scorecardresearch
Bihar News: 16वीं किस्त में आठ लाख किसानों को नहीं मिला पैसा, राशि डबल करने की उठी मांग

Bihar News: 16वीं किस्त में आठ लाख किसानों को नहीं मिला पैसा, राशि डबल करने की उठी मांग

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan) के तहत 16वीं किस्त में बिहार के करीब आठ लाख किसानों के खाते में पैसे नहीं आए हैं. वहीं सूबे के किसानों ने कहा केंद्र सरकार महंगाई को देखते हुए राशि में बढ़ोतरी करे. 

advertisement
पीएम किसान सम्मान निधि की 16वीं किस्त जारी. पीएम किसान सम्मान निधि की 16वीं किस्त जारी.

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के यवतमाल के भारी गांव से 28 फरवरी को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) के अंतर्गत 16वीं किस्त जारी की. किसान सम्मान निधि योजना के तहत पात्र देश के 9 करोड़ से अधिक किसानों के खाते में 21 हजार करोड़ रुपये की धनराशि को ट्रांसफर किया गया. वहीं किसानों के खाते में पैसा आने के बाद राज्य के उप मुख्यमंत्री और कृषि विभाग के मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि 16वीं किस्त के रूप में बिहार के 75,11,792 किसानों के बैंक खाते में 1665.24 करोड़ रुपये आए हैं. वहीं इसी योजना के अंतर्गत 15वीं किस्त तक राज्य के कुल 83.54 लाख किसानों के खाते में 20647,87,98,000 (बीस हजार छह सौ सैंतालीस करोड़ सत्तासी लाख अठानवे हजार) रुपये आए थे. अब राज्य के किसान इस राशि को डबल करने की बात कह रहे हैं. 

ये भी पढ़ें-बिहार के 26 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट, फसलों के नुकसान की आशंका

8 लाख किसानों के खाते में नहीं आए पैसे

प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना को लेकर कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा अब उन्हीं किसानों को इस योजना का लाभ दिया जा रहा है, जिनका बैंक खाता आधार और एनपीसीआई से लिंक हो और ई-केवाईसी पूरा करा लिया हो. 15वीं किस्त में जहां राज्य के कुल 83.54 लाख किसानों के खाते में दो हजार रुपये की राशि भेजी गई थी. वहीं 16वीं किस्त में बिहार के 75,11,792 किसानों के बैंक खाते में 1665.24 करोड़ रुपये भेजे गए हैं. यानी करीब आठ लाख के आसपास किसानों के खाते में इस बार सम्मान निधि का पैसा नहीं आया है. 

ये भी पढ़ें-बिहार के इस किसान ने मल्चिंग विधि से की लहसुन की खेती,  कम जगह में मिली अधिक उपज

सरकार डबल करे सम्मान निधि का पैसा

पटना जिले के पुनपुन निवासी विनय कुमार कहते हैं कि 28 फरवरी को रात 9 बजे के आसपास उनके खाते में दो हजार रुपये आए. वहीं भारत सरकार जो यह राशि दे रही है. इसमें थोड़ी वृद्धि करने की जरूरत है. आज जिस तरह से महंगाई बढ़ रही है, सरकार भी महंगाई भत्ता अपने कर्मचारियों की बढ़ा रही है. उसको देखते हुए यह राशि तीन हजार रुपये तक होनी चाहिए. विनय कुमार प्याज की खेती करते हैं. वह बताते हैं कि इस बार मौसम में हुए बदलाव की वजह से प्याज की खेती में खर्च ज्यादा बढ़ा है. 

मुजफ्फरपुर जिले के रहने वाले किसान अरुण सिंह धान, गेहूं के अलावा लीची की खेती करते हैं. वे किसान तक को बताते हैं कि एक साल में छह हजार रुपये आता है. इससे रबी या खरीफ में से किसी एक सीजन में एक बीघा में लगने वाले उर्वरक का खर्च निकल जाता है. वहीं इस बार का पैसा लीची के बागान में तीन मजदूरों की एक दिन की मजदूरी में चली जाएगी. सरकार को यह राशि डबल करने की जरूरत है.