
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (SKUAST-K), श्रीनगर के छठे दीक्षांत समारोह में शामिल हुए. समारोह में जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, उप मुख्यमंत्री राजेंद्र चौधरी, राज्य के कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री जावेद अहमद डार, शिक्षा मंत्री सकीना मसूद सहित गणमान्यजन उपस्थित थे. इस अवसर पर शिवराज सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल और प्रभावी नेतृत्व में हमने देश के अन्न के भंडार भरे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के साथ मिलकर हम जम्मू-कश्मीर को दुनिया का हॉटिकल्चर हब बनाएंगे, वहीं कृषि विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे खेती में इनोवेशन करें, स्टार्टअप शुरू करें.
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि यहां की हवा की शीतलता, माटी की सुगंध, प्राकृतिक सौंदर्य और लोगों के प्यार ने मेरा मन मोह लिया है. जम्मू-कश्मीर भारत का मुकुटमणि है. कल हमने मुख्यमंत्री जी के साथ कृषि और ग्रामीण विकास को लेकर व्यापक समीक्षा की और जम्मू-कश्मीर का और तेजी से विकास करने पर वृहद चर्चा हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का संकल्प ‘विकसित भारत का निर्माण’ है, जिसके लिए विकसित जम्मू-कश्मीर और समृद्ध किसान भी जरूरी है, इस लक्ष्य को हम पूरा करके रहेंगे. उन्होंने कहा कि मैंने कल श्रीनगर में कई जगहों पर जाकर लोगों से मुलाकात की, लोगों ने जो प्यार जताया, वो अद्भुत है. डल झील के शिकारा चालक ने भी बड़ी विनम्रता से आगमन पर स्नेह व्यक्त किया, जिससे मैं अभिभूत हूं. इस अपार स्नेह और सम्मान के संदेश को मैं पूरे देश के साथ साझा करूंगा. विश्वविद्यालय में आकर तो मैं और अधिक प्रसन्न हूं. विश्वविद्यालय की उपलब्धियां अपार हैं, जिसके लिए बधाई. यह विश्वविद्यालय, राज्य विश्वविद्यालयों की सूची में 5वें नंबर पर है, विश्वास है जल्द यह नबंर वन होगा.
उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि दीक्षांत का मतलब दीक्षा का अंत नहीं, बल्कि नई दीक्षा की शुरुआत है.आपने कक्षा से लैब तक जो ज्ञान अर्जित किया, अब उसे बांटने का समय है. खेती के बिना ना जम्मू-कश्मीर, ना देश, ना दुनिया का काम चल सकता है. खेती से जो उपज मिलती है, उनका निर्माण फैक्ट्रियों में नहीं किया जा सकता. कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, देश में आधी से ज्यादा आबादी को रोजगार कृषि क्षेत्र से ही मिलता है.
चौहान ने प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके कुशल और प्रभावी नेतृत्व में हमारे देश में अन्न के भंडार भर गए हैं. पिछले 11 वर्षों में खाद्यान्न उत्पादन में 44 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है. चावल, गेहूं, मक्का, सोयाबीन, मूंगफली, सब में रिकॉर्ड वृद्धि देखी गई है. खाद्यान्न उत्पादन बढ़ रहा है, आगे निरंतर प्रयास जरूरी है. शिवराज सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के फल, फूलों के चटक रंग, सब्जियों का स्वाद अद्भुत है. केंद्रीय कृषि मंत्री के रूप में मेरा संकल्प है कि हम जम्मू-कश्मीर को पूरी दुनिया का हॉटिकल्चर हब बनाकर रहेंगे. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में ‘समग्र कृषि विकास कार्यक्रम’ सफलतापूर्वक कार्यान्वित हो रहा है. एकीकृत बागवानी विकास मिशन (एमआईडीएच) योजना के तहत ‘क्लीन प्लांट’ को लेकर कल की बैठक में स्थापना का निर्णय हुआ है. मैं चाहता हूं कि जम्मू-कश्मीर का सेब पूरी दुनिया में जाए, हमें ये आयात नहीं करना पड़े, बल्कि निर्यात बढ़े.
