हरियाणा पुलिस ने बुधवार को एक बार फिर प्रदर्शनकारियों को दूर रखने के लिए आंसू गैस के गोले का इस्तेमाल किया है. इसकी वजह से तनाव पैदा हो गया. हरियाणा पुलिस ने शंभू और खनौरी बॉर्डर से पंजाब के किसानों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. उन पर उस समय आंसू गैस का प्रयोग किया गया जब वो मार्च को रोकने के लिए लगे बैरिकेड्स की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे थे. किसान विरोध प्रदर्शन और तेज हो गया है. इस प्रदर्शन की वजह से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर तनाव बढ़ गया है. बताया जा रहा है कि यहां पर पुलिस की कार्रवाई में किसान गंभीर रूप से घायल हो गए हैं.
बुधवार दोपहर को किसान नेताओं और पंजाब सरकार के बीच मीटिंग हुई जिसके बाद दल्लेवाल ने कहा कि केंद्रीय मंत्रियों के साथ और बैठकें करने का फैसला खनौरी सीमा पर स्थिति का आकलन करने के बाद ही लिया जाएगा. करीब घंटे भर चली बैठक के बाद दल्लेवाल ने कहा, 'अगर खनौरी में पुलिस कार्रवाई के कारण किसान की मौत हो जाती है तो हम केंद्रीय मंत्रियों के साथ कोई बैठक नहीं करेंगे.'
अपनी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी की मांग कर रहे किसानों ने घोषणा की थी कि सरकार के साथ उनकी चौथे दौर की वार्ता में मुद्दा हल नहीं होने के बाद वे बुधवार सुबह 11 बजे अपना विरोध फिर से शुरू करेंगे. जैसे ही उनमें से कुछ ने हरियाणा के अंबाला के पास शंभू में बहुस्तरीय बैरिकेड्स की ओर बढ़ने की कोशिश की, पुलिस ने आंसू गैस छोड़कर उन्हें तितर-बितर कर दिया.
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इस बीच, पंजाब में भगवंत मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक चिट्ठी लिखी है. इसमें इस दावे का खंडन किया गया है कि पंजाब की सरकार किसानों को शंभू और खनौरी में इकट्ठा होने की अनुमति दे रही है. पंजाब सरकार ने केंद्र को बताया है कि किसान, विरोध प्रदर्शन के लिए दिल्ली जा रहे थे और आंदोलन पर प्रतिबंध के कारण पंजाब-हरियाणा सीमा पर फंस गए हैं.
साथ ही पंजाब सरकार की तरफ से यह भी कहा गया है कि हरियाणा पुलिस की तरफ से छोड़े गए आंसू गैस के गोले और रबर की गोलियों से 160 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं. साथ ही शंभू और खनौरी में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए दो हजार से ज्यादा पंजाब पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. पुलिस ने शांति की अपील की है और प्रदर्शनकारियों से बल प्रयोग न करने को कहा है, साथ ही अपने हरियाणा समकक्षों से संयम बरतने का आग्रह किया है.
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शंभू में विरोध स्थल पर एक ड्रोन भी देखा गया. ऐसी ही स्थिति पंजाब-हरियाणा सीमा पर खनौरी में देखी गई जब किसानों के बैरिकेड की ओर बढ़ने पर उन्हें तितर-बितर करने के लिए हरियाणा पुलिस ने कई राउंड आंसू गैस छोड़ी. आंसू गैस के गोले के बाद, खनौरी सीमा के पास के इलाके में धुआं छा जाने से अराजक स्थिति देखी गई और किसान छिपने के लिए भागने लगे. कई प्रदर्शनकारी किसानों को गैस से खुद को बचाने के लिए मास्क और सुरक्षात्मक चश्मा पहने देखा गया. किसान नेताओं ने किसानों से सीमा बिंदुओं पर शांति बनाए रखने को कहा है.
प्रदर्शनकारी किसानों ने सरकारी एजेंसियों द्वारा पांच साल के लिए एमएसपी पर दालें, मक्का और कपास की खरीद के भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था. 13 फरवरी को दिल्ली की ओर मार्च शुरू करने वाले हजारों किसानों को हरियाणा सीमा पर ही रोक दिया गया, जहां उनकी सुरक्षाकर्मियों से झड़प हुई. तब से किसान हरियाणा के साथ पंजाब की सीमा पर शंभू और खनौरी बिंदुओं पर डेरा डाले हुए हैं.
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