कोल्हापुर में गन्ना किसानों का आंदोलन तेजमहाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले की शिरोल तहसील में गन्ना किसानों का आंदोलन लगातार तेज़ होता जा रहा है. गन्ने के भाव को लेकर किसानों और शुगर फैक्ट्री प्रबंधन के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है. आंदोलन ‘आंदोलन अंकुश समूह’ के नेतृत्व में किया जा रहा है, जिसमें किसान नेता धनाजी चुडमुंगे और पूर्व विधायक उल्हास पाटील सक्रिय रूप से शामिल हैं.
सोमवार को शुगर फैक्ट्री के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली में गन्ना लेकर किसान जब शिवाजी चौक, शिरोळ पहुंचे, तो स्थिति अचानक तनावपूर्ण हो गई. फैक्ट्री समर्थकों ने गन्ना ट्रॉली को आगे बढ़ाने की कोशिश की, वहीं आंदोलनकारी किसानों ने ट्रॉली पर चढ़कर परिवहन रोक दिया. इस दौरान दोनों पक्षों के बीच तीखी नोकझोंक और धक्का-मुक्की हुई.
स्थिति बिगड़ने पर पुलिस मौके पर पहुंची और आंदोलन अंकुश समूह के कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने की कोशिश की. इसी दौरान किसानों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की और झड़प हो गई. कहा जा रहा है कि इस झड़प में किसान नेता धनाजी चुडमुंगे घायल होकर बेहोश हो गए. पूर्व विधायक उल्हास पाटील ने मौके पर पहुंचकर आंदोलनकारियों का समर्थन किया और पुलिस कार्रवाई पर आपत्ति जताई.
गन्ने के दाम को लेकर विवाद की जड़ यही है. स्वाभिमानी शेतकरी संगठन और दत्त शुगर फैक्ट्री के बीच हुई बैठक में यह तय हुआ था कि
किसानों ने फैक्ट्री प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और शिरोल थाने के सामने धरना दिया. आंदोलनकारी नेताओं ने आरोप लगाया कि शुगर फैक्ट्री मालिक दबाव की नीति अपनाकर आंदोलन को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं. इस घटना के बाद इलाके में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि स्थिति नियंत्रण में रखी जा सके.
जयसिंगपुर के डीएसपी अमोल ठाकुर, इंस्पेक्टर प्रवीण खानापुरे और सब-इंस्पेक्टर गिरीश शिंदे ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है और संबंधित लोगों पर मामला दर्ज किया जाएगा. उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस पूरी तरह सतर्क है.
शिरोल तहसील में गन्ना किसानों का आंदोलन अभी भी जारी है. किसान नेताओं का कहना है कि जब तक उन्हें उचित और एकमुश्त भाव नहीं दिया जाता, तब तक आंदोलन खत्म नहीं होगा.
कोल्हापुर के गन्ना किसान अपने अधिकारों के लिए डटे हुए हैं, और प्रशासन के लिए अब सबसे बड़ी चुनौती है कि किसानों की मांगों और फैक्ट्री के हितों के बीच संतुलन कैसे बनाया जाए.
ये भी पढ़ें:
Tree and Pulses Fodder: बकरी पालन में दूध-मीट ज्यादा चाहिए तो हरे चारे में ऐसे खिलाएं कर्बोहाइड्रेड-प्रोटीन
Asli-Nakli: ऐसे करें असली काजू की पहचान, ये रहे दमदार टिप्स
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today