सोयाबीन बिक्री का नया नियम जारी, किसानों को 28000 रुपये तक का होगा फायदा!

सोयाबीन बिक्री का नया नियम जारी, किसानों को 28000 रुपये तक का होगा फायदा!

सोयाबीन खरीद की लिमिट बढ़ने से किसानों को राहत मिली है. अब किसान सरकारी केंद्रों पर अधिक उपज बेच सकेंगे और और अधिक लाभ ले सकेंगे. सरकार के निर्देश पर राजस्थान के कोटा जिले में 15 अक्टूबर से सोयाबीन और उड़द का रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया था. कई अन्य जगहों पर खरीद केंद्र खोले गए और खरीद शुरू की गई.

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सोयाबीन बिक्री का नया नियम जारी, किसानों को 28000 रुपये तक का होगा फायदा!MSP पर सोयाबीन की बिक्री

केंद्र सरकार ने हाल में सोयाबीन बिक्री को लेकर बड़ा ऐलान किया. सरकार ने बताया कि 15 फीसद नमी वाला सोयाबीन भी न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदा जाएगा. इससे किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई. यह खुशी राजस्थान के किसानों के लिए और भी ज्यादा है क्योंकि उनके लिए सोयाबीन बिक्री की लिमिट बढ़ा दी गई है. किसान पहले सरकारी क्रय केंद्रों पर 25 क्विंटल ही सोयाबीन बेच सकते थे. अब इस लिमिट को बढ़ाकर 40 क्विंटल कर दिया गया है. इससे किसानों को 15 क्विंटल अतिरिक्त सोयाबीन के समर्थन मूल्य का फायदा होगा.

सोयाबीन खरीद की लिमिट बढ़ने से किसानों को राहत मिली है. अब किसान सरकारी केंद्रों पर अधिक उपज बेच सकेंगे और और अधिक लाभ ले सकेंगे. सरकार के निर्देश पर राजस्थान के कोटा जिले में 15 अक्टूबर से सोयाबीन और उड़द का रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया था. कई अन्य जगहों पर खरीद केंद्र खोले गए और खरीद शुरू की गई. कोटा की बात करें तो यहां एक महीने में मात्र 15 हजार क्विंटल ही सोयाबीन की खरीद हो सकी थी जबकि यह सोयाबीन का बड़ा क्षेत्र है.

नए नियम से किसानों को फायदा

खरीद में कमी के पीछे उपज में नमी की मात्रा और खरीद की लिमिट का कम होना बताया जा रहा था. लेकिन केंद्र सरकार ने नमी की मात्रा को बढ़ाकर 15 परसेंट कर दिया और लिमिट को 25 क्विंटल से बढ़ाकर 40 क्विंटल कर दिया गया. इससे हजारों किसानों को फायदा मिल रहा है. दोनों नियमों से अब बड़ी संख्या में किसान सोयाबीन बिक्री के लिए आगे आ रहे हैं. पहले जिन सेंटरों पर सन्नाटा पसरा था, अब वहां सोयाबीन बेचने वाले किसानों की हलचल है.

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अभी सरकारी केंद्रों पर 4892 रुपये प्रति क्विंटल की दर से सोयाबीन की खरीद की जा रही है. बाजार में यह औसत रेट 4200 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है. किसानों को बाजार में सोयाबीन बेचने से घाटा हो रहा है जबकि समर्थन मूल्य केंद्रों पर उन्हें अच्छा लाभ मिल रहा है. किसानों को पहले समर्थन मूल्य केंद्रों पर सोयाबीन बेचने पर 17500 रुपये का मुनाफा हो रहा था. अब लिमिट बढ़ने से उनका मुनाफा भी बढ़ गया है. अब किसानों को 40 क्विंटल सोयाबीन बेचने पर 28000 रुपये तक फायदा हो रहा है. कोटा जिले में 9 खरीद केंद्रों पर 1002 किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है जिसमें 184 किसानों ने सोयाबीन बेच दिया है. लिमिट बढ़ाए जाने से बाकी किसानों को भी फायदा होगा.

12 परसेंट नमी वाले सोयाबीन खरीद का नियम और 25 क्विंटल बेचने की शर्त के कारण राजस्थान में सोयाबीन की खरीद बहुत धीमी चल रही थी. राजफेड का सोयाबीन खरीद का लक्ष्य पिछड़ रहा था. लेकिन नियमों में बदलाव से जहां एक ओर राजफेड का लक्ष्य पूरा हो रहा है तो दूसरी ओर किसानों को भी फायदा हो रहा है. किसान अब अधिक उपज बेच रहे हैं जिससे उनका मुनाफा भी बढ़ गया है.

 

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