Farmers Protest: किसानों का देशव्यापी आंदोलन कल, सरकार की नीतियों के खिलाफ पुतला दहन का ऐलान 

Farmers Protest: किसानों का देशव्यापी आंदोलन कल, सरकार की नीतियों के खिलाफ पुतला दहन का ऐलान 

करीब 6 महीने से आंदोलन कर रहे किसान कल 1 अगस्त गुरुवार को सरकार के खिलाफ देशभर में पुतला दहन करेंगे. किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि यह विरोध प्रदर्शन देशभर में होगा. संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के नेतृत्व में पंजाब-हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसान अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं.

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किसानों का देशव्यापी आंदोलन कल, सरकार की नीतियों के खिलाफ पुतला दहन का ऐलान फसलों पर MSP गारंटी समेत कई अन्य मांगों को लेकर किसान आंदोलन कर रहे हैं. (सांकेतिक तस्वीर)

फसलों पर एमएसपी गारंटी कानून समेत कई अन्य मांगों को लेकर 13 फरवरी से आंदोलन कर रहे किसान कल 1 अगस्त गुरुवार को सरकार को खिलाफ देशभर में पुतला दहन करेंगे. संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के नेतृत्व में पंजाब-हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसान अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं. बीते दिनों दिल्ली में किसानों के राष्ट्रीय सम्मेलन में सितंबर तक आंदोलन को लेकर कार्यक्रम जारी किया गया था. 

संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा की ओर से कहा गया है कि 1 अगस्त 2024 गुरुवार को देशभर में किसान विरोधी भाजपा सरकार का पुतला जलाएंगे. कहा गया कि शंभू और खनौरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों पर गोलियां चलाने वाले अफसरों को हरियाणा सरकार गैलेंट्री पुरस्कार से सम्मानित कर रही है. इस फैसले के विरोध में दोनों किसान संगठन हरियाणा और भाजपा सरकार का पुतला जलाएंगे.

सरवन सिंह पंढेर बोले - 1 अगस्त को देशव्यापी प्रदर्शन होगा 

पंजाब मजदूर किसान संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंढेर वीडियो जारी कर कहा कि शंभू बॉर्डर पर हरियाणा सरकार और केंद्र ने दीवारें खड़ी कर दी हैं और कीलें गाड़ दी हैं. इसकी वजह से जो पंजाब या दूसरे राज्यों के आम लोगों और व्यापारियों को ट्रांसपोर्ट में असुविधा हो रही है. उन्होंने कहा कि दोनों किसान मोर्चा 1 अगस्त को पूरे देश में मोदी सरकार का अर्थी दहन करेंगे. जिला हेड क्वार्टर और तहसील स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा. इसमें ज़्यादा संख्या में किसान और मजदूरों जुटेंगे. उन्होंने कहा कि किसानों पर गोलियां चलाने वाले अफसरों को हरियाणा सरकार पुरस्कार देने जा रही है, इसके खिलाफ किसानों का प्रदर्शन होगा. यह प्रदर्शन देशव्यापी होगा.

6 महीने से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डटे किसान 

संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के नेतृत्व में फसलों पर एमएसपी गांरटी कानून लाने की मांग कर रहे किसानों को आंदोलन करते हुए करीब 6 महीने हो गए हैं. पुलिस ने किसानों को दिल्ली आने से रोकने के लिए रास्तों पर कीलें गाड़ दी हैं और बैरिकेडिंग लगा दिए हैं. इस वजह से किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं. 

राष्ट्रीय सम्मेलन में जारी हुआ था आंदोलन कार्यक्रम  

22 जुलाई को दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक)  और किसान मजदूर मोर्चा का राष्ट्रीय सम्मेलन हुआ था. किसान नेताओं ने सम्मेलन में आंदोलन को लेकर आगे की रणनीति और कार्यक्रम जारी किया गया था, जिसमें कहा गया था कि 1 अगस्त से 22 सितंबर 2024 तक के लिए कार्यक्रम घोषित किया गया था. इसमें 1 अगस्त को भाजपा सरकार के विरोध में जिला मुख्यालयों पर पुतला जलाने का ऐलान भी शामिल था. 

किसान आंदोलन का प्लान

  1. 1 अगस्त: नए आपराधिक कानूनों की प्रतियां जलाना और जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करना.
  2. 15 अगस्त: दिल्ली के लिए राष्ट्रव्यापी ट्रैक्टर मार्च, जिसमें किसानों से सिंघु और शंभू सहित सीमाओं पर इकट्ठा होने की बात कही है. 
  3. 21 अगस्त: किसान आंदोलन 2.0 के 200 दिन पूरे होने का किसान जुटान और मंथन.
  4. 31 अगस्त: शंभू बॉर्डर पर विरोध के 200 दिन पूरे होने पर आंदोलन पर मंथन और रैली. 
  5. 15 और 22 सितंबर: हरियाणा के जींद और पिपली में किसानों की रैलियां.

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