छत्रपति संभाजीनगर में कार्यक्रम में शामिल हुए सीएम देवेंद्र फडणवीसमहाराष्ट्र में सिर्फ एक महीने के भीतर करीब 45,911 सोलर पंप किसानों के खेतों में लगाए गए. इतनी बड़ी संख्या में सोलर पंप इंस्टॉल किए जाने पर इस उपलब्धि को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह मिली है. इसी उपलक्ष्य में छत्रपति संभाजीनगर में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के कोऑर्डिनेटर मिस्टर कार्ल सैविल की ओर से प्रमाणपत्र और मेडल दिया गया.
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर सोलर पंप का लाभ उठाने वाले किसानों से ऑनलाइन बातचीत भी की. किसानों ने सरकार का धन्यवाद किया और बताया कि इससे उनकी कई समस्याएं खत्म हो गई हैं. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जनता को संबोधित करते हुए सोलर पंप लगाने के इस बड़े अभियान में शामिल सभी महावितरण अधिकारियों और कर्मचारियों का धन्यवाद किया.
उन्होंने कहा कि एक साल पहले महाराष्ट्र की जनता ने उन पर भरोसा जताया था. सरकार बनने के बाद दलित, गरीब, आदिवासी, किसान, मजदूर, महिलाएं और अल्पसंख्यक- सभी वर्गों के जीवन में सुधार लाने के लिए योजनाएं लागू की गईं. फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र की प्रगति यहीं रुकने वाली नहीं है.
मुख्यमंत्री ने बताया कि 2014 से 2021 के बीच कई बार सूखे की स्थिति बनी. उस दौरान किसानों को कभी दिन में पानी मिलता था, तो कभी रात में बिजली पर निर्भर रहना पड़ता था. रात में सिंचाई करना किसानों के लिए बड़ी चुनौती थी. उन्होंने कहा कि सोलर ऊर्जा का प्रयोग शुरू होने के बाद स्थिति बदली और किसानों को राहत मिली.
उन्होंने बताया कि 2022 में सरकार फिर सत्ता में आई और उसके बाद कुसुम योजना को व्यापक रूप से लागू किया गया. इस योजना को कई राज्यों में मॉडल के रूप में अपनाया गया है. देशभर में अब तक करीब 65 प्रतिशत किसानों ने सोलर पंप लगाए हैं. सरकार ने 7 लाख से ज्यादा पंप इंस्टॉल कराए हैं.
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के कोऑर्डिनेटर कार्ल सैविल ने कहा कि हर पंप का निरीक्षण किया गया और जमीन पर जाकर उसकी पुष्टि की गई. एक महीने में सबसे ज्यादा सोलर पंप लगाने का यह रिकॉर्ड है. 30 दिनों में 35,000 पंप लगाने का लक्ष्य था, लेकिन महाराष्ट्र ने महावितरण के माध्यम से 45,911 पंप इंस्टॉल कर इस लक्ष्य को भी पार कर लिया.
कार्यक्रम के दौरान कई किसानों ने अपने अनुभव साझा करते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से ऑनलाइन बात की. मेहकर बुलढाणा के किसान सुनील ने बताया कि उनका पंप 5 अक्टूबर को इंस्टॉल हुआ. पहले पानी की काफी दिक्कत थी, लेकिन अब यह समस्या पूरी तरह खत्म हो चुकी है.
इधर, सोलापुर के किसान ने बताया कि उन्हें 15 नवंबर को उन्हें सोलर पंप मिला. उन्होंने बताया कि वह कांदा और दूसरी फसलें उगाते हैं, और सोलर पंप से खेती आसान हो गई है. वहीं, एरान्दोल जलगांव के किसान संदीप पाटिल ने बताया कि उनके खेत में 3 HP का सोलर पंप लगा है. पहले सिंचाई के लिए रात में खेत जाना पड़ता था, लेकिन अब इसकी जरूरत नहीं पड़ती.(इसरारुद्दीन चिश्ती की रिपोर्ट)
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