नए साल पर यूपी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. जिसके तहत यूपी सरकार ने राज्य के किसानों का कर्ज माफ करने की घोषणा की है. यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने इस संबंध की घोषणा की है. उनके मुताबिक प्रदेश के 19 जिलों के 33 हजार से अधिक किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा. पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि यूपी सरकार अपनी इस पहल के तहत 33 हजार से अधिक किसानों का 190 करोड़ रुपए का कर्ज माफ करेगी. उन्होंने बताया कि 2017 में योगी आदित्यनाथ सरकार बनने के बाद कैबिनेट में किसानों की कर्ज माफी का फैसला लिया गया था. उस दौरान लाखों किसानों का कर्ज माफ किया गया था. लेकिन, किसी कारणवश इन 33 हजार से अधिक किसानों की कर्ज माफी पर फैसला नहीं हो पाया था. जिस पर अभी फैसला लिया गया है.
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि यूपी सरकार ने किसानों के हित में कई अहम फैसले लिए हैं. जिसके तहत अब बकाए बिजली बिल की स्थिति में राज्य के के किसानों को जेल भी नहीं भेजा जाएगा. साथ ही उन्होंने आगे बताया कि वहीं प्रदेश सरकार ने प्रावधान किया है कि किसी किसान का नलकूप का बकाया है, तो भी उनका बिजली कनेक्शन नहीं काटा जाएगा. वहींं उन्होंने बताया कि इसी के साथ प्रदेश में 50 फीसदी सब्सिडी पर किसानों को बिजली मुहैया कराई जा रही है.
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कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि 2017 में सरकार बनने के बाद कैबिनेट में किसानों की कर्जमाफी का फैसला लिया गया था. इस निर्णय के तहत लाखों किसानों के कर्ज माफ हुए थे. उसी कड़ी में किसी कारणवश छूट गए 33000 किसानों की कर्ज माफी का भी फैसला लिया गया है. उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने इस संबंध में 5 जनवरी को गजट जारी किया है. यूपी सरकार की कर्ज माफी योजना के तहत 2023 तक किसानों की लिस्ट जारी की जा सकती है. इसमें 80 लाख किसानों के नाम आने की संभावना है. लेकिन इस योजना का लाभ सिर्फ उन्हीं किसानों को मिलेगा जो इसके नियम और शर्तों के अनुकूल हों.
कृषि मंत्री ने कहा कि, 2023 अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स ईयर को पूरा विश्व मनाने जा रहा है. अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष 2023 को लेकर यूपी में 15 जनवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसका शुभारंभ करेंगे. इसके बाद सरकार मिलेट्स की उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियान चलाएगी. चार दिवसीय दौरे पर बनारस पहुंचे कृषि मंत्री ने प्रेस वार्ता में कहा कि, सरकार अगले चार सालों में 68 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में मिलेट्स की खेती का लक्ष्य रखा है. जिसे पूरा करने के लिए हम किसानों को जागरूक करेंगे. लोगों के घर-घर जाकर इसके महत्व, गुणों और इससे होने वाले फायदे को बताया जाएगा.
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उन्होंने बताया कि वर्तमान वर्ष में मिलेट्स के रूप में बाजरा की खरीद के लिए MSP भी तय हुआ है. जिसकी कीमत 2350 रुपए प्रति क्विटल रखी गई है. इसको लेकर अगले वर्ष सवां, कोदो, ज्वार, कंगनी, कुटकी, रागी अन्य सभी मिलेट्स का भी समर्थन मूल्य तय किया जाएगा.
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