Maharashtra में कर्जमाफी पर छिड़ा किसानों का संग्राम, फैसला लेने के लिए सरकार के पास दोपहर तक का टाइम, जान लें लेटेस्ट अपडेट

Maharashtra में कर्जमाफी पर छिड़ा किसानों का संग्राम, फैसला लेने के लिए सरकार के पास दोपहर तक का टाइम, जान लें लेटेस्ट अपडेट

नागपुर में पूर्व मंत्री बच्चू कडू के नेतृत्व में किसानों का आंदोलन दूसरे दिन भी जारी है. कडू ने चेतावनी दी कि सरकार ने कर्जमाफी की मांग नहीं मानी तो दोपहर बाद ट्रेनें रोक दी जाएंगी. उन्होंने कहा कि राज्य के पास पैसा नहीं है तो केंद्र सरकार किसानों की मदद करे.

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Maharashtra में कर्जमाफी पर छिड़ा किसानों का संग्राम, फैसला लेने के लिए सरकार के पास दोपहर तक का टाइम, जान लें लेटेस्ट अपडेटआंदोलन का नेतृत्‍व कर रहे पूर्व मंत्री और प्रहार पार्टी के नेता बच्‍चू कडू (फोटो-ANI)

महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और प्रहार पार्टी के नेता बच्‍चू कडू ने बुधवार को चेतावनी दी कि अगर सरकार ने किसानों की मांगें नहीं मानीं तो दोपहर बाद नागपुर में ट्रेनों को रोका जाएगा. उन्होंने कहा कि राज्य में किसान कर्ज के बोझ से दबे हैं और सरकार उनकी तकलीफों को अनदेखा कर रही है. बच्‍चू कडू ने कहा कि अगर राज्य सरकार के पास किसानों का कर्ज माफ करने के लिए पैसा नहीं है तो केंद्र सरकार को मदद के लिए आगे आना चाहिए. उन्होंने कहा, “अब हम दोपहर 12 बजे के बाद ट्रेनें रोकेंगे. हमारे किसान कर्ज में डूब रहे हैं. अगर राज्य सरकार के पास पैसा नहीं है तो केंद्र सरकार को किसानों की मदद करनी चाहिए.”

कल से जारी है किसानों का प्रदर्शन

यह प्रदर्शन मंगलवार से ही जारी है. बच्छू कडू मंगलवार को हजारों किसानों के साथ नागपुर पहुंचे और यहां जोरदार प्रदर्शन किया. किसानों ने नागपुर-हैदराबाद राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-44) को भी जाम कर दिया. किसानों का कहना है कि बार-बार आश्वासन देने के बावजूद सरकार ने सूखा प्रभावित किसानों को राहत देने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए हैं. कडू ने कहा कि किसानों की प्रमुख मांग कर्जमाफी है.

आंदोलन में एक लाख से ज्‍यादा किसान: कडू

उन्होंने कहा, “हमने कहा था कि किसानों को कर्ज से राहत दी जाए, सोयाबीन के लिए 6 हजार रुपये और हर फसल पर 20 प्रतिशत बोनस दिया जाए. मध्य प्रदेश में भावांतर योजना लागू है, लेकिन महाराष्ट्र में कुछ नहीं है. यहां किसी भी फसल को पूरा दाम नहीं मिल रहा है और मुख्यमंत्री के पास किसानों से मिलने का भी समय नहीं है.” उन्होंने दावा किया कि अभी तक 1 से 1.5 लाख किसान आंदोलन में शामिल हैं और एक लाख और किसान गुरुवार तक नागपुर पहुंचेंगे.

ठोस निर्णय होने तक नहीं खत्‍म होगा आंदोलन: बच्‍चू कडू

बच्‍चू कडू ने इससे पहले मंगलवार को नागपुर में किसानों के लिए पूर्ण कर्जमाफी की मांग करते हुए विशाल ट्रैक्टर रैली का नेतृत्व किया. अमरावती से निकली यह रैली नागपुर-वर्धा रोड के पास 'महाऐल्गार मोर्चा' में बदली, जिसमें हजारों किसान और कार्यकर्ता शामिल हुए. कडू ने कहा कि वे पिछले आठ महीनों से कर्जमाफी, फसलों के उचित दाम और दिव्यांगों व मछुआरों के कल्याण की मांग कर रहे हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार की ओर से ठोस निर्णय लिए बिना आंदोलन खत्म नहीं होगा.

राज्‍य सरकार ने जारी किया था राहत पैकेज

उधर, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में राज्य के बारिश और बाढ़ प्रभावित किसानों के लिए 31,628 करोड़ रुपये का राहत पैकेज घोषित किया था. सरकार ने प्रभावित किसानों को 10 हजार रुपये की नकद सहायता देने का भी निर्णय लिया था. मुख्यमंत्री ने बताया था कि भारी बारिश और बाढ़ से राज्य में 68 लाख हेक्टेयर से अधिक फसलों को नुकसान पहुंचा है और यह राहत पैकेज 36 में से 29 जिलों को कवर करेगा. (एजेंसी)

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