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वक्फ के नाम पर किसानों की जमीन हड़पने की तैयारी! BJP ने कर्नाटक सरकार की मंशा पर उठाए सवाल

वक्फ के नाम पर किसानों की जमीन हड़पने की तैयारी! BJP ने कर्नाटक सरकार की मंशा पर उठाए सवाल

BJP ने कहा कि कांग्रेस अपनी वोट बैंक की राजनीति के कारण ऐसा (किसानों को वक्फ का नोटिस) कर रही है, जबकि बीजेपी "ऐसी किसी भी कोशिश का पुरजोर विरोध करेगी". उन्होंने दावा किया कि विवाद शुरू होने के बाद ही कर्नाटक के कानून मंत्री एमबी पाटिल ने नोटिस के लिए गजेट में गड़बड़ को जिम्मेदार ठहराकर संकट को कम करने की कोशिश की.

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कर्नाटक में वक्फ का विवाद गहराया कर्नाटक में वक्फ का विवाद गहराया

भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने शुक्रवार को कांग्रेस पर वोट बैंक की राजनीति के चलते किसानों और मंदिरों की जमीनों को वक्फ संपत्तियों में बदलने की कोशिश करने का आरोप लगाया. बीजेपी ने कहा कि वह इस तरह के प्रयासों का पुरजोर विरोध करेगी. सीनियर बीजेपी नेता और पूर्व कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कर्नाटक के विजयपुरा जिले में किसानों को वक्फ संपत्तियों पर अतिक्रमण के लिए दिए गए नोटिस का हवाला दिया. प्रसाद ने आरोप लगाया कि एक मंदिर पर भी इसी तरह के दावे किए जा रहे हैं. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि तीन सप्ताह में किसानों की 44 संपत्तियों को ऐसे नोटिस मिले हैं.

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस अपनी वोट बैंक की राजनीति के कारण ऐसा कर रही है, जबकि बीजेपी "ऐसी किसी भी कोशिश का पुरजोर विरोध करेगी". उन्होंने दावा किया कि विवाद शुरू होने के बाद ही कर्नाटक के कानून मंत्री एमबी पाटिल ने नोटिस के लिए गजेट में गड़बड़ को जिम्मेदार ठहराकर संकट को कम करने की कोशिश की. 

हावेरी जिले में तनाव

इस मुद्दे पर दो दिन पहले बुधवार देर रात हावेरी जिले के कदकोल गांव में तनाव फैल गया. यह तनाव वक्फ की संपत्ति को वापस लेने के प्रशासनिक आदेश को लेकर हुआ. यह संपत्ति कथित तौर पर वहां के कई लोगों के कब्जे में है. सूत्रों ने गुरुवार को 'PTI' को बताया कि लोगों ने एक गिरोह बनाकर कुछ लोगों पर पथराव किया और उन पर आरोप लगाया कि उन्होंने उनकी संपत्ति को वक्फ के नाम पर रजिस्टर कराने में मदद की है.

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दूसरी ओर, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने गुरुवार को आरोप लगाया कि बीजेपी राज्य में आगामी विधानसभा उपचुनावों और पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में होने वाले चुनावों को ध्यान में रखते हुए "वक्फ मुद्दे" को उठा रही है. राज्य के कुछ हिस्सों में किसानों ने आरोप लगाया है कि उनकी जमीन को वक्फ संपत्ति के रूप में चिह्नित किया जा रहा है और उसे हथियाने की तैयारी है. इस आरोप पर मुख्यमंत्री ने दोहराया कि उनमें से किसी किसान को भी बेदखल नहीं किया जाएगा और उन्हें जारी किए गए नोटिस वापस ले लिए जाएंगे.

सिद्धारमैया का आरोप

सिद्धारमैया ने कहा, "बीजेपी राजनीति कर रही है. उनके (बीजेपी) कार्यकाल के दौरान भी नोटिस जारी किए गए थे, उन्हें इस बारे में क्या कहना है? बीजेपी के कार्यकाल के दौरान 200 से अधिक नोटिस दिए गए थे. किसी को ऐसी दोहरी राजनीति नहीं करनी चाहिए."

पत्रकारों से बात करते हुए सीएम ने कहा, "मैंने पहले ही कहा है कि नोटिस वापस लिए जाएंगे, इसमें मुद्दा कहां है? अगर नोटिस जारी किए गए हैं तो उन्हें वापस ले लिया जाएगा और किसी को भी बेदखल नहीं किया जाएगा, इसमें मुद्दा कहां है?"

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"चाहे कोई भी जिला हो...उन्होंने (बीजेपी ने) कई जिलों में नोटिस भी दिए हैं. उन्होंने क्यों दिए? वे ऐसी राजनीति क्यों कर रहे हैं? अगर हमारी सरकार ने नोटिस दिए हैं तो उन्हें वापस ले लिया जाएगा और किसी भी किसान को बेदखल नहीं किया जाएगा....उन्होंने 4 नवंबर को जो विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है, वह तीन विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव और महाराष्ट्र चुनावों को ध्यान में रखते हुए राजनीति के लिए है," उन्होंने कहा.