किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने गुरुवार को कहा कि 21 जनवरी को 101 किसानों का जत्था दिल्ली कूच करेगा. यह जत्था शंभू बॉर्डर से निकलेगा. इससे पहले भी किसानों का ऐसा जत्था दिल्ली कूच का प्रयास कर चुका है, लेकिन बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस ने किसानों को रोक दिया. पंढेर के इस ऐलान के बाद माना जा रहा है कि शंभू बॉर्डर पर किसानों को आंदोलन फिर जोर पकड़ेगा. बीते दिनों में हरियाणा पुलिस की कार्रवाई में जत्थे के कई किसान जख्मी हुए हैं जिसके बाद 101 किसानों के जत्थे का दिल्ली कूच स्थगित कर दिया गया था.
दिल्ली कूच की इस नई तैयारी पर पंढेर ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार पर निर्भर करता है कि वह किसानों से कब बातचीत शुरू करती है. बातचीत के लिए किसान हमेशा से तैयार हैं. उधर खनौरी बॉर्डर पर एसकेएम नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल बीते 52 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हैं. इस बारे में पंढेर ने कहा कि सरकार को उनके अनशन के बारे में सोचना चाहिए. सरकार को हमेशा चुनाव जीतने पर ही ध्यान नहीं रखना चाहिए. पंढेर ने कहा कि हमें उम्मीद है कि संयुक्त किसान मोर्चा का राष्ट्रीय धड़ा हमारे साथ आएगा और हम किसानों की लड़ाई को एकजुट होकर लड़ेंगे.
101 किसानों के जत्थे ने पिछले साल 6 दिसंबर, 8 दिसंबर और 14 दिसंबर को शंभू बॉर्डर पर पैदल दिल्ली की ओर बढ़ने की तीन कोशिशें की थीं. हालांकि हरियाणा में सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी थी. हरियाणा पुलिस का कहना था कि किसानों को पहले दिल्ली पुलिस से इसकी अनुमति लेनी होगी. आंदोलन करने वाले किसानों का यह ऐलान ऐसे समय में सामने आया है जब एक दिन पहले 101 किसानों के समूह ने हरियाणा बॉर्डर पर आमरण अनशन शुरू किया है. इन किसानों ने डल्लेवाल के साथ एकजुटता दिखाते हुए अपना अनशन शुरू किया है.
पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू बॉर्डर पर गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए किसान मजदूर मोर्चा के नेता पंढेर ने पिछले 11 महीनों से शंभू और खनौरी में डेरा डाले किसानों की मांगें नहीं मानने के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की. पंढेर ने कहा, "दोनों मंचों (एसकेएम-गैर राजनीतिक, केएमएम) ने आज (बुधवार) फैसला किया कि 101 किसानों का जत्था 21 जनवरी को शंभू बॉर्डर से दिल्ली के लिए अपना मार्च फिर से शुरू करेगा."
पंढेर ने कहा, "हमने देखा है और हमें भी लगता है कि सरकार किसी भी बातचीत के लिए तैयार नहीं है. आंदोलन को तेज करने का फैसला दोनों मंचों ने लिया है." 15 जनवरी को 111 किसानों के एक समूह ने अपने नेता डल्लेवाल के साथ एकजुटता दिखाते हुए आमरण अनशन शुरू किया और कसम खाई कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, वे पीछे नहीं हटेंगे.
नया जत्था हरियाणा के बॉर्डर पर बैठा है. उधर डल्लेवाल पिछले साल 26 नवंबर से पंजाब की तरफ खनौरी बॉर्डर पर भूख हड़ताल पर बैठे हैं. हरियाणा पुलिस ने बॉर्डर पर अपनी तरफ सुरक्षा बढ़ा दी है. उसने पहले ही भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 लागू कर दी है, जिसके तहत पांच या उससे अधिक लोगों के जमा होने पर पाबंदी है.
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