हरिद्वार में भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) गुट ने अपना धरना खत्म कर दिया है. यहां किसान कुछ दिनों से धरना पर बैठे थे. प्रशासन ने उनकी बात मान ली, जिसके बाद धरना प्रदर्शन को खत्म कर दिया गया. इसी मुद्दे पर टिकैत गुट ने 28 अगस्त को बड़ी महापंचायत बुलाई थी जिसे अभी के लिए टाल दिया गया है. दरअसल, उत्तराखंड में किसान स्मार्ट मीटर को लेकर अपना विरोध जता रहे हैं. इसी सिलसिले में किसानों ने एक मार्च शुरू किया था जिसे पुलिस-प्रशासन ने रोक दिया था. जिस जगह पर मार्च को रोका गया, किसानों ने वहीं बैठकर धरना शुरू कर दिया था. हालांकि बातचीत के बाद किसानों ने सोमवार को इसे खत्म कर दिया.
किसान नेता सुब्बा सिंह ने कहा कि उनकी मुख्य मांग स्मार्ट मीटरों को लेकर थी, जिस पर सरकार ने आश्वासन दिया कि बिना सहमति के ये मीटर नहीं लगाए जाएंगे. अन्य मांगों में गन्ने का बकाया भुगतान, गन्ने की फसलों के दाम बढ़ाना और किसानों को बिजली दरों में राहत देना शामिल है.
हरिद्वार के डीएम मयूर दीक्षित ने बातचीत के बाद धरना खत्म होने की पुष्टि की और आश्वासन दिया कि किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. दीक्षित ने कहा कि स्मार्ट मीटर जबरन नहीं लगाए जाएंगे.
यह धरना 21 अगस्त को शुरू हुआ जब स्मार्ट मीटर का विरोध कर रहे और अन्य मांगों को लेकर किसान देहरादून की ओर कूच कर रहे थे. उन्हें बहादराबाद टोल प्लाजा पर रोक दिया गया, जहां पुलिस बैरिकेड्स हटाने के दौरान झड़प हो गई. इसके बाद हुए लाठीचार्ज में 20 किसान और 11 पुलिसकर्मी घायल हो गए.
इसके बाद से, किसानों ने बहादराबाद में धरना दिया और भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) नेता राकेश टिकैत भी उनके साथ शामिल हुए. कई कांग्रेस विधायकों और वरिष्ठ नेताओं ने भी समर्थन देने के लिए धरना स्थल का दौरा किया. किसान नेता सुब्बा सिंह ने कहा कि प्रशासन ने उनकी मांगें मान ली हैं, जिनमें लाठीचार्ज के आरोपी बहादराबाद थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई भी शामिल है.
किसानों का कहना है कि वह स्मार्ट मीटर का विरोध इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उसके माध्यम से जो बिल आ रहे हैं, वह उल्टे सीधे आ रहे हैं. सही नहीं आ रहे हैं. लाखों के बिल आ रहे हैं, इसलिए वह नहीं चाहते कि किसानों के यहां स्मार्ट मीटर लगाया जाए. किसानों के धरने पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी पहुंचे थे और पुलिस की कार्रवाई का विरोध करते हुए 28 अगस्त को बड़ी महापंचायत करने का ऐलान किया था. हालांकि अब प्रशासन ने मांग मान ली है, इसलिए महापंचायत कैंसल कर दी गई है.
हरिद्वार के एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल का कहना है कि सोमवार को मुख्यमंत्री की पहल पर और उनके द्वारा किसानों के प्रतिनिधिमंडल से बात करके धरने को समाप्त किया गया है और उनकी जो डिमांड थी, उनको पूरा करने के लिए जो दिशा निर्देश है उसको बताया गया है. एसएचओ को लेकर उनकी नाराजगी बनी हुई थी, उनको यहां से रिलीव किया गया है. उनके वार्ता के क्रम में जो भी दिशा निर्देश है, उसके अनुसार काम किया जाएगा.
डीएम दीक्षित ने कहा, स्मार्ट मीटर के प्रॉब्लम को पहले सॉल्व किया जाएगा तब इसको लागू किया जाएगा. गन्ने के मूल्य को लेकर समस्या थी, बाकी इकबालपुर मिल के पेमेंट को लेकर समस्या थी. उसको लेकर 28 तारीख को बैठक बुलाई है. स्मार्ट मीटर को लेकर आश्वासन यही है कि स्मार्ट मीटर को लेकर पहले जो उसके फीचर हैं, जो उनकी प्रॉपर्टीज हैं, उनको एक्सप्लेन करेंगे. जैसा कुछ किसानों ने कहा कि हमको नहीं चाहिए. अगर किसी को नहीं चाहिए तो यूपीसीएल की टीम को वहां पर भेजेंगे. उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. किसानों ने कहा कि हम कोई भी ऐसा काम नहीं करेंगे जिससे लॉ एंड ऑर्डर की समस्या उत्पन्न हो. किसी को अगर समस्या है तो इस योजना को पहले हम अच्छे से लोगों को समझाएंगे.(मुदित अग्रवाल के इनपुट के साथ)
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today