महाराष्ट्र के कई जिलों में किसानों का आंदोलन चल रहा है. बुधवार को किसानों ने एकजुट होकर रास्ता रोको आंदोलन किया. इन जिलों में चंद्रपुर, अमरावती, नागपुर, नांदेड़, संभाजीनगर, जालना और वाशिम आदि शामिल हैं. किसानों ने कर्जमाफी और उपज के दाम बढ़ाने को लेकर आंदोलन तेज किया है. इस आंदोलन को महाराष्ट्र के पूर्व राज्यमंत्री और प्रहार संगठना के प्रमुख बच्चू कडू ने आगे बढ़ाया है.
इसी कड़ी में महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में नागपुर महामार्ग पर हज़ारों की संख्या में किसानों ने चक्का जाम आंदोलन करते हुए बच्चू कडू द्वारा पिछले कई दिनों से शुरू आंदोलन को समर्थन दिया. महाराष्ट्र के पूर्व राज्यमंत्री और प्रहार संघटना प्रमुख बच्चू कडू द्वारा किसानों, विधवाओं, अपंगों, मछुआरों और मेंढपाल समाज की समस्याओं को लेकर राज्यभर में चलाए जा रहे आंदोलन के तहत बुधवार को टेमुर्डा में अनोखे तरीके से रास्ता रोको आंदोलन किया गया.
सरकार की ओर से पहले किए गए वादे पूरे न होने के चलते किसानों में भारी नाराज़गी है. इन्हीं वादों की याद दिलाने और दबाव बनाने के उद्देश्य से वरोरा तहसील के किसान नेता और सामाजिक कार्यकर्ता किशोर डुकरे के नेतृत्व में किसानों ने बैलगाड़ियां सड़क पर खड़ी कर दीं और चक्काजाम कर दिया. यह आंदोलन सुबह 9:30 बजे शुरू हुआ और करीब एक घंटे तक पूरा रास्ता ठप रहा. वाहनों की लंबी कतारें लग गई और आम लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
आंदोलन की मुख्य मांगें थीं, किसानों को संपूर्ण कर्ज माफी दी जाए, शेतमाल (कृषि उत्पादों) के दाम में 20% की बढ़ोतरी की जाए, अपंग नागरिकों को 6,000 रुपये मासिक मानधन दिया जाए. इस आंदोलन में जिलेभर से बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए. हालांकि, आंदोलन के दौरान पुलिस ने 10 से 15 आंदोलनकारियों को हिरासत में लिया, लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया गया. मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार, यह आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण था, लेकिन सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने का यह तरीका बेहद प्रभावशाली रहा.
जालना ज़िले के हिस्वन खुर्द और जामवाड़ी में किसानों ने ज़ोरदार रास्ता रोको आंदोलन किया है. हिस्वन खुर्द में किसानों ने टायर जलाकर सड़क जाम किया, जबकि जामवाड़ी में जालना-देउलगांव राजा महामार्ग को किसानों ने पूरी तरह से जाम कर दिया. इस दौरान किसानों ने दोनों ओर से रास्ता बंद करते हुए राज्य सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाज़ी की. किसानों का कहना है कि महायुती सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले किसानों की संपूर्ण कर्जमाफी का वादा किया था, लेकिन अब तक सरकार ने इस वादे को पूरा नहीं किया है. इसी वजह से आज राज्यभर में किसानों ने आक्रामक रूप अपनाते हुए चक्काजाम और रास्ता रोको आंदोलन किया. जालना ज़िले में भी हिस्वन खुर्द और जामवाड़ी में किसानों ने रास्ता रोको आंदोलन करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया और सरकार से तत्काल कर्जमाफी की मांग की. इस आंदोलन के चलते महामार्ग पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और यातायात पूरी तरह बाधित हो गया था.
वाशिम जिले के कारंजा शहर और मनभा नामक गांव में प्रहार के कार्यकर्ताओं और किसानों ने रास्ता रोको आंदोलन किया. कारंजा शहर में रास्ता रोको आंदोलन के कारण संभाजी नगर, नागपुर और अकोला जाने वाले मार्ग का यातायात कुछ समय के लिए बाधित हुआ था. आंदोलनकारियों ने कहा कि बीजेपी ने चुनाव के पहले किसानों को कर्ज माफी करने का आश्वासन दिया था, जो अभी तक पूरा नहीं हुआ, जिसके चलते आज चक्का जाम आंदोलन किया गया. अगर जल्द ही सरकार ने किसानों का कर्ज माफ नहीं किया इससे तीव्र आंदोलन किया जाएगा. कोई अनुचित घटना न हो, इसके चलते पुलिस का कड़ा बंदोबस्त भी दिखाई दिया.
महाराष्ट्र के नांदेड़ में किसानों की मांग को लेकर नांदेड़-नागपूर राजमार्ग जाम किया गया. बच्चू कडू के आंदोलन के समर्थन में नांदेड़ में किसानों का प्रदर्शन हुआ. किसान कर्ज माफी, कृषि उत्पादों के लिए गारंटीकृत मूल्य समेत विभिन्न मांगों को लेकर किसानों ने सड़क जाम किया. किसानों ने चेतावनी दी कि कर्ज माफी नहीं मिलने पर वे 2 अक्टूबर को मंत्रालय पर मार्च निकालेंगे. नांदेड़-नागपुर राजमार्ग दो घंटे तक जाम रहा और वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई थीं.
छत्रपति संभाजी नगर के क्रांति चौक में प्रहार संघटना के अध्यक्ष बच्चू कडू के नेतृत्व में एक रैली निकाली गई, इसमें बड़ी संख्या में किसानों और दिव्यांगों ने हिस्सा लिया. बच्चू कडू का कहना है कि राज्य सरकार ने चुनाव के समय जो वादे किए थे वह पूरे नहीं किए हैं और आज देश का किसान परेशान हाल में है. बच्चू कडू ने कहा कि मैं जिस समय सरकार में था उस समय मैं केंद्र सरकार और राज्य सरकार से किसानों और दिव्यांगों के लिए कई बार आवाज भी उठाई है. उस दौरान इन लोगों को फायदा भी मिला था. लेकिन अब उनकी मांगें नहीं मानी जा रही हैं. बच्चू कडू ने राज्य सरकार को चेतावनी दी है कि अगर किसानों और दिव्यांगों की ओर ध्यान नहीं दिया गया तो वे मंत्रालय में घुसकर आंदोलन करेंगे, और सरकार को झुकाएंगे.
नागपुर-अमरावती हाईवे पर गोंडखैरी परिसर में प्रहार संघटना के कार्यकर्ताओ ने उग्र प्रदर्शन किया. प्रहार संघटना के स्थानीय नेता रजनीकांत अतकरी ने खुद की शववाहिनी को आग लगा दी. घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और दमकल विभाग की मदद से आग पर काबू पा लिया गया. कलमेश्वर पुलिस थाने के इंस्पेक्टर मनोज कालबांडे ने 'आज तक' से बात करते हुए कहा कि उन्होने प्रदर्शन कर रहे प्रहार संघटना के स्थानीय नेता रजनीकांत अतकरी को हिरासत में लिया है.(गौरव विजय साली, कुअरचंद मांडले, जका खान, इसरारुद्दीन चिस्ती, योगेश पांडे और विकास राजूरकर, धनंजय साबले का इनपुट)
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