Ganne ka Rate: गन्ने की कीमत पर बड़ा हंगामा, दाम बढ़ाने को लेकर उठी ये मांग

Ganne ka Rate: गन्ने की कीमत पर बड़ा हंगामा, दाम बढ़ाने को लेकर उठी ये मांग

2025-26 पेराई सीजन के लिए गन्ने का स्टेट एडवाइज्ड प्राइस (SAP) जल्दी पकने वाली किस्मों के लिए नए दाम तय किए गए हैं, लेकिन इस बीच विपक्ष ये मांग कर रही है कि इसे बढ़ावा जाए, ताकि किसानों की लागत का सही दाम मिल सके.

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Ganne ka Rate: गन्ने की कीमत पर बड़ा हंगामा, दाम बढ़ाने को लेकर उठी ये मांगगन्ने की कीमत पर बड़ा हंगामा

उत्तराखंड की धामी सरकार ने 2025-26 पेराई सत्र के लिए गन्ने की दाम में बढ़ोतरी की है, जिसके बाद विपक्ष ने इस बढ़ी हुई कीमत को अपर्याप्त बताया है. दरअसल, उत्तराखंड से कांग्रेस पार्टी की विधायक अनुपमा रावत ने किसानों के खर्च और खेती के लिए आवश्यक उपयोगिताओं को देखते हुए गन्ने की कीमतों में केवल 30 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि करने के लिए राज्य सरकार की आलोचना की है. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने 2025-26 पेराई सत्र के लिए इसे बढ़ाकर 405 रुपये तो कर दिया है. हालांकि, किसानों के खर्च और खेती के लिए आवश्यक संसाधनों को देखते हुए, यह राशि बहुत कम है.

गन्ने की कीतम 500 रुपये करने की मांग

अनुपमा रावत ने कहा कि प्रारंभिक मांग गन्ने की कीमत 500 रुपये बढ़ाने की थी. लेकिन सरकार ने मात्र 30 रुपये बढ़ाकर 405 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है. उन्होंने आगे कहा कि मैंने सत्र के दौरान सदन में आधिकारिक रूप से प्रस्ताव रखा था... 22 तारीख को हमारे रजत जयंती समारोह के दौरान, मैंने यह भी कहा था कि अगर सरकार जल्द ही इसकी घोषणा नहीं करती है, तो हम 30 नवंबर को अपने 'किसान सम्मान यात्रा' निकालेंगे, जिसके दौरान किसान सरकार से कार्रवाई करने का आग्रह करेंगे. लेकिन अब, हम किसानों के साथ इस मामले पर चर्चा करेंगे.

किसानों से बात करके बढ़ाई गई कीमत

इस बीच, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को 2025-26 पेराई सत्र के लिए उत्तराखंड में चीनी मिलों द्वारा खरीदे जाने वाले गन्ने के स्टेट एडवाइज्ड प्राइस (SAP) में वृद्धि को मंजूरी दे दी है , सीएमओ की एक विज्ञप्ति में कहा गया है.

CM पुष्कर सिंह धामी ने कहा था कि कीमत तय करने के प्रोसेस के दौरान कोऑपरेटिव, पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर की चीनी मिलों, गन्ना विकास और चीनी उद्योग विभाग, किसान संगठनों और संबंधित स्टेकहोल्डर्स के साथ काफी बातचीत की गई, जिसके बाद ये फैसला लिया गया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा तय किए गए फेयर एंड रिम्यूनरेटिव प्राइस (FRP), उत्तर प्रदेश में लागू गन्ने की कीमत और राज्य की ज्योग्राफिकल और खेती की स्थितियों का सही एनालिसिस करने के बाद एक बैलेंस्ड फैसला लिया गया है.

कीमत बढ़ने से किसानों को मिलेगा राहत

पिछले पेराई सत्र 2024-25 में गन्ने की अगेती किस्म के लिए एसएपी 375 रुपये प्रति क्विंटल और सामान्य किस्म के लिए 365 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया था. मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि आगामी पेराई सत्र 2025-26 के लिए ये कीमतें अगेती किस्म के लिए 405 रुपये प्रति क्विंटल और सामान्य किस्म के लिए 395 रुपये प्रति क्विंटल कर दी गई हैं. उन्होंने कहा कि 2025-26 पेराई सीजन के लिए घोषित यह बढ़ी हुई कीमत न केवल गन्ना किसानों को राहत देगी, बल्कि राज्य की खेती की इकॉनमी को भी मजबूत करेगी. साथ ही गन्ने के प्रोडक्शन को बढ़ावा देने में मदद करेगी. (एएनआई)

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