केंद्रीय कृषि मंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत सरकार किसानों की हितों की रक्षा के लिए कटिबद्ध है. खेती में नवाचार की जरूरत है. उन्होंने विद्यार्थियों से कृषि क्षेत्र में नए स्टार्टअप शुरू करने, विभिन्न आधुनिकतम प्रौद्योगिकियों के निर्माण सहित अभिनव प्रयासों की ओर आगे बढ़ने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि आपका जीवन केवल आपके लिए नहीं है, औरों के लिए जीना ही असली जीवन है. समाज, देश, दुनिया के लिए जीते हुए जीवन में आगे बढ़ें, यही असली उपलब्धि है. सैद्धांतिक ज्ञान तक सीमित ना रहें, व्यावहारिक ज्ञान भी अपनाएं. हरेक विद्यार्थी में अनंत संभावनाएं-क्षमताएं हैं. यकीन है आप जीवन में बेहतर करेंगे.
शिवराज सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में कृषि के लिए छह सूत्रीय रणनीति बनाई है, जिसमें उत्पादन बढ़ाना, लागत कम करना, ठीक दाम सुनिश्चित करना, नुकसान की स्थिति में सही मुआवजे की व्यवस्था, कृषि का विविधिकरण और भावी पीढ़ी के लिए धरती सुरक्षित रखते हुए प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना शामिल है. इस दिशा में राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों से साथ मिलकर हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं. भारत सिर्फ भारत के लिए नहीं है, यह वह धरती है, जिसने पूरी दुनिया को परिवार माना है.
कृषि मंत्री ने कहा, ‘युद्ध नहीं शांति, घृणा नहीं प्रेम’ इसी मूलमंत्र के साथ जम्मू-कश्मीर के साथ ही देश को आगे बढ़ाने के लिए सबको मिलकर काम करना होगा. पूरा भरोसा है कि भारत की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और अधिक मजबूत पहचान बनेगी. भारत दुनिया का फूड बास्केट जरूर बनेगा. दीक्षांत समारोह में 5,250 विद्यार्थियों को स्नातक, परास्नातक और पीएचडी की उपाधियां प्रदान की गईं और मेधावी छात्रों को उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए 150 स्वर्ण पदक और 445 मेरिट प्रमाण-पत्र दिए गए.
शिवराज सिंह चौहान ने जम्मू-कश्मीर प्रवास के दौरान खोनमोह में “लखपति दीदी सम्मेलन” में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने महिलाओं को वास्तविक परिवर्तन निर्माता बताते हुए कहा कि मेरी जिंदगी का मिशन बहनों की जिंदगी बदलना है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश में महिला सशक्तिकरण की दिशा में काफी काम हो रहा है. स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के साथ केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय एवं जम्मू-कश्मीर ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री चौहान ने दीदियों के आग्रह पर उनके साथ दोपहर का भोजन भी किया. राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री जाविद अहमद डार भी यहां मौजूद थे.
केंद्रीय मंत्री चौहान ने असाधारण उपलब्धि हासिल करने के साथ अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा बनी बहनों को प्रशंसा प्रमाण-पत्र दिए, ये हैं मनीषा देवी, तजा बेगम, सोनी देवी, परवीना, सामिया जान और शुबीना जान. मंत्री जाविद डार ने केंद्रीय मंत्री चौहान के दौरे के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इससे जम्मू-कश्मीर में ग्रामीण महिलाओं के लिए अधिक अवसरों का मार्ग प्रशस्त होगा, वहीं महिला लाभार्थियों ने ग्रामीण विकास विभाग, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन और केंद्र और राज्य सरकार को सम्मान और आत्मविश्वास से भरा जीवन जीने में सक्षम बनाने के लिए उनके निरंतर सहयोग के लिए हार्दिक धन्यवाद दिया.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today