यवस्था भी की गई है. बिना किसी समस्या के गेहूं बेचने के लिए किसानों को पंजीकरण कराने का निर्देश दिया गया है. 

गेहूं की जमाखोरी और सट्टेबाजी पर लगेगी रोक

अपर जिलाधिकारी (आपूर्ति) डॉ ज्योति गौतम ने किसानों से अपील की है कि वह अपनी सुविधानुसार समर्थन मूल्य पर अपनी उपज का गेहूं क्रय केंद्रों पर बेच सकते हैं. वहीं बिचौलियों पर नजर रखने के लिए लखनऊ के डीएम विशाख जी ने एसडीएम, तहसीलदार, मंडी परिषद समेत कई अधिकारियों की टीम गठित करने का निर्देश दिया हैं. उन्होंने बताया कि सभी तहसीलों में टीम बिचौलियों और गेहूं की अधिक मात्रा में स्टॉक करने वालों पर नजर रखेगी.

लखनऊ के डीएम विशाख जी ने गठित की अधिकारियों की टीम
लखनऊ के डीएम विशाख जी ने गठित की अधिकारियों की टीम

अगर कोई एमएसपी से अधिक पर गेहूं की खरीद करना पाया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. डॉ ज्योति ने बताया कि लखनऊ सदर, बीकेटी, मलिहाबाद, सरोजनीनगर और मोहनलालगंज तहसील में 45 गेहूं क्रय खोले गए हैं. इससे गेहूं की जमाखोरी और सट्टेबाजी पर रोक लगेगी.

किसानों को कितनी मिलेगी एमएसपी 

केंद्र सरकार ने इस सीजन के लिए गेहूं की एमएसपी 2425 रुपये प्रति क्विंटल पर निर्धारित की है. गेहूं एमएसपी की यह दर बीते साल से 150 रुपये प्रति क्विंटल से अधिक है. बता दें कि पिछले साल किसानों से 2275 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से गेहूं की खरीद की गई थी. 

किसानों को 48 घंटे के भीतर होगा भुगतान

उत्तर प्रदेश में 15 जून तक चलने वाली गेहूं खरीद को लेकर सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि किसानों को 48 घंटे के भीतर भुगतान कर दिए जाएं. सीएम ने खरीद केंद्रों पर आने वाले किसानों के लिए भी सही व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए हैं. वहीं मोबाइल केंद्र के माध्यम से किसानों के गांव में जाकर भी गेहूं की खरीद होगी.  

यूपी में 15 जून तक होगी गेहूं की खरीद

यूपी में 17 मार्च से गेहूं कि सरकारी खरीद शुरू हुई है, जो 15 जून तक चलेगी. इस बार योगी सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2275 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया है, जो पिछले साल से 150 रुपये ज्यादा है. गेहूं की खरीद के लिए किसानों को सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं. प्रदेश भर में 6,500 क्रय केंद्र स्थापित कर गेहूं खरीद की योजना तैयार की गई है. रविवार और अन्य अवकाशों को छोड़कर 15 जून तक क्रय केंद्रों पर प्रतिदिन गेहूं की खरीद सुबह 9 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक चलेगी. गेहूं की बिक्री के लिए किसानों को खाद्य और रसद विभाग के पोर्टल fcs.up.gov.in पर या मोबाइल ऐप UP KISHAN MITRA पर रजिस्ट्रेशन-नवीनीकरण कराना जरूरी है.

1 जनवरी से रजिस्ट्रेशन शुरू

बताते चलें कि प्रदेश में 1 जनवरी से रजिस्ट्रेशन और नवीनीकरण शुरू किया गया था. अब तक पूरे प्रदेश में एक लाख से अधिक किसानों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है. इस वर्ष बटाईदार किसानों द्वारा भी रजिस्ट्रेशन कराने के बाद गेहूं की बिक्री की जा सकेगी. विभाग की ओर से किसानों से कहा गया है कि गेहूं को ओसाकर, मिट्टी, कंकड़, धूल आदि को साफकर अच्छी तरह से सुखाकर ही क्रय केंद्र पर बिक्री के लिए लेकर आएं.

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