तारीख मिलेगी या तोहफा... चंडीगढ़ में किसानों और सरकार के बीच बैठक जारी, MSP है बड़ा मुद्दा

तारीख मिलेगी या तोहफा... चंडीगढ़ में किसानों और सरकार के बीच बैठक जारी, MSP है बड़ा मुद्दा

चंडीगढ़ में बुधवार की बैठक के लिए सरकार के संयुक्त सचिव पूर्ण चंद्र किशन ने संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के समन्वयक जगजीत सिंह डल्लेवाल और किसान मजदूर मोर्चा के संयोजक सरवन सिंह पंधेर को पत्र भेजा था. इस पत्र में मीटिंग में शामिल होने की जानकारी दी गई. बुधवार की बैठक में बड़ा मुद्दा फसलों की एमएसपी है जिस पर गहन चर्चा होने की संभावना है.

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तारीख मिलेगी या तोहफा... चंडीगढ़ में किसानों और सरकार के बीच बैठक जारी, MSP है बड़ा मुद्दा चंडीगढ़ में किसानों और सरकार के बीच बैठक होगी

चंडीगढ़ में सरकार के प्रतिनिधियों और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के नेताओं के बीच बैठक जारी है. पिछले महीने हुई मीटिंग के बाद चंडीगढ़ में यह बैठक आयोजित हो रही है. इसके बारे में भारत सरकार के कृषि मंत्रालय की तरफ से संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा को पत्र भेजकर सूचित किया गया कि 19 मार्च को सुबह 11 बजे चंडीगढ़ में सेक्टर-26 के महात्मा गांधी इंस्टिट्यूट में भारत सरकार और किसान नेताओं के बीच बैठक होगी. इस बैठक में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, पीयूष गोयल और प्रहलाद जोशी शामिल हैं. किसान नेताओं में जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवन सिंह पंधेर शामिल हैं.

इससे पहले 22 फरवरी को चंडीगढ़ में किसानों और सरकार के प्रतिनिधियों के बीच बैठक हुई थी जिसमें केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हिस्सा लिया था. इसके अलावा कृषि विभाग के कई अधिकारी मौजूद थे. किसानों का भी एक बड़ा समूह सरकार के साथ इस बैठक में शामिल हुआ था.

पिछली बार की बातचीत सकारात्मक रही थी जिसे किसान संगठनों और सरकार के प्रतिनिधियों ने अच्छा बताया था. बुधवार की बैठक के लिए सरकार के संयुक्त सचिव पूर्ण चंद्र किशन ने संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के समन्वयक जगजीत सिंह डल्लेवाल और किसान मजदूर मोर्चा के संयोजक सरवन सिंह पंधेर को पत्र भेजा है.

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बुधवार को दिन में 11 बजे बैठक तय होना किसानों के लिए राहत भरी खबर है क्योंकि पिछली बार किसान संगठनों ने शाम की मीटिंग को लेकर सवाल उठाया था. इसमें कहा गया था कि सरकार जानबूझ कर शाम में बैठक करती है ताकि किसान थके हुए उसमें शामिल हों. हालांकि सरकार ने इस आरोप को नकार दिया था. किसानों की इसी मांग को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने बुधवार की बैठक 11 बजे निर्धारित की है. सरकार ने अपने पत्र में मीटिंग की टाइमिंग की जानकारी दी है.

क्या कहा कृषि मंत्री ने?

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को कहा कि अगर कोई प्राकृतिक आपदा आती है तो केंद्र सरकार किसी भी राज्य के किसानों के साथ भेदभाव नहीं करेगी, चाहे वह केरल का हो या कर्नाटक का. लोकसभा में पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार किसानों के कल्याण को सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी.

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कांग्रेस सदस्य प्रियंका गांधी वाड्रा के एक सवाल के जवाब में चौहान ने कहा, "किसान तो किसान ही है, चाहे वह केरल का हो, कर्नाटक का हो या देश के किसी अन्य हिस्से का. हम सभी भारत माता की संतान हैं और किसी के साथ किसी भी तरह के भेदभाव की कोई गुंजाइश नहीं है." वाड्रा ने किसानों के लिए विदर्भ पैकेज को लागू करने पर अपडेट मांगा था, जिसके तहत केरल के वायनाड, पलक्कड़ और कासरगोड जिले भी शामिल हैं.

 

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