हरियाणा में कौन हैं वो 10 फसलें जो MSP खरीद में हुईं शामिल, पहले की 14 फसलों के नाम भी जानें 

हरियाणा में कौन हैं वो 10 फसलें जो MSP खरीद में हुईं शामिल, पहले की 14 फसलों के नाम भी जानें 

हरियाणा की सरकार ने पिछले दिनों राज्‍य के किसानों को एक बड़ी राहत की खबर दी है. राज्‍य सरकार ने तय किया है कि अब वह 24 फसलों पर किसानों को न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य यानी एमएसपी मुहैया कराएगी. इससे पहले 14 फसलों पर किसानों को पहले से एमएसपी दी जा रही है.  मुख्‍यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पिछले दिनों कुरुक्षेत्र में आयोजित रैली विजय शंखनाद में इसका ऐलान किया है.

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हरियाणा में कौन हैं वो 10 फसलें जो MSP खरीद में हुईं शामिल, पहले की 14 फसलों के नाम भी जानें हरियाणा में 10 और फसलों पर मिलेगा किसानों को एमएसपी

हरियाणा की सरकार ने पिछले दिनों राज्‍य के किसानों को एक बड़ी राहत की खबर दी है. राज्‍य सरकार ने तय किया है कि अब वह 24 फसलों पर किसानों को न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य यानी एमएसपी मुहैया कराएगी. इससे पहले 14 फसलों पर किसानों को पहले से एमएसपी दी जा रही है.  मुख्‍यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पिछले दिनों कुरुक्षेत्र में आयोजित रैली विजय शंखनाद में इसका ऐलान किया है. नए ऐलान के बाद साफ है कि सरकार ने 10 फसलों को एमएसपी लिस्‍ट में जोड़ा है. नायब सिंह सैनी ने इसके अलावा कई और महत्‍वपूर्ण ऐलान किए हैं जो किसानों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकते हैं. 

चुनावों से पहले बड़ा ऐलान 

हरियाणा में किसानों को अभी जिन 14 फसलों पर एमएसपी मिल रहा है उनमें गेहूं, चावल, सरसों, जौ, चना, धान, मक्का, बाजरा, कपास, सूरजमुखी, मूंग, मूंगफली, अरहर और उड़द शामिल हैं. वहीं नए ऐलान के बाद जो 10 फसलें और खरीदी जाएंगी उनमें रागी, सोयाबीन, कालातिल (नाइजरसीड), कुसुम, जौ, मक्का, ज्वार, जूट, खोपरा और मूंग (गर्मी) शामिल हैं. राज्‍य में विधानसभा चुनावों को लेकर तैयारी जोरो पर है और सैकड़ों किसान अभी भी पंजाब के साथ इसकी सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं. ये किसान सभी फसलों पर एमएसपी, पेंशन, फ्री बिजली और पानी और 2020 के आंदोलन के दौरान दर्ज मामलों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. राज्‍य में अक्‍टूबर-नवंबर में चुनाव होने हैं. 

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किसानों को मिलेगा मुआवजा भी

सीएम नायब सिंह सैनी ने रैली में पिछले आबियाने यानी नहर के पानी पर टोल का का 133 करोड़ 55 लाख 48 हजार रुपये बकाया माफ करने का भी ऐलान किया. साथ ही रोहतक, नूंह, फतेहाबाद और सिरसा में साल 2023 से पहले आपदा में फसलों को हुए नुकसान की मुआवजा राशि 137 करोड़ रुपये एक हफ्ते में प्रभावित किसानों के खाते में डाली जाएगी.

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साथ ही अब किसान नए ट्यूबवेल कनेक्शन के लिए तीन स्टार वाली मोटर कहीं से भी खरीद सकेंगे. अभी तक प्रदेश में तीन स्टार मोटर की केवल 10 कंपनियां ही रजिस्‍टर्ड हैं.  इससे 31 दिसंबर 2023 तक नए ट्यूबवेल कनेक्शन के लिए आवेदन कर चुके किसानों को बड़ी राहत मिलेगी. इसके अतिरिक्त, बिजली का ट्रांसफार्मर खराब होने पर ट्रांसफार्मर का खर्च किसान से नहीं लिया जाएगा. 

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क्‍या है इस ऐलान का मकसद 

सोमवार को कैबिनेट की मीटिंग के बाद जारी एक बयान में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि एमएसपी बढ़ाने का मकसद बाजार की कीमतों को स्थिर करना, किसानों के लिए लगातार इनकम तय करना और विविध फसलों की खेती को बढ़ावा देना है. सैनी ने कहा कि उनकी सरकार पहले से ही 14 फसलों को एमएसपी पर खरीद रही है. मुख्यमंत्री ने कहा, 'हरियाणा 24 फसलों को एमएसपी पर खरीदने वाला पहला राज्य होगा.' 

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