scorecardresearch
Soil Health : मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बचाने के लिए अब यूपी सरकार कराएगी खेत की मुफ्त जांच

Soil Health : मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बचाने के लिए अब यूपी सरकार कराएगी खेत की मुफ्त जांच

यूपी सरकार ने भी किसानों के खेतों में मिट्टी की उर्वरा शक्ति की जांच के लिए अभियान शुरू किया है. किसान के खेतों में कितनी जान है या उनमें किस पोषक तत्व की कमी है, इसका पता लगाने के लिए हर जिले में मृदा परीक्षण कराया जा रहा है. मिट्टी की सेहत की जांच का पता चलने से किसान जरूरी पोषक तत्व की कमी को दूर कर पाएंगे. खास बात यह है कि किसानों को यह सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध कराई जा रही है.

advertisement

मिट्टी की घटती उर्वरा शक्ति को लेकर किसान भी परेशान है. खेतो में बढ़ रहे रासायनिक उर्वरक के प्रयोग के चलते मिट्टी की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है. वहीं अब सरकार ने भी किसानों के खेतों में मिट्टी की उर्वरा शक्ति की जांच के लिए अभियान शुरू किया है. किसान के खेतों में कितनी जान है या उनमें किस पोषक तत्व की कमी है, इसका पता लगाने के लिए हर जिले में मृदा परीक्षण कराया जा रहा है. मिट्टी की सेहत की जांच का पता चलने से किसान जरूरी पोषक तत्व की कमी को दूर कर पाएंगे. खास बात यह है कि किसानों को यह सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध कराई जा रही है. मृदा परीक्षण के बाद मिट्टी की सेहत का पूरा ब्यौरा किसानों को दिया जाएगा. प्रदेश के हर जिलों में किसानों के बीच मृदा परीक्षण को लेकर जागरूकता भी फैलाई जा रही है. 

ये भी पढ़ें :  भीषण गर्मी से त्राहिमाम, 48 डिग्री के पार पहुंचा तापमान, जानें आपके शहर में कब आएगा मॉनसून

उत्तर प्रदेश सरकार की कृषि विभाग के द्वारा किसानों की खेत की सेहत को जांचने का अभियान सभी जिलों में शुरू किया गया है. सरकार के द्वारा किसानों को यह सुविधा पूरी तरीके से नि:शुल्क दी जा रही है. अमेठी जिले में 13 हजार मृदा परीक्षण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. प्रत्येक ब्लॉक के 10 गांव का चयन करके एक हजार मृदा परीक्षण के लिए नमूना लिया जाएगा. इसी तरह सभी जिलों में लक्ष्य निर्धारित किया गया है. हर गांव के 100 किसान इसके लिए चयनित किए जाएंगे. मिट्टी की जांच के बाद किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड भी दिया जाएगा. 15 जून तक परीक्षण के लिए नमूना इकट्ठा करने का कार्य पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित है. 

मनचाही जांच के लिए देना होगा शुल्क

सभी ब्लॉकों में कृषि विभाग के द्वारा चयनित किसान की मृदा की जांच पूरी तरीके से नि:शुल्क होगी जबकि अन्य किसान जो अपने खेत की मिट्टी की जांच करना चाहते हैं इसके लिए निर्धारित शुल्क देना होगा. जीवाश्म कार्बन प्रतिशत, फास्फोरस और पोटाश की जांच के लिए ₹29 निश्चित है जबकि सल्फर के लिए ₹30 और सूक्ष्म पोषक तत्व में जिंक, लोहा, तांबा ,मैगनीज और बोरान की जांच के लिए 43 रुपए का शुल्क किसानों के लिए निर्धारित किया गया है. मिट्टी के लिए 13 पोषक तत्व महत्वपूर्ण होते हैं. इनमें से किसी भी तत्व की कमी होने पर फसल का उत्पादन प्रभावित होने लगता है. इसलिए सरकार किसानों को प्रोत्साहित कर रही है जिससे कि वे ज्यादा संख्या में अपने मृदा की जांच करायें और मिट्टी को स्वस्थ करने की दिशा में आगे बढ़े.