International mango festival : मास्को में यूपी के आम का जलवा, ₹800 किलो तक बिका दशहरी और चौसा

International mango festival : मास्को में यूपी के आम का जलवा, ₹800 किलो तक बिका दशहरी और चौसा

आम की मिठास की बात हो तो उत्तर प्रदेश के आम का जिक्र सबसे पहले आता है. देश के भीतर उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा आम की पैदावार करता है. वही अब प्रदेश के आम को विदेशों तक बड़ी पहुंच मिल रही है. यूक्रेन से जंग लड़ रहे रूस की राजधानी मास्को में 6 से 9 जुलाई तक आम महोत्सव का आयोजन हुआ. इस महोत्सव में उत्तर प्रदेश के लंगड़ा ,दशहरी और आम्रपाली ने खूब धूम मचाई. पहली बार उत्तर प्रदेश इस महोत्सव में शामिल हुआ. महोत्सव में उत्तर प्रदेश का आम ₹700 किलो से लेकर ₹800 प्रति किलो के भाव में बिका है

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International mango festival : मास्को में यूपी के आम का जलवा, ₹800 किलो तक बिका दशहरी और चौसाअंतर्राष्ट्रीय आम महोत्सव मास्को में पहुंचा यूपी का आम

आम की मिठास की बात हो तो उत्तर प्रदेश के आम का जिक्र सबसे पहले आता है. देश के भीतर उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा आम की पैदावार करता है. वही अब प्रदेश के आम को विदेशों तक बड़ी पहुंच मिल रही है. यूक्रेन से जंग लड़ रहे रूस की राजधानी मास्को में 6 से 9 जुलाई तक आम महोत्सव का आयोजन हुआ. इस महोत्सव में उत्तर प्रदेश के लंगड़ा ,दशहरी और आम्रपाली ने खूब धूम मचाई. पहली बार उत्तर प्रदेश इस महोत्सव में शामिल हुआ. महोत्सव में उत्तर प्रदेश का आम ₹700 प्रति किलो से लेकर ₹800 प्रति किलो के भाव में बिका है. वहीं आम के प्रति दीवानगी भी खूब देखी गई. उद्यान विभाग के निदेशक आर.के तोमर ने बताया कि मास्को में यूपी के आम को लोगों ने खूब पसंद किया है जिसके चलते महोत्सव से लौटने के बाद 2 टन आम की बड़ी खेप मास्को को भेजी जाएगी.

जंग के बीच रूस में फैली यूपी के आम की मिठास

रूस यूक्रेन से जंग लड़ रहा है तो वही राजधानी मास्को में चार दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय आम महोत्सव(International mango festival)  आयोजित हुआ. इस महोत्सव में जंग के बीच उत्तर प्रदेश के आम की महक ने मास्को के लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. आम महोत्सव में पहली बार यूपी के आम पहुंचे हैं जिसमें दशहरी ,लंगड़ा ,चौसा और आम्रपाली को खूब पसंद किया गया. इस महोत्सव में प्रदेश के आधा दर्जन निर्यातक अपने साथ 2 टन आम लेकर गए थे. उद्यान एवं कृषि व्यापार राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह और निदेशक उद्यान आर. के तोमर भी आम महोत्सव में शामिल हुए हैं. उद्यान विभाग के निदेशक आर.के तोमर ने बताया कि लोगों ने महोत्सव में यूपी के आम को लाइन लगाकर खरीदा है. इस महोत्सव के चलते यूपी के आम की डिमांड बढ़ गई है. वही दशहरी ,लंगड़ा ,चौसा और आम्रपाली कि कई देशों में मांग की गई है. रूस में आम को अलग-अलग नाम की बजाय सिर्फ इंडियन मैंगो के नाम से पहचाना जाता है. महोत्सव से लौटने के बाद 1.5 से 2 टन आम फिर मास्को भेजा जाएगा. यह आम महोत्सव आम उत्पादक किसानों के लिए काफी फायदेमंद साबित रहा है. महोत्सव में 700 से ₹800 प्रति किलो के भाव में बिका है जबकि 1 किलो आम के पीछे का कुल खर्च  ₹450 है. ऐसे में किसान को 1 किलो आम के पीछे 300 से ₹400 की बचत भी हो रही है.

मलिहाबाद की फल पट्टी से  फैली दशहरी आम की खुशबू

उत्तर प्रदेश में कुल 16 फल पट्टी है जिनमें से 13 आमपट्टी घोषित है. प्रदेश में सहारनपुर, मेरठ, बागपत ,बुलंदशहर ,अमरोहा, प्रतापगढ़ ,वाराणसी ,लखनऊ, उन्नाव ,सीतापुर, हरदोई ,अयोध्या ,बाराबंकी में आम पट्टी फैली हुई है. इसके अलावा कौशांबी और बदायूं में अमरूद की फल पट्टी है जबकि प्रतापगढ़ को अवला की फल पट्टी घोषित किया गया है. वहीं केंद्र सरकार आम के लिए एक बड़ा क्लस्टर बनाने की तैयारी में है . 

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उत्तर प्रदेश आम के उत्पादन में देश में प्रथम 

 उत्तर प्रदेश के कुल सवा तीन लाख हेक्टेयर में आम की खेती इन दिनों हो रही है जिसमें हर साल 60 लाख टन आम का उत्पादन होता है. प्रदेश की राजधानी लखनऊ की मलिहाबाद की फल पट्टी सबसे बड़ी है जहां 30000 हेक्टेयर में आम का उत्पादन होता है. प्रदेश में दशहरी लंगड़ा चौसा और आम्रपाली का उत्पादन सबसे ज्यादा होता है. हर साल उत्तर प्रदेश से लगातार आम का निर्यात बढ़ रहा है. वहीं इस साल यूपी का आम जापान, जर्मनी, आस्ट्रेलिया ,न्यूजीलैंड देशों में भी पहुंच चुका है.

 

 

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