MSP गारंटी पर जारी राजनीतिक घमासान में अब PM मोदी की एंट्री हुई है. किसान संगठन MSP गारंटी किसान मोर्चा की नई मांग से देश की किसान राजनीति गरमाने के आसार हैं. असल में मोर्च के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार वीएम सिंह ने MSP गारंटी की मांग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को एक पत्र लिखा है. इस पत्र में सरदार वीएम ने पीएम मोदी को MSP गांरटी कानून पर उनके पुराने स्टैंड की याद दिलाई है तो वहीं राहुल गांधी से भी गठबंधन स्तर पर राज्यों में MSP गारंटी कानून लागू करने की मांग की है.
आइए आज की कड़ी में समझते हैं कि MSP गारंटी कानून पर जारी राजनीतिक घमासान में वीएम सिंह के इन पत्रों के मायने क्या हैं. इससे किसान राजनीति पर क्या असर पड़ेगा.पीएम मोदी का MSP गारंटी पर पुराना स्टैंड क्या था और राहुल गांधी से राज्य स्तर पर MSP गारंटी कानून लागू करवाने की मांग कितनी असरदार है.
MSP गारंटी कानून की मांग को लेकर मोर्चा के अध्यक्ष सरदार वीएम सिंह की तरफ से पीएम मोदी और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को पत्र लिखा गया है. इसके मायने और इससे किसान राजनीति पर पड़ने वाले असर को समझें तो ये MSP गारंटी पर तेज होती किसान राजनीति की तरफ इशारा है.असल में वीएम सिंह और उनका संगठन लंबे समय से MSP गारंटी कानून लागू करने की मांग कर रहा है.
साल 2018 में वीएम सिंह MSP गांरटी कानून को लेकर विपक्ष का जुटान करने में सफल रहा है, जिसके तहत किसान नेता और तत्कालीन सांसद राजू शेट्टी 2018 में MSP गारंटी कानून को लेकर लोकसभा में प्राइवेट बिल ला चुके हैं. हालांकि इस बीच शुरू हुए नए किसान आंदोलन के बाद एक बार फिर से MSP गारंटी कानून पर प्राइवेट बिल लाने की मांग हो रही है. जिसको लेकर SKM और SKM गैरराजनीतिक के किसान नेता अलग-अलग मोर्चों में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से मिल चुके हैं. इसके बाद संसद में MSP पर घमासान भी हो चुका है.
इसी कड़ी में MSP गारंटी कानून पर राजनीति में सरदार वीएम सिंंह और किसान संगठन ने दोबारा एंट्री ली है. बेशक, ये किसान संगठनों का बिखराव दिख रहा है, लेकिन ये भी सच है कि इससे स्वाभाविक तौर पर MSP गारंटी कानून की मांग का विस्तार होगा, जो MSP गारंटी पर तेज होती किसान राजनीति की तरफ इशारा कर रहा है.
MSP गारंटी किसान मोर्चा की राष्ट्रीय बैठक के बाद सरदार वीएम सिंंह ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है. इस पत्र में वीएम सिंह ने पीएम मोदी को MSP गारंटी पर उनका पुराना स्टैंड याद दिलाया है. पत्र का मजमून ये है कि " साल 2011 में जब आप गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तो उपभोक्ता मामलों की समिति के अध्यक्ष होने के नाते, समिति की सिफारिशों के आधार पर आपने तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंंह से MSP गारंटी कानून लागू करने का अनुरोध किया था. चूंकि आज आप स्वयं ही प्रधानमंत्री हैं तो क्यों ना उन्हीं सिफारिशों को स्वीकार करते हुए समस्या का हमेशा के लिए समाधान कर दिया जाए.'' इस मांग के साथ ही सरदार वीएम सिंह ने अपने पत्र में राजू शेट्टी की तरफ से 2018 में लोकसभा में ला गए MSP गारंटी कानून प्राइवेट बिल को एनडीए में शामिल जेडीयू और टीडीपी से मिले समर्थन का भी जिक्र किया है.
मोर्चे के अध्यक्ष सरदार वीएम सिंह ने MSP गारंटी कानून पर पीएम मोदी को ही पत्र नहीं लिखा है. बल्कि उन्होंने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के साथ भी इस मामले में पत्राचार किया है, जिसमें उन्होंने इंडिया गठबंधन शासित राज्यों में MSP गारंटी कानून लागू करवाने की मांग की है. बेशक, राहुल गांधी MSP गारंटी की मांंग पर संसद में घमासान का चेहरा बन कर उभरे हैं, लेकिन वीएम सिंह ने राज्य स्तर पर MSP गारंटी कानून लागू करने की मांग कर उन्हें आईना दिखाया है. स्वाभाविक तौर पर अगर कांग्रेस या इंडिया गठबंधन शासित काेई राज्य सरकार विधानसभा के पटल में भी MSP गारंटी कानून बिल को रखती हैं तो ये देश की किसान राजनीति और MSP गारंटी कानून पर जारी राजनीति के लिए मील का पत्थर साबित होगा.
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