फसल अच्छी होगी या खराब, यह मिट्टी पर भी निर्भर करता है. मिट्टी का अच्छा होना किसानों के लिए सबसे बड़ी चुनौती है. सरकार ने एक बार फिर किसानों की इस समस्या का समाधान कर दिया है. अब किसानों को मिट्टी की जांच करवाने के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है. वे घर बैठे अपने फोन से ही अपने खेत की मिट्टी की जानकारी ले सकते हैं. जी हां, अब किसान एसएमएस और वॉट्सऐप के जरिए मिट्टी की पूरी जानकारी ले सकते हैं. आइए जानते हैं कैसे.
केंद्र सरकार की मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना की मदद से किसान अपने खेतों की मिट्टी को उपजाऊ और बेहतरीन बना सकते हैं. इसके बाद किसान अच्छी फसल उगाकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. सॉइल हेल्थ कार्ड योजना के तहत किसानों को खेत की मिट्टी की क्वालिटी के आधार पर उपयुक्त फसल उगाने में मदद मिलती है.
किसान सॉइल हेल्थ कार्ड (SHC) पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के बाद एसएमएस के जरिये मृदा स्वास्थ्य कार्ड पा सकते हैं. एसएचसी मिट्टी के पोषक तत्वों और उर्वरक की सिफारिशों के बारे में जानकारी देता है.
सॉइल हेल्थ कार्ड योजना के तहत किसानों को दिए जाने वाले कार्ड में खेत की मिट्टी के प्रकार के बारे में जानकारी दी जाती है. इससे किसान अपनी जमीन की मिट्टी की गुणवत्ता के आधार पर फसल लगा सकते हैं और अच्छी खेती कर सकते हैं. सरकार के अनुसार किसानों को उनके खेत की क्वालिटी के अनुसार तीन साल में एक बार मृदा स्वास्थ्य कार्ड दिए जाते हैं.
ये भी पढ़ें: यूपी में नेचुरल फार्मिंग के लिए मिले 124 करोड़, सोलर पंप पर 509 करोड़ रुपये खर्च करेगी सरकार
मिट्टी की क्वालिटी के अनुसार फसल उगाकर उत्पादक क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से सरकार ने 2015 में मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना शुरू की थी. इससे किसानों की आय भी बढ़ेगी और उर्वरकों के इस्तेमाल से मिट्टी के आधार और संतुलन को बढ़ावा मिलेगा. इसकी मदद से किसान कम लागत में अधिक उत्पादन कर सकते हैं.
इस योजना के तहत देश के किसानों की मिट्टी की जांच की जाती है और खेतों के हिसाब से फसल लगाने के सुझाव के साथ मृदा स्वास्थ्य कार्ड दिए जाते हैं. साथ ही बताया जाता है कि मिट्टी में किस चीज की कितनी मात्रा है. किसानों को किस फसल के लिए कौन सी खाद और कितनी मात्रा में इस्तेमाल करनी होगी. सही मात्रा में उर्वरकों का उपयोग करके खेती की लागत को भी कम किया जा सकता है.
ये भी पढ़ें: PMFBY: 39,000 करोड़ के प्रीमियम पर 1.73 लाख करोड़ का भुगतान
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today