यूपी में अपने सहयोगियों के लिए बीजेपी ने किया 6 सीटें छोड़ने का फैसला, पहली मीटिंग में अहम फैसले 

यूपी में अपने सहयोगियों के लिए बीजेपी ने किया 6 सीटें छोड़ने का फैसला, पहली मीटिंग में अहम फैसले 

भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने 100 से अधिक उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप दे दिया है. पीएम नरेंद्र मोदी (वाराणसी), अमित शाह (गांधीनगर), राजनाथ सिंह (लखनऊ) सहित हाई प्रोफाइल उम्मीदवारों और 'कमजोर' सीटों पर ध्यान केंद्रित करने वाली लिस्‍ट तैयार कर ली गई है.

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 यूपी में अपने सहयोगियों के लिए बीजेपी ने किया 6 सीटें छोड़ने का फैसला, पहली मीटिंग में अहम फैसले फाइल फोटो

गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्‍यक्षता में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की केंद्रीय चुनाव समिति की अहम मीटिंग हुई है. रात 3:30 बजे तक चली इस मीटिंग में कई अहम फैसले लिए गए.  इन फैसलों में हाल ही में हुए राज्‍यसभा चुनावों में बीजेपी के लिए वोट करने वाली जयंत चौधरी की पार्टी जयंत चौधरी की पार्टी राष्‍ट्रीय लोकदल (आरएलडी) का भी खासा ध्‍यान रखा गया है. माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में बीजेपी की तरफ से उम्‍मीदवारों की लिस्‍ट को रिलीज कर दिया जाएगा. पीएम मोदी के नेतृत्‍व में पार्टी तीसरे कार्यकाल की तरफ देखी रही है. दुनियाभर के राजनीतिक विशेषज्ञों की नजरें इस साल होने वाले चुनावों की तरफ टिकी हुई हैं. 

यूपी में लोकसभा की 80 सीटें 

भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने 100 से अधिक उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप दे दिया है. पीएम नरेंद्र मोदी (वाराणसी), अमित शाह (गांधीनगर), राजनाथ सिंह (लखनऊ) सहित हाई प्रोफाइल उम्मीदवारों और 'कमजोर' सीटों पर ध्यान केंद्रित करने वाली लिस्‍ट तैयार कर ली गई है. ये कमजोर सीटें वो हैं, जो बीजेपी साल 2019 में हार गई थी या फिर जहां पर जीत का अंतर काफी कम था. 

जो खबरें आ रही हैं, उनके मुताबिक बीजेपी उत्‍तर प्रदेश में अपने एनडीए में अपने सहयोगियों के लिए छह सीटें छोड़ सकती है. बताया जा रहा है कि दो सीटें अपना दल के लिए तो दो आरएलडी के लिए होंगी. जबकि एक सीट निषाद पार्टी और एक ओमप्रकाश राजभर की पार्टी के लिए छोड़ी जाएगी. राज्‍य में 80 लोकसभा सीटें हैं और इस बार बीजेपी-एनडीए गठबंधन को यहां पर सबसे मजबूत स्थिति में करार दिया जा रहा है. लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवारों की पहली सूची कुछ दिनों के भीतर आने की उम्मीद है. 

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असम में भी साथ में मिलकर चुनाव 

वहीं असम में बीजेपी तीन सीटे अपने सहयोगियों के लिए छोड़ने के लिए तैयार है. इनमें से दो सीटें असोम गण परिषद (अजेपी) और एक सीट यूनाइटेड पीपुल्‍स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) के लिए होंगी. गुरुवार को असम के मुख्‍यमंत्री हेमंत बिस्‍वा सरमा ने कहा, ''हमारी पार्टियों ने मौजूदा गठबंधन को जारी रखने और लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि भाजपा कुल 14 सीटों में से 11 पर चुनाव लड़ेगी, एजीपी दो पर और यूपीपीएल एक सीट पर चुनाव लड़ेगी. 

महाराष्‍ट्र और बिहार पर बातचीत बाकी 

हरियाणा बीजेपी के सूत्रों के हवाले से खबर हरियाणा की सभी 10 सीटो पर चुनाव लड़ सकतीं हैं.  झारखंड में बीजेपी अपने सहयोगी एक सीट  ऑल झारखण्ड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू)  के लिए छोड़ेगी.  बीजेपी सूत्रों के अनुसार बीजेपी अगली केंद्रीय चुनाव समिति बैठक से पहले बिहार में अभी जेडीयू, चिराग पासवान की एलजेपी( रामविलास), पशुपति पारस की  एलजेपी( राष्ट्रीय), उपेन्द्र कुशवाह और जीतनराम मांझी के साथ सीट शेयरिंग पर फाइनल बातचीत होनीं बाकी हैं. महाराष्‍ट्र में भी शिवसेना (शिंदे) और एनसीपी के साथ भी सीट शेयरिंग फाइनल बातचीत होनी है.

(हिमांशु मिश्रा, पलोमी साहा)

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भोपाल से चुनाव लड़ेगे शिवराज!  

देर रात सीईसी की बैठक में जिन राज्यों पर चर्चा हुई उनमें यूपी, एमपी, उत्तराखंड, गुजरात, असम, तेलंगाना, केरल समेत अन्य शामिल हैं. केंद्रीय मंत्री जो वर्तमान में राज्यसभा सांसद हैं, उनके आगामी चुनाव लड़ने की संभावना है. इन मंत्रियों में भूपेन्द्र यादव, ज्योतिरादित्य सिंधिया, निर्मला सीतारमण, धर्मेन्द्र प्रधान, सर्बानंद सोनोवाल, वी मुरलीधरन के नाम शामिल हैं. मध्‍य प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी भोपाल से मैदान में उतार सकते हैं. 

नए चेहरों को मिलेगा मौका! 

इस बार के लोकसभा चुनावों में बीजेपी कई महिला चेहरों सहित नए चेहरों पर भी ध्यान केंद्रित करेगी. उदाहरण के लिए, बंगाल के आसनसोल में टीएमसी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा को टक्कर देने के लिए बीजेपी भोजपुरी स्टार पवन सिंह सहित कुछ सेलिब्रिटी चेहरों को ला सकती है. दिल्ली बीजेपी सांसदों का भविष्य खतरे में है क्योंकि पार्टी कम से कम तीन मौजूदा सांसदों को बदलने की तैयारी है. तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष के अन्नामलाई को भी मैदान में उतारे जाने की संभावना है. 

